MBBS सीटों को लेकर मचा बवाल: मुस्लिम छात्रों के प्रवेश के विरोध में प्रदर्शन, श्राइन बोर्ड के खिलाफ नारेबाजी
जम्मू और उधमपुर में श्री माता वैष्णो देवी मेडिकल कॉलेज की एमबीबीएस सीटों के आवंटन को लेकर लोगों ने रैली और प्रदर्शन कर रोष जताया। प्रदर्शनकारियों ने सीट आवंटन प्रक्रिया पर सवाल उठाते हुए सूची रद्द करने और निष्पक्ष पुनःआवंटन की मांग की।
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श्री माता वैष्णो देवी इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल एक्सीलेंस (एसएमवीडीआईएमई) में मुस्लिम छात्रों को एमबीबीएस की 42 सीटों पर प्रवेश देने के मामले ने तूल पकड़ लिया है। वीरवार को शिवसेना डोगरा फ्रंट के कार्यकर्ताओं ने शहर के रानी पार्क में रैली निकालकर रोष जताया।
फ्रंट के अध्यक्ष अशोक गुप्ता ने कहा कि देश में संचालित अल्पसंख्यक संस्थान अपने समुदाय के छात्रों के लिए 50 से 90 प्रतिशत सीटें आरक्षित रखते हैं। ऐसे में हिंदू मंदिरों के ट्रस्टों की तरफ से संचालित संस्थानों में हिंदू समाज के छात्रों को प्रतिनिधित्व दिए जाने की जरूरत है।
कटड़ा स्थित श्री माता वैष्णो देवी विश्वविद्यालय (एसएमवीडीयू) और श्राइन बोर्ड के अंतर्गत नए मेडिकल काॅलेज का संचालन हिंदू श्रद्धालुओं के दान व योगदान से संचालित किया जाता है। आरोप लगाया कि बोर्ड ऑफ प्रोफेशनल एंट्रेंस एग्जामिनेशन ने भी जान-बूझकर मुस्लिम छात्रों की बड़ी सूची भेजी। यह एक सोची समझी साजिश है। रैली में राजू, बंटू, गणेश, प्रवीन, अजय, प्रेम, विक्की, रामपाल, नरेश, अभिषेक आदि कार्यकर्ता मौजूद थे।
जगानू मोड़ पर युवाओं ने श्राइन बोर्ड के खिलाफ बोला हल्ला
श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड के मेडिकल काॅलेज में एमबीबीएस सीटों की आवंटन सूची के खिलाफ अब उधमपुर का युवा वर्ग भी मैदान में आ गया है। वीरवार को शहर से सटे जगानू मोड़ पर युवाओं ने श्राइन बोर्ड के खिलाफ प्रदर्शन कर आवंटन सूची को तत्काल रद्द करने की मांग की। युवाओं ने श्राइन बोर्ड मुर्दाबाद, हिंदुओं से भेदभाव बंद करो के नारे लगाए। मांग की कि तत्काल आवंटन सूची को रद्द कर प्रवेश पाने वाले विशेष समुदाय के छात्रों को दूसरे काॅलेज में स्थानांतरित किया जाए।
प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे युवा विक्रम सिंह चौधरी ने कहा कि श्री माता वैष्णो देवी हिंदुओं का एक बहुत बड़ा तीर्थ स्थल है और हर हिंदू की इसमें विशेष आस्था है। इसके प्रांगण में मौजूद श्री माता वैष्णो देवी विश्वविद्यालय व मेडिकल काॅलेज भी इस तीर्थ स्थल के चढ़ावे से चलता है।
हैरानी की बात है कि अब काॅलेज में एमबीबीएस के लिए सीटें विशेष समुदाय के छात्रों को आवंटित कर दी गई हैं। पूरा हिंदू समाज इसका विरोध कर रहा है लेकिन सरकार उनकी मांग को अनसुना कर अपने बेकार के तर्क देकर हिंदुओं की भावनाओं को ठेस पहुंचा रही है।