Destination Wedding: जम्मू-कश्मीर बना डेस्टिनेशन वेडिंग का हॉटस्पॉट, कारोबार 100 करोड़ के पार
जम्मू-कश्मीर में डेस्टिनेशन वेडिंग का चलन तेजी से बढ़ रहा है और एक सीजन में इसका कारोबार 100 करोड़ रुपये से ऊपर पहुंच गया है। गुलमर्ग, पहलगाम, श्रीनगर और कटड़ा जैसे स्थल बड़े बजट वाली लग्जरी शादियों के प्रमुख केंद्र बनकर उभर रहे हैं।
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जम्मू-कश्मीर में शादियों का अंदाज अब पूरी तरह बदल चुका है। पारंपरिक सादगी की जगह भव्य समारोह, थीम्ड डेकोरेशन और लग्जरी अरेंजमेंट ने ले ली है। इसी बदलते ट्रेंड से प्रदेश में वेडिंग इंडस्ट्री एक मजबूत कारोबार के रूप में उभर रही है।
प्रदेश में डेस्टिनेशन वेडिंग का कारोबार एक सीजन में 100 करोड़ रुपये से अधिक पहुंच चुका है। अब जम्मू-कश्मीर केवल पर्यटन नहीं बल्कि डेस्टिनेशन वेडिंग के लिए भी लोगों की पसंद बनता जा रहा है। कारोबारियों के अनुसार कोरोना काल के बाद लोगों की प्राथमिकताएं बदली हैं और अनुभवों पर खर्च करने का चलन बढ़ा है।
इसी कारण शादियों का बजट भी कई गुना बढ़ गया है। वेडिंग प्लानर्स के मुताबिक प्रदेश में 75 लाख से लेकर एक करोड़ रुपये तक के पैकेज वाली शादियां लगातार बढ़ रही हैं। होटल, रिसॉर्ट, हाउसबोट, बाग-बगीचों और मंदिर परिसरों में शादी कराने का चलन तेजी से बढ़ा है। जम्मू, कटड़ा, श्रीनगर, गुलमर्ग और पहलगाम जैसे पर्यटन स्थल अब डेस्टिनेशन वेडिंग के प्रमुख केंद्र बन चुके हैं।
कश्मीर के एक वेडिंग कारोबारी इरफान अहमद के अनुसार जम्मू की तुलना में कश्मीर में डेस्टिनेशन वेडिंग का चलन ज्यादा है। प्राकृतिक खूबसूरती, झीलें और हिल स्टेशन लोगों को अधिक आकर्षित करते हैं। हालांकि पहलगाम हमले के बाद इस बार हालात कुछ बदले हैं और बुकिंग पर असर पड़ा है फिर भी धीरे-धीरे हालात सामान्य हो रहे हैं।
महाराजा और राजस्थानी थीम की ज्यादा मांग:
जम्मू के वेडिंग प्लानर यतिन शर्मा के अनुसार लोग अब रॉयल और ट्रेडिशनल थीम में शादी करना पसंद कर रहे हैं। महाराजा, राजस्थानी और मुगलिया थीम सबसे ज्यादा डिमांड में हैं। ऐसी थीम की शुरुआती लागत करीब 50 लाख रुपये से होती है जो आयोजन के स्तर के अनुसार बढ़ती है।
जम्मू को ‘ब्लेस्ड वेडिंग डेस्टिनेशन’ घोषित करने की मांग
जम्मू होटल, रेस्टोरेंट एंड बार एसोसिएशन के प्रधान राजू चौधरी के अनुसार जम्मू में हर साल 100 से अधिक बड़ी शादियां आयोजित हो रही हैं। यहां के होटल, धार्मिक स्थल और सालभर का अनुकूल मौसम इन्हें खास बनाते हैं। माता वैष्णो देवी की निकटता भी एक बड़ा कारण है। जम्मू को ‘ब्लेस्ड वेडिंग डेस्टिनेशन’ घोषित करने की मांग सरकार से की गई है ताकि धार्मिक और पारंपरिक विवाह समारोहों को बढ़ावा मिल सके। इस संबंध में उपराज्यपाल और मुख्यमंत्री तक मांग पहुंचाई जा चुकी है।
एक सीजन में 100 करोड़ से ज्यादा का कारोबार
एक वेडिंग कंपनी के सीईओ डॉ. अमित वांचू के मुताबिक जम्मू-कश्मीर में डेस्टिनेशन वेडिंग का कारोबार एक सीजन में 100 करोड़ रुपये से अधिक पहुंच चुका है जो पिछले वर्ष की तुलना में करीब 15 प्रतिशत ज्यादा है। बीते सीजन में 20 से अधिक हाई-एंड शादियां हुईं जबकि छोटे और मझोले स्तर पर 100 से अधिक आयोजन हुए।
इन आयोजनों में होटल, परिवहन, कैटरिंग, डेकोरेशन, संगीत और सुरक्षा व्यवस्था पर बड़ा खर्च होता है। कश्मीर में शिकारा बुकिंग, हाउसबोट पार्टी और उपहार में केसर व ड्राई फ्रूट्स का चलन भी बढ़ रहा है। इससे स्थानीय व्यापारियों और कारीगरों को आर्थिक लाभ मिल रहा है।