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Jammu News: उर्दू की अनिवार्यता और आरक्षण को लेकर बिफरे छात्र
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एबीवीपी के बैनर तले किया किया प्रदर्शन, कहा- मांगें पूरी नहीं कीं तो विरोध तेज करेंगे
अमर उजाला ब्यूरो
जम्मू। राजस्व विभाग में नायब तहसीलदारों की भर्ती में उर्दू की अनिवार्यता और आरक्षण पर छात्रों में आक्रोश है। मंगलवार को अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से जुड़े छात्रों ने भर्ती से उर्दू की अनिवार्यता खत्म किए जाने की मांग करते हुए विरोध प्रदर्शन किया। साथ ही आरक्षण के नियमों में बदलाव को लेकर आवाज उठाई।
प्रदर्शन के बाद परेड में सभा को संबोधित करते हुए वक्ताओं ने कहा कि नायब तहसीलदारों के पदों की भर्ती में ज्यादातर पद आरक्षित हैं। ओपन कैटेगरी के लिए 75 में से केवल 30 ही पद हैं, जो बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। उन्होंने उर्दू की जानकारी को इन पदों के लिए अनिवार्य किए जाने को जम्मू के युवाओं के साथ धोखा बताया। कहा कि अगर उर्दू को हटाकर भर्ती में डोगरी, कश्मीरी, हिंदी भाषाओं को शामिल नहीं किया जाता तो विरोध और तेज होगा। अपनी बात रखने वालों में संगठन के प्रदेश मंत्री सन्नक श्रीवत्स, इकाई अध्यक्ष शिवम शर्मा, इकाई मंत्री सोनिका, चैतन्य, केशव, अश्विनी आदि शामिल रहे।
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अमर उजाला ब्यूरो
जम्मू। राजस्व विभाग में नायब तहसीलदारों की भर्ती में उर्दू की अनिवार्यता और आरक्षण पर छात्रों में आक्रोश है। मंगलवार को अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से जुड़े छात्रों ने भर्ती से उर्दू की अनिवार्यता खत्म किए जाने की मांग करते हुए विरोध प्रदर्शन किया। साथ ही आरक्षण के नियमों में बदलाव को लेकर आवाज उठाई।
प्रदर्शन के बाद परेड में सभा को संबोधित करते हुए वक्ताओं ने कहा कि नायब तहसीलदारों के पदों की भर्ती में ज्यादातर पद आरक्षित हैं। ओपन कैटेगरी के लिए 75 में से केवल 30 ही पद हैं, जो बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। उन्होंने उर्दू की जानकारी को इन पदों के लिए अनिवार्य किए जाने को जम्मू के युवाओं के साथ धोखा बताया। कहा कि अगर उर्दू को हटाकर भर्ती में डोगरी, कश्मीरी, हिंदी भाषाओं को शामिल नहीं किया जाता तो विरोध और तेज होगा। अपनी बात रखने वालों में संगठन के प्रदेश मंत्री सन्नक श्रीवत्स, इकाई अध्यक्ष शिवम शर्मा, इकाई मंत्री सोनिका, चैतन्य, केशव, अश्विनी आदि शामिल रहे।
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