एमबीबीएस सीट विवाद: श्राइन बोर्ड से यदि गलती हुई है तो स्वीकार करे, अपने बायलॉज में करें संशोधन
संघर्ष समिति ने श्राइन बोर्ड पर गलती स्वीकार कर बायलॉज में संशोधन करने का दबाव बढ़ाते हुए चेतावनी दी है कि मांगें न मानने पर बड़ा आंदोलन शुरू किया जाएगा। एमबीबीएस सीट विवाद को लेकर युवा व महिला विंग के साथ जिला स्तर पर भी विरोध तेज किया जा रहा है, जबकि श्राइन बोर्ड की चुप्पी पर सवाल उठ रहे हैं।
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श्री माता वैष्णो देवी संघर्ष समिति की कोर कमेटी की बैठक में वीरवार को मांग उठी कि यदि गलती हुई है तो श्राइन बोर्ड उसे माने। समिति ने उपराज्यपाल मनोज सिन्हा से इस मामले में दखल की मांग की है। कहा कि यदि मांगें पूरी नहीं हुईं तो समिति इस बार पूरी ताकत के साथ सड़क पर उतरेगी। युवाओं का धैर्य यदि जवाब दे गया तो इसकी पूरी जिम्मेदारी प्रशासन की होगी। गीता भवन में हुई बैठक में संघर्ष समिति के संयोजक रिटायर्ड कर्नल सुखबीर सिंह मनकोटिया व सदस्य सीएम सेठ ने कहा कि श्राइन बोर्ड बैठक बुलाए और अपने संविधान में संशोधन कर समस्या का निस्तारण करे।
मनकोटिया ने बैठक के बाद आयोजित प्रेस वार्ता में अपनी आगे की आंदोलन की रणनीति साझा करते हुए कहा कि अब तक आंदोलन में जिस तरह सामाजिक संगठनों और व्यापारिक संगठनों का सहयोग मिला वह अभूतपूर्व है। उससे सभी के अंदर जोश भर चुका है। युवा विंग के साथ ही महिला विंग भी मैदान में उतरने के लिए तैयार है। इसका गठन किया जा रहा है। उपराज्यपाल से मांग की कि वह इस मामले में तत्काल दखल दें और हिंदू समाज के हित में निर्णय लें।
जिलास्तर पर विरोध प्रदर्शन शुरू करने के निर्देश
बैठक में निर्णय लिया गया कि सभी संघर्ष समिति के संगठन अपने-अपने जिलों में विरोध प्रदर्शन शुरू करेंगे। इसके लिए सभी को निर्देश दिए गए हैं। युवाओं के साथ महिलाओं को भी आंदोलन से जोड़ने की कवायद शुरू होगी।
एमबीबीएस सीटों के मामले में सबसे अधिक युवा ही प्रभावित हो रहे हैं। संयोजक ने साफ कहा कि श्राइन बोर्ड हमें हल्के में न ले, अन्यथा आंदोलन का रूप कुछ भी हो सकता है। श्राइन बोर्ड के अधिकारी जितनी देर करेंगे, उतना ही इस आंदोलन को संभालना मुश्किल होगा।
जम्मू-कश्मीर से बाहर जा रही आंदोलन की आंच, संगठन कर रहे संपर्क
संयोजक सुखबीर सिंह मनकोटिया ने कहा कि एमबीबीएस सीटों के विवाद के बाद चल रहे आंदोलन की आंच देश के दूसरे राज्यों तक पहुंच चुकी है। बाहर के प्रदेशों के संगठन लगातार संपर्क कर आंदोलन में भाग लेने की इच्छा जता रहे हैं। वह नहीं चाहते कि आंदोलन बाहर जाए।
उन्होंने कुछ नेताओं को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि वह इस आंदोलन के पीछे हिंदू-मुस्लिम का माहौल खराब करना चाहते हैं। हम ऐसा नहीं होने देंगे। हमारी आस्था की लड़ाई है। मांग स्पष्ट है कि श्राइन बोर्ड की तरफ से संचालित स्कूलों व कॉलेजों में सनातन परंपराओं का पालन हो।
संघर्ष समिति के सदस्य सीएम सेठ ने कहा कि पूरे मामले में श्राइन बोर्ड की चुप्पी सवाल पैदा कर रही है। उनका कहना था कि श्राइन बोर्ड आंदोलन पर चुप क्यों है और लोगों के बीच सच्चाई क्यों नहीं बताना चाहती। यह चुप्पी जब तक रहेगी, संघर्ष बढ़ता जाएगा।
उन्होंने कहा कि सीएम उमर अब्दुल्ला व डिप्टी सीएम की तरफ से बयान आ रहे हैं लेकिन श्राइन बोर्ड की तरफ से कोई बयान नहीं आ रहा है। इस अवसर पर प्रमुख रूप से श्री सनातन धर्म सभा के महामंत्री संजय गुप्ता, बलदेव सिंह, नारायण सिंह, नीरज आनंद, राजन सिंह आदि मौजूद रहे।