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Jammu News: बिजली सरचार्ज के खिलाफ सड़क पर उतरीं महिलाएं, बोलीं-परेशानियों को और बढ़ा रही उमर सरकार
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बिजली टैरिफ के विरोध में श्रीनगर में पीडीपी के दफ्तर के बाहर प्रदर्शन करतीं महिला विंग की सदस्य
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- पीडीपी के महिला विंग ने श्रीनगर में किया प्रदर्शन, मुफ्त बिजली का वादा पूरा करने की मांग उठाई
अमर उजाला ब्यूरो
श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर पावर डेवलपमेंट कारपोरेशन (जेकेपीडीसीएल) की ओर से पीक आवर्स में 20 फीसदी सरचार्ज के प्रस्ताव का विरोध थम नहीं रहा है। सोमवार को सुबह श्रीनगर में पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की महिला विंग ने सड़क पर उतरकर प्रदर्शन किया। नारेबाजी करते हुए उन्होंने कहा कि उमर सरकार लोगों की परेशानियों को और बढ़ा रही है।
हालांकि नेशनल कॉन्फ्रेंस (एनसी) प्रवक्ता और विधायक तनवीर सादिक ने रविवार को ही कहा था कि उमर सरकार ऐसे किसी भी प्रस्ताव को पास नहीं करेगी। उसके बाद भी लोगों का डर खत्म नहीं हुआ है। पीडीपी की महिला विंग की सदस्याओं ने मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला से मुफ्त बिजली का वादा पूरा करने की मांग की।
सोमवार को सुबह पीडीपी की महिला विंग की सदस्याएं श्रीनगर में बिजली के टैरिफ में बढ़ोतरी के प्रस्ताव के खिलाफ पार्टी हेडक्वार्टर के बाहर जमा हुईं और ग्राहकों को तुरंत राहत देने की मांग करते हुए नारे लगाने शुरू कर दिए। उनका आरोप है कि स्मार्ट मीटर लगने के बाद बिल काफी ज्यादा आ रहे हैं। ऐसे में एक्स्ट्रा टैरिफ या सरचार्ज लोगों की परेशानी और बढ़ाएगा।
सदस्यों ने कहा कि बढ़ते बिजली बिलों को मैनेज करना घरों के लिए मुश्किल होता जा रहा है। पर्यटन और रोजगार में कमी सहित कई कारणों से इस समय कश्मीरी लोग बहुत परेशान हैं। ऊपर से अब नए-नए फरमान आ रहे हैं। नेशनल कॉन्फ्रेंस सरकार अपने चुनावी वादों खासकर जनता को मुफ्त बिजली देने के वादे को पूरा करने में नाकाम रही है।
प्रदर्शनकारियों ने उमर अब्दुल्ला की सरकार पर लोगों को गुमराह करने और बिजली के टैरिफ और बिलिंग के तरीकों से जुड़ी चिंताओं को दूर न करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि प्रशासन को आम ग्राहकों की मुश्किलें बढ़ाने के बजाय उनका बोझ कम करने के लिए तुरंत कदम उठाने चाहिए।
बिजली खास सुविधा नहीं, बुनियादी जरूरत : ग्रैंड मुफ्ती
जम्मू-कश्मीर के ग्रैंड मुफ्ती नासिर उल इस्लाम ने सोमवार को कहा कि सबसे जरूरी मुद्दा जो जनता के लिए चिंता का कारण बन गया है, वह बिजली के टैरिफ में बढ़ोतरी से जुड़ा है। इसे 20 परसेंट बढ़ाना एक जनविरोधी फैसला है। यह फैसला भी ऐसे समय में आया है जब लोग एक बहुत बड़ी मुश्किल का सामना कर रहे हैं। हमारे अपने साधन होने के बावजूद हम जरूरतमंद और परेशान हैं। बिजली कोई खास सुविधा नहीं बल्कि एक बुनियादी जरूरत है। सरकार कुछ वादों के आधार पर चुनी गई थी और लोगों की आर्थिक हालत खराब हो गई है। संकट के समय वे वादे कहां चले गए जिनके कारण सरकार बनी थी। मैं सरकार से कहना चाहता हूं कि जिन वादों के लिए आपको चुना गया है, उन्हें पूरा किया जाना चाहिए।
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श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर पावर डेवलपमेंट कारपोरेशन (जेकेपीडीसीएल) की ओर से पीक आवर्स में 20 फीसदी सरचार्ज के प्रस्ताव का विरोध थम नहीं रहा है। सोमवार को सुबह श्रीनगर में पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की महिला विंग ने सड़क पर उतरकर प्रदर्शन किया। नारेबाजी करते हुए उन्होंने कहा कि उमर सरकार लोगों की परेशानियों को और बढ़ा रही है।
हालांकि नेशनल कॉन्फ्रेंस (एनसी) प्रवक्ता और विधायक तनवीर सादिक ने रविवार को ही कहा था कि उमर सरकार ऐसे किसी भी प्रस्ताव को पास नहीं करेगी। उसके बाद भी लोगों का डर खत्म नहीं हुआ है। पीडीपी की महिला विंग की सदस्याओं ने मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला से मुफ्त बिजली का वादा पूरा करने की मांग की।
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सोमवार को सुबह पीडीपी की महिला विंग की सदस्याएं श्रीनगर में बिजली के टैरिफ में बढ़ोतरी के प्रस्ताव के खिलाफ पार्टी हेडक्वार्टर के बाहर जमा हुईं और ग्राहकों को तुरंत राहत देने की मांग करते हुए नारे लगाने शुरू कर दिए। उनका आरोप है कि स्मार्ट मीटर लगने के बाद बिल काफी ज्यादा आ रहे हैं। ऐसे में एक्स्ट्रा टैरिफ या सरचार्ज लोगों की परेशानी और बढ़ाएगा।
सदस्यों ने कहा कि बढ़ते बिजली बिलों को मैनेज करना घरों के लिए मुश्किल होता जा रहा है। पर्यटन और रोजगार में कमी सहित कई कारणों से इस समय कश्मीरी लोग बहुत परेशान हैं। ऊपर से अब नए-नए फरमान आ रहे हैं। नेशनल कॉन्फ्रेंस सरकार अपने चुनावी वादों खासकर जनता को मुफ्त बिजली देने के वादे को पूरा करने में नाकाम रही है।
प्रदर्शनकारियों ने उमर अब्दुल्ला की सरकार पर लोगों को गुमराह करने और बिजली के टैरिफ और बिलिंग के तरीकों से जुड़ी चिंताओं को दूर न करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि प्रशासन को आम ग्राहकों की मुश्किलें बढ़ाने के बजाय उनका बोझ कम करने के लिए तुरंत कदम उठाने चाहिए।
बिजली खास सुविधा नहीं, बुनियादी जरूरत : ग्रैंड मुफ्ती
जम्मू-कश्मीर के ग्रैंड मुफ्ती नासिर उल इस्लाम ने सोमवार को कहा कि सबसे जरूरी मुद्दा जो जनता के लिए चिंता का कारण बन गया है, वह बिजली के टैरिफ में बढ़ोतरी से जुड़ा है। इसे 20 परसेंट बढ़ाना एक जनविरोधी फैसला है। यह फैसला भी ऐसे समय में आया है जब लोग एक बहुत बड़ी मुश्किल का सामना कर रहे हैं। हमारे अपने साधन होने के बावजूद हम जरूरतमंद और परेशान हैं। बिजली कोई खास सुविधा नहीं बल्कि एक बुनियादी जरूरत है। सरकार कुछ वादों के आधार पर चुनी गई थी और लोगों की आर्थिक हालत खराब हो गई है। संकट के समय वे वादे कहां चले गए जिनके कारण सरकार बनी थी। मैं सरकार से कहना चाहता हूं कि जिन वादों के लिए आपको चुना गया है, उन्हें पूरा किया जाना चाहिए।