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केंद्र सरकार क्षेत्र में दीर्घकालिक शांति के लिए प्रदेश लोगों के साथ सार्थक संवाद शुरू करे : जेकेएपी
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- जम्मू-कश्मीर अपनी पार्टी ने दिल्ली कार विस्फोट की निंदा के साथ प्रस्ताव पारित किया
अमर उजाला ब्यूरो
श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर अपनी पार्टी (जेकेएपी) के अध्यक्ष अल्ताफ बुखारी की अध्यक्षता में मंगलवार को उनके आवास पर पार्टी की कार्यसमिति की बैठक हुई। इसमें दिल्ली विस्फोट की निंदा की गई। एक प्रस्ताव पारित किया गया। इसमें केंद्र सरकार से क्षेत्र में शांति व स्थिरता सुनिश्चित करने के लिए प्रदेश के लोगों के साथ सार्थक जनसंपर्क और संवाद शुरू करने का आग्रह किया गया।
जेकेएपी ने कहा कि इसके दोषियों को दंडित किया जाना चाहिए लेकिन केंद्र से ''सफेदपोश'' कट्टरपंथ के मूल कारणों का पता लगाने, उनकी पहचान करने तथा उनका समाधान करने का आह्वान किया। इस बैठक के बाद एक संवाददाता सम्मेलन में बुखारी ने कहा कि हमला भयावह था और उन्होंने जिम्मेदार लोगों को कड़ी से कड़ी सजा देने की मांग की है। बुखारी ने प्रस्ताव पढ़ते हुए कहा कि हम उन परिवारों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करते हैं जिन्होंने दिल्ली में लाल किले के पास हुए भयावह हमले में अपने प्रियजनों को खो दिया। इसके लिए जिम्मेदार लोगों को कड़ी सजा मिलनी चाहिए ताकि यह सभी के लिए एक स्पष्ट उदाहरण बने।
उन्होंने कहा कि हमारा मानना है कि आतंकी गतिविधियों में सफेदपोश लोगों की संलिप्तता का यह बढ़ता चलन बेहद चिंताजनक है और इसे हर कीमत पर रोका जाना चाहिए। आतंकवाद से दृढ़ता और निर्णायक तरीके से निपटना जरूरी है लेकिन लोगों के दिल और दिमाग को जीतने के लिए उन तक पहुंचना भी उतना ही जरूरी है। सरकार को उन मूल कारणों की गहन जांच और पहचान करनी चाहिए जो शिक्षित व्यक्तियों को कट्टरपंथ और आतंकवाद की ओर धकेलते हैं। इन मुद्दों का प्रभावी ढंग से समाधान करना चाहिए।
प्रस्ताव में कहा गया है कि पार्टी का मानना है कि नई दिल्ली और जम्मू-कश्मीर के लोगों के बीच अविश्वास है जिसे दूर किया जाना चाहिए और इस खाई को पाटा जाना चाहिए। एक अन्य प्रस्ताव में कहा गया है कि ऐसा अविश्वास हिंसक गतिविधियों को बढ़ावा देता है। पार्टी आग्रह करती है कि प्रधानमंत्री और गृह मंत्री द्वारा जम्मू-कश्मीर के लोगों से संपर्क और बातचीत शुरू करने की प्रतिबद्धता को बिना देरी के पूरा किया जाना चाहिए।
पार्टी शुक्रवार को नौगाम पुलिस स्टेशन में हुए आकस्मिक विस्फोट पर भी गहरा दुख और शोक व्यक्त करती है। हम मांग करते हैं कि सरकार इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना में जान गंवाने वालों और घायल हुए सभी लोगों के परिवारों को पर्याप्त मुआवजा प्रदान करे। विस्फोट के प्रभाव से क्षतिग्रस्त हुए आस-पास के घरों को भी उचित मुआवजा मिलना चाहिए। साथ ही इस विनाशकारी विस्फोट के कारणों का पता लगाने के लिए एक जांच भी होनी चाहिए। जम्मू-कश्मीर को एक दोराहे पर खड़ा बताते हुए पार्टी ने कहा कि यह केंद्र शासित प्रदेश और उसके लोगों के लिए राजनीतिक, आर्थिक, शासन-संबंधी और सुरक्षा-संबंधी कई स्तरों पर एक बहुत ही नाजुक समय है। ये सभी आयाम आपस में जुड़े हुए हैं।
जम्मू-कश्मीर में पंचायत व शहरी स्थानीय निकाय चुनाव तुरंत कराने की मांग
जम्मू-कश्मीर में नेशनल कॉन्फ्रेंस (नेकां) सरकार की आलोचना करते हुए पार्टी ने कहा कि शासन में सुधार के वादों के बावजूद नेकां इस संबंध में स्पष्ट रूप से विफल रही है। जम्मू-कश्मीर में हाइब्रिड शासन प्रणाली को दोष देकर नेकां सरकार अपनी जिम्मेदारियों से बच रही है। जेकेएपी के अध्यक्ष बुखारी ने जम्मू-कश्मीर में पंचायत और शहरी स्थानीय निकाय चुनाव तुरंत कराने और दिहाड़ी मजदूरों को नियमित करने की भी मांग की।
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अमर उजाला ब्यूरो
श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर अपनी पार्टी (जेकेएपी) के अध्यक्ष अल्ताफ बुखारी की अध्यक्षता में मंगलवार को उनके आवास पर पार्टी की कार्यसमिति की बैठक हुई। इसमें दिल्ली विस्फोट की निंदा की गई। एक प्रस्ताव पारित किया गया। इसमें केंद्र सरकार से क्षेत्र में शांति व स्थिरता सुनिश्चित करने के लिए प्रदेश के लोगों के साथ सार्थक जनसंपर्क और संवाद शुरू करने का आग्रह किया गया।
जेकेएपी ने कहा कि इसके दोषियों को दंडित किया जाना चाहिए लेकिन केंद्र से ''सफेदपोश'' कट्टरपंथ के मूल कारणों का पता लगाने, उनकी पहचान करने तथा उनका समाधान करने का आह्वान किया। इस बैठक के बाद एक संवाददाता सम्मेलन में बुखारी ने कहा कि हमला भयावह था और उन्होंने जिम्मेदार लोगों को कड़ी से कड़ी सजा देने की मांग की है। बुखारी ने प्रस्ताव पढ़ते हुए कहा कि हम उन परिवारों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करते हैं जिन्होंने दिल्ली में लाल किले के पास हुए भयावह हमले में अपने प्रियजनों को खो दिया। इसके लिए जिम्मेदार लोगों को कड़ी सजा मिलनी चाहिए ताकि यह सभी के लिए एक स्पष्ट उदाहरण बने।
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उन्होंने कहा कि हमारा मानना है कि आतंकी गतिविधियों में सफेदपोश लोगों की संलिप्तता का यह बढ़ता चलन बेहद चिंताजनक है और इसे हर कीमत पर रोका जाना चाहिए। आतंकवाद से दृढ़ता और निर्णायक तरीके से निपटना जरूरी है लेकिन लोगों के दिल और दिमाग को जीतने के लिए उन तक पहुंचना भी उतना ही जरूरी है। सरकार को उन मूल कारणों की गहन जांच और पहचान करनी चाहिए जो शिक्षित व्यक्तियों को कट्टरपंथ और आतंकवाद की ओर धकेलते हैं। इन मुद्दों का प्रभावी ढंग से समाधान करना चाहिए।
प्रस्ताव में कहा गया है कि पार्टी का मानना है कि नई दिल्ली और जम्मू-कश्मीर के लोगों के बीच अविश्वास है जिसे दूर किया जाना चाहिए और इस खाई को पाटा जाना चाहिए। एक अन्य प्रस्ताव में कहा गया है कि ऐसा अविश्वास हिंसक गतिविधियों को बढ़ावा देता है। पार्टी आग्रह करती है कि प्रधानमंत्री और गृह मंत्री द्वारा जम्मू-कश्मीर के लोगों से संपर्क और बातचीत शुरू करने की प्रतिबद्धता को बिना देरी के पूरा किया जाना चाहिए।
पार्टी शुक्रवार को नौगाम पुलिस स्टेशन में हुए आकस्मिक विस्फोट पर भी गहरा दुख और शोक व्यक्त करती है। हम मांग करते हैं कि सरकार इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना में जान गंवाने वालों और घायल हुए सभी लोगों के परिवारों को पर्याप्त मुआवजा प्रदान करे। विस्फोट के प्रभाव से क्षतिग्रस्त हुए आस-पास के घरों को भी उचित मुआवजा मिलना चाहिए। साथ ही इस विनाशकारी विस्फोट के कारणों का पता लगाने के लिए एक जांच भी होनी चाहिए। जम्मू-कश्मीर को एक दोराहे पर खड़ा बताते हुए पार्टी ने कहा कि यह केंद्र शासित प्रदेश और उसके लोगों के लिए राजनीतिक, आर्थिक, शासन-संबंधी और सुरक्षा-संबंधी कई स्तरों पर एक बहुत ही नाजुक समय है। ये सभी आयाम आपस में जुड़े हुए हैं।
जम्मू-कश्मीर में पंचायत व शहरी स्थानीय निकाय चुनाव तुरंत कराने की मांग
जम्मू-कश्मीर में नेशनल कॉन्फ्रेंस (नेकां) सरकार की आलोचना करते हुए पार्टी ने कहा कि शासन में सुधार के वादों के बावजूद नेकां इस संबंध में स्पष्ट रूप से विफल रही है। जम्मू-कश्मीर में हाइब्रिड शासन प्रणाली को दोष देकर नेकां सरकार अपनी जिम्मेदारियों से बच रही है। जेकेएपी के अध्यक्ष बुखारी ने जम्मू-कश्मीर में पंचायत और शहरी स्थानीय निकाय चुनाव तुरंत कराने और दिहाड़ी मजदूरों को नियमित करने की भी मांग की।