{"_id":"6252c9c4a84af86a2033a9a1","slug":"naxalites-asked-for-dedh-lakh-extortion-from-businessman-by-sending-letter-to-house-in-ranchi","type":"story","status":"publish","title_hn":"झारखंड: घर में चिट्ठी भेजकर नक्सलियों ने व्यापारी से मांगी डेढ़ लाख की रंगदारी, पुलिस ने शुरू की जांच","category":{"title":"City & states","title_hn":"शहर और राज्य","slug":"city-and-states"}}
झारखंड: घर में चिट्ठी भेजकर नक्सलियों ने व्यापारी से मांगी डेढ़ लाख की रंगदारी, पुलिस ने शुरू की जांच
न्यूज डेस्क, अमर उजाला, रांची
Published by: शिव शरण शुक्ला
Updated Sun, 10 Apr 2022 05:42 PM IST
सार
झारखंड की राजधानी में रांची में चिट्ठी भेजकर रंगदारी मांगने का मामला सामने आया है। ये चिट्ठी नक्सली संगठन के नाम पर मांगी गई है।
विज्ञापन
नक्सली(प्रतीकात्मक तस्वीर)
- फोटो : सोशल मीडिया
विज्ञापन
विस्तार
झारखंड की राजधानी में रांची में चिट्ठी भेजकर रंगदारी मांगने का मामला सामने आया है। ये चिट्ठी नक्सली संगठन के नाम पर मांगी गई है। जानकारी के मुताबिक, मामला बीते 7 अप्रैल की शाम का है। नक्सलियों के नाम पर भेजी गई चिट्ठी में बरियातू के रहने वाले व्यवसायी राकेश कुमार से डेढ़ लाख रुपये की रंगदारी मांगी है। इतना ही नक्सलियों ने रंगदारी नहीं देने पर राकेश कुमार के बच्चों की हत्या करने की धमकी दी है। फिलहाल राकेश कुमार ने इसे लेकर बरियातू थाने में एफआईआर दर्ज कराई है।
Trending Videos
राकेश ने इस की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि बीते सात अप्रैल को शाम के समय उनके घर में एक अनजान व्यक्ति आया और उनकी सास मालती गुप्ता को एक चिट्ठी देकर चला गया। चिट्ठी देने आए आदमी ने खुद को नक्सली बताया है। उन्होंने आगे बताया कि इस चिट्ठी के द्वारा डेढ़ लाख रुपये की रंगदारी मांगी गई है। इसमें लिखा है कि दो दिनों के अंदर बताए हुए स्थान पर डेढ़ लाख रुपया पहुंचा दिया जाए। अगर पैसा नहीं पहुंचाया गया तो गंभीर परिणाम भुगतने के लिए तैयार रहे। राकेश ने बताया कि इसकी शिकायत उन्होंने बरियातू थाने में की है।
विज्ञापन
विज्ञापन
वहीं इस मामले में बरियातू थाने के प्रभारी ज्ञान रंजन ने बताया कि राकेश कुमार की शिकायत के आधार पर प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है। शिकायत के आधार पर घटना की जांच की जा रही है।
वहीं, इस मामले में पत्र को लेकर पुलिस संदेह में है। पुलिस अधिकारी इसकी जांच कर रहे हैं कि पत्र नक्सलियों द्वारा ही लिखा गया है या किसी और ने इस तरह की धमकी दी है। इसके लिए पुलिस के अधिकारी नक्सलियों की ओर से लेवी के लिए भेजे जाने वाले संदेश के तरीकों से इसका मिलान करा रहे है।