Heart Health: ऑनलाइन कैलकुलेटर से जानिए कितना हेल्दी है आपका हार्ट? मिलेगी अगले 30 साल की रिपोर्ट
- अमेरिकी वैज्ञानिकों की एक टीम ने अपनी तरह का पहला ऑनलाइन कैलकुलेटर तैयार किया है जो लोगों में दिल की बीमारी के होने के खतरे का समय रहते अंदाजा लगा सकता है। आप ये भी जान सकते हैं कि अगले 30 साल में आपको दिल की बीमारी होने का खतरा तो नहीं है?
विस्तार
हाल के वर्षों में दुनियाभर में जिन बीमारियों के मामले सबसे तेजी से बढ़ते हुए देखे गए हैं, हृदय रोग उनमें से एक हैं। व्यस्त जीवनशैली और खानपान की गड़बड़ आदतों ने इस बीमारी के खतरे को बुजुर्गों के साथ-साथ अब कम उम्र वालों और बच्चों में भी बढ़ा दिया है। अध्ययनों में पता चला है कि 5 से 15 साल के बच्चों में भी हाई ब्लड प्रेशर, कोलेस्ट्रॉल और डायबिटीज का खतरा कई गुना बढ़ गया है, जो दिल की बीमारियों का सबसे बड़ा कारण मानी जाती हैं। इस ट्रेंड को देखते हुए स्वास्थ्य विशेषज्ञ कम उम्र से ही दिल की सेहत को ठीक रखने वाले उपाय करते रहने की सलाह देते हैं।
दिल की बीमारियां दुनियाभर में होने वाली मौतों का भी सबसे बड़ा कारण हैं, यह लगभग एक-तिहाई मौतों के लिए जिम्मेदार है। इनमें से ज्यादातर मौतें हार्ट अटैक और स्ट्रोक से होती हैं। स्वास्थ्य विशेषज्ञ कहते हैं, हाई ब्लड प्रेशर, ब्लड शुगर और कोलेस्ट्रॉल जैसे जोखिमों का जल्दी पता लगाना और रोकथाम के उपाय करना हृदय की सेहत को ठीक रखने में काफी मददगार हो सकता है।
इसी संबंध में विशेषज्ञों की टीम ने एक फ्री कैलकुलेटर के बारे में बताया है जिसकी मदद से जान सकेंगे कि आपकी दिल की उम्र कितनी है? इसमें कोई समस्या तो नहीं है और अगले एक-दो दशकों में आपको दिल की बीमारियों का खतरा तो नहीं है?
दिल की बीमारी का पता लगाने वाला कैलकुलेटर
अमेरिकी वैज्ञानिकों की टीम ने अपनी तरह का पहला ऑनलाइन कैलकुलेटर तैयार किया है जो लोगों में दिल की बीमारी के खतरे का समय रहते अंदाजा लगा सकता है। आप ये भी जान सकते हैं कि अगले 30 साल में आपको दिल की बीमारी होने का खतरा तो नहीं है?
यह कैलकुलेटर ब्लड प्रेशर, उम्र, लिंग, डायबिटीज, स्मोकिंग और बॉडी मास इंडेक्स जैसी चीजों की जानकारी लेता है और इसकी मदद से आपके दिल की सेहत के बारे में जानकारी देता है। विशेषज्ञों का मानना है कि इस टूल की मदद से हृदय से संबंधित समस्याओं का पता लगाने में मदद मिल सकती है। समय पर समस्याओं का पता चलने पर इलाज होने और किसी गंभीर समस्या से बचने में मदद मिल सकती है।
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क्या कहती हैं विशेषज्ञ?
शिकागो स्थित नॉर्थवेस्टर्न यूनिवर्सिटी में कार्डियोवैस्कुलर एपिडेमियोलॉजी की विशेषज्ञ और इस कैलकुलेटर की को-निर्माता डॉ. सादिया खान कहती हैं, यह पहली बार है जब पर्सेंटाइल को ट्रांसलेट किया गया है और दिल की बीमारी के लंबे समय के रिस्क का पता लगाने में मदद मिल सकती है।
हृदय रोगों के मामले में हम इंतजार नहीं करना चाहते। इसे रिटायरमेंट के लिए बचत करने जैसा समझें, जिसमें समय रहते प्रयास करने की आवश्यकता होती है। हृदय रोगों के खतरे को पर्सेंटाइल के तौर पर दिखाना मरीजों को मोटिवेट करने में भी ज्यादा मददगार हो सकता है, क्योंकि वे देखते हैं कि उनका रिस्क साथियों की तुलना में कैसा है।
(सिर्फ लाइफस्टाइल और खानपान ही नहीं, इस वजह से भी बढ़ रहा है मोटापा, अध्ययन में चौंकाने वाला खुलासा)
30 साल तक के जोखिमों का चलेगा पता
यह टूल बनाने के लिए, नॉर्थवेस्टर्न यूनिवर्सिटी की टीम ने 30 से 59 साल के लगभग 8,000 वयस्कों के स्वास्थ्य डेटा का अध्ययन किया, इस दौरान उन्हें दिल की बीमारी नहीं थी। फिर उन्होंने अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन द्वारा तैयार किए गए प्रेडिक्टिंग रिस्क ऑफ कार्डियोवैस्कुलर डिजीज इवेंट्स (PREVENT) का इस्तेमाल किया, जो दिल की बीमारी के खतरे का अनुमान लगाने के लिए 30 से ज्यादा उम्र के हजारों अमेरिकी एडल्ट्स के डेटा का इस्तेमाल करता है।
नए टूल से, वैज्ञानिकों ने पाया कि हर उम्र में पुरुषों में महिलाओं की तुलना में हृदय रोग होने का खतरा कुछ अधिक था। हालांकि एक उम्र के बाद महिलाओं में इस खतरे को बढ़ता हुआ देखा गया।
हृदय रोगों की समय रहते पहचान से टल सकती है मुश्किल
स्वास्थ्य विशेषज्ञ कहते हैं, हृदय रोगों और इसके जोखिमों का जितनी जल्दी पता चल जाए, उपचार के माध्यम से गंभीर खतरों को कम करने में उतनी ही मदद मिलने का अनुमान होता है।
गड़बड़ लाइफस्टाइल जिसमें जंक फूड, प्रोसेस्ड स्नैक्स, मीठे पेय पदार्थ, स्क्रीन टाइम और शारीरिक गतिविधियों में कमी ने हृदय स्वास्थ्य को गंभीर रूप से प्रभावित किया है, इनसे दूरी बनाना जरूरी है। हृदय रोग किसी को भी हो सकता है, इसलिए समय रहते अपने जोखिमों को जानना और इसकी रोकथाम के लिए उपाय शुरू करना आपकी जान बचाने में मददगार हो सकता है।
इस ऑनलाइन कैलकुलेटर की मदद से आप समय रहते अपने जोखिमों का अनुमान लगा सकते हैं।
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स्रोत
PREVENT 30-year risk percentiles tool!
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