सब्सक्राइब करें
Hindi News ›   Lifestyle ›   Health & Fitness ›   how effective is covid vaccine against new XFG and NB.1.8.1 variants drop in antibody

Corona: देश में फैल रहे वैरिएंट्स के खिलाफ कितनी प्रभावी हैं अब तक की वैक्सीन? वैज्ञानिकों ने दी बड़ी जानकारी

हेल्थ डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली Published by: अभिलाष श्रीवास्तव Updated Mon, 23 Jun 2025 07:15 PM IST
विज्ञापन
सार

  • शोधकर्ताओं ने पाया कि XFG वैरिएंट जिसे स्ट्राटस नाम से भी जाना जाता है, इसमें दो स्पाइक म्यूटेशन हैं। ये कोरोना को लक्षित करने वाले एंटीबॉडीज से बचने में मदद करते हैं।
  • वैक्सीन इसके खिलाफ कितनी असरदार हैं? आइए समझते हैं।

how effective is covid vaccine against new XFG and NB.1.8.1 variants drop in antibody
कोरोना वैक्सीन को लेकर अध्ययन - फोटो : Freepik.com

विस्तार
Follow Us

Covid-19 Study: कोविड महामारी पिछले करीब पांच साल से वैश्विक स्तर पर गंभीर समस्याओं का कारण बनी हुई है। पिछले दिनों भारत में भी एक लहर देखी गई हालांकि इसकी रफ्तार अब काफी नियंत्रित हो गई है। मई के मध्य से देश में निंबस (Nimbus) और स्ट्राटस (Stratus) वैरिएंट के कारण संक्रमण बढ़ता हुआ देखा गया। 22 मई को  देश में कोरोना के कुल एक्टिव केस 257 थे जो 15 जून तक देखते ही देखते बढ़कर 7400 हो गए। हालांकि अब इसमें फिर से कमी आने लगी है। 23 जून को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा साझा की गई जानकारियों को मुताबिक फिलहाल देश में कुल एक्टिव केस 4425 हैं।

विज्ञापन
loader
Trending Videos


पिछले 24 घंटे में देश में कोरोना से एक व्यक्ति की मौत भी हुई है। 58 वर्षीय व्यक्ति को कार्डियोपल्मोनरी अरेस्ट के साथ टाइप-I श्वसन विफलता समस्या थी, कोरोना संक्रमण के चलते स्थिति और बिगड़ गई जिससे उसकी मौत हो गई। इसके साथ देश में अब तक इस साल कोरोना से मरने वालों की संख्या बढ़कर 124 हो गई है। 
विज्ञापन
विज्ञापन


स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने कहा, देश में भले ही इन दिनों कोरोना के मामलों में कमी आ रही है पर सभी लोगों को अब भी विशेष सावधानी बरतते रहने की आवश्यकता है ताकि संक्रमण की रफ्तार फिर से बढ़ने न पाए।

how effective is covid vaccine against new XFG and NB.1.8.1 variants drop in antibody
कोरोना के मामले और इसका खतरा - फोटो : Freepik.com

वैज्ञानिकों ने कहा- लगातार घट रही है एंटीबॉडी

हाल ही में एक रिपोर्ट में चाइनीज यूनिवर्सिटी ऑफ हांगकांग में श्वसन चिकित्सा के प्रोफेसर डेविड हुई शू-चियोंग ने बताया है कि वैश्विक आबादी में एंटीबॉडी के स्तर में गिरावट के कारण हर छह से नौ महीने में कोरोना का प्रकोप देखा जाता रहा है, ये आगे भी जारी रह सकता है। इससे बचाव को लेकर हमें पहले से अलर्ट रहने की आवश्यकता है।

बार-बार फैलते संक्रमण के जोखिमों को देखते हुए स्वास्थ्य विशेषज्ञ ने सभी उच्च जोखिम वाले लोगों को सालाना कोविड वैक्सीनेशन कराने की सलाह दी है जिससे कि शरीर को रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत किया जा सके। 

how effective is covid vaccine against new XFG and NB.1.8.1 variants drop in antibody
कोरोना से बचा सकते हैं टीके - फोटो : Freepik.com

नए वैरिएंट्स के खिलाफ कितने प्रभावी हैं टीके

दुनिया के कई देशों में जारी कोरोना के संक्रमण को लेकर विशेषज्ञों की टीम ने एक अध्ययन किया। जिसमें शोधकर्ताओं ने पाया कि XFG वैरिएंट जिसे स्ट्राटस नाम से भी जाना जाता है, इसमें दो स्पाइक म्यूटेशन हैं। ये कोरोना को लक्षित करने वाले एंटीबॉडीज से बचने में मदद करते हैं। इन म्यूटेशंस में से एक इसे एंटीबॉडी के व्यापक को चकमा देने में भी मदद कर रही है, जिससे प्रतिरक्षा प्रणाली के लिए इसे बेअसर करना और संक्रमण फैलाना आसान हो जाता है।

वैज्ञानिकों ने पाया कि ये वैरिएंट्स भले ही अति संक्रामकता वाले नजर आते हैं पर जिन लोगों का वैक्सीनेशन हो चुका है, उन्हें कोरोना से ज्यादा खतरा नहीं होना चाहिए।

how effective is covid vaccine against new XFG and NB.1.8.1 variants drop in antibody
टीकाकरण अब भी प्रभावी - फोटो : Freepik.com

वैक्सीनेशन की प्रभाविकता पर अध्ययन

इस विषय को समझने के लिए शोधकर्ताओं की टीम ने वैक्सीनेशन करा चुके और फिर पहले से संक्रमित लोगों के ब्लड सैंपल लेकर एंटीबॉडी प्रभावशीलता की जांच की। टीम ने पाया कि XFG वैरिएंट के खिलाफ एंटीबॉडी प्रभावशीलता में लगभग 2 गुना, जबकि NB.1.8.1 के खिलाफ लगभग 1.6 गुना कमी देखी गई।

हालांकि वैज्ञानिकों ने बताया कि जिन लोगों का पहले से टीकाकरण हो चुका है, विशेष रूप से अपडेट किए गए बूस्टर शॉट्स ले चुके हैं उनमें बीमारी होने और संक्रमण के गंभीर रूप लेने का खतरा कम हो सकता है। 


 

how effective is covid vaccine against new XFG and NB.1.8.1 variants drop in antibody
कोरोना और इसके वैरिएंट्स - फोटो : Adobe Stock Photos

डब्ल्यूएचओ ने इन 6 वैरिएंट्स को माना है खतरनाक

डब्ल्यूएचओ ने एक अपडेटस में 23 मई 2025 तक कोरोना के 6 वैरिएंट्स को वैरिएंट ऑफ मॉनिटरिंग वर्गीकृत किया था।

ये 6 वैरिएंट्स KP.3, KP.3.1.1, LB.1, XEC, LP.8.1और NB.1.8.1 हैं।

रिपोर्ट्स के मुताबिक वैज्ञानिकों की टीम ने इन वैरिएंट्स में कुछ अतिरिक्त म्यूटेशंस देखे हैं जो इसकी संक्रामकता का तेजी से बढ़ाने वाले हो सकते हैं। वैज्ञानिकों ने पाया है कि ये वैरिएंट किसी आबादी में तेजी से संक्रमण बढ़ाने का कारण बन सकते हैं जिसे लेकर सभी लोगों को अलर्ट रहने की आवश्यकता है।





-------------
नोट: 
यह लेख मेडिकल रिपोर्टस से एकत्रित जानकारियों के आधार पर तैयार किया गया है। 

अस्वीकरण: अमर उजाला की हेल्थ एवं फिटनेस कैटेगरी में प्रकाशित सभी लेख डॉक्टर, विशेषज्ञों व अकादमिक संस्थानों से बातचीत के आधार पर तैयार किए जाते हैं। लेख में उल्लेखित तथ्यों व सूचनाओं को अमर उजाला के पेशेवर पत्रकारों द्वारा जांचा व परखा गया है। इस लेख को तैयार करते समय सभी तरह के निर्देशों का पालन किया गया है। संबंधित लेख पाठक की जानकारी व जागरूकता बढ़ाने के लिए तैयार किया गया है। अमर उजाला लेख में प्रदत्त जानकारी व सूचना को लेकर किसी तरह का दावा नहीं करता है और न ही जिम्मेदारी लेता है। उपरोक्त लेख में उल्लेखित संबंधित बीमारी के बारे में अधिक जानकारी के लिए अपने डॉक्टर से परामर्श लें।

विज्ञापन
विज्ञापन

सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट अमर उजाला पर पढ़ें  लाइफ़ स्टाइल से संबंधित समाचार (Lifestyle News in Hindi), लाइफ़स्टाइल जगत (Lifestyle section) की अन्य खबरें जैसे हेल्थ एंड फिटनेस न्यूज़ (Health  and fitness news), लाइव फैशन न्यूज़, (live fashion news) लेटेस्ट फूड न्यूज़ इन हिंदी, (latest food news) रिलेशनशिप न्यूज़ (relationship news in Hindi) और यात्रा (travel news in Hindi)  आदि से संबंधित ब्रेकिंग न्यूज़ (Hindi News)।  

रहें हर खबर से अपडेट, डाउनलोड करें Android Hindi News App, iOS Hindi News App और Amarujala Hindi News APP अपने मोबाइल पे|

विज्ञापन
विज्ञापन

एड फ्री अनुभव के लिए अमर उजाला प्रीमियम सब्सक्राइब करें

Next Article

एप में पढ़ें

Followed