Diarrhea: दूषित पानी पीने से कर्नाटक में तीन की मौत, जानें डायरिया से बचाव के उपाय
कर्नाटक के यादगीर जिले में दूषित पानी पीने से एक गांव के ही तीन लोगों की मौत हो गई है। मौत से पहले इन सभी लोगों के लक्षण डायरिया से मिलते जुलते थे। अभी भी पांच लोग अस्पताल में भर्ती हैं। आइए इस लेख में डायरिया से बचने के कुछ उपाय के बारे में जानते हैं।

विस्तार
Karnataka Diarrhea: कर्नाटक के यादगिर जिले में दूषित पानी पीने से पिछले एक सप्ताह में तीन लोगों की जान चली गई। वहीं, पांच लोग अब भी अस्पताल में भर्ती हैं। इन सभी मरीजों को दस्त और उल्टी की शिकायत के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया था। आधिकारिक सूत्रों ने सोमवार को यह जानकारी दी। प्रारंभिक जांच में गांव के कुओं और हैंडपंपों से प्राप्त दूषित पानी को इस स्वास्थ्य संकट का संभावित कारण माना जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग ने स्थिति पर नियंत्रण के लिए त्वरित कदम उठाए हैं और गांव में मेडिकल कैंप लगाए हैं।

स्वास्थ्य विभाग का बयान
यादगिर के एक स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि मृतकों को पहले से अन्य बीमारियां थीं, इसलिए उनकी मृत्यु को पूरी तरह दूषित पानी से जोड़ना उचित नहीं हो सकता। हालांकि, अभी भी अस्पताल में पांच लोग भर्ती हैं और उनकी स्थिति अब स्थिर है। स्वास्थ्य विभाग की एक टीम गांव में तैनात है, जो पानी के स्रोतों की जांच और ग्रामीणों की निगरानी कर रही है। पानी के नमूनों को परीक्षण के लिए लैब भेजा गया है ताकि मौत के सटीक कारण का पता लगाया जा सके।
डायरिया के लक्षण
डायरिया एक ऐसी स्थिति है, जिसमें बार-बार पतला या पानी जैसा मल त्याग होता है। इसके प्रमुख लक्षणों में पेट में ऐंठन, दर्द, उल्टी, जी मचलाना, बुखार, थकान और डिहाईड्रेशन शामिल हैं। डिहाईड्रेशन के लक्षणों में मुंह सूखना, कमजोरी, चक्कर आना या पेशाब कम होना शामिल हो सकता है। अगर दस्त 2-3 दिन से ज्यादा बने रहें या लक्षण गंभीर हों, जैसे तेज बुखार या मल में खून, तो तुरंत चिकित्सक से संपर्क करना चाहिए। दूषित पानी या भोजन दस्त का प्रमुख कारण हो सकता है।
डायरिया से बचाव के उपाय
दस्त से बचने के लिए स्वच्छता और सावधानी बरतना जरूरी है। हमेशा स्वच्छ पानी पिएं, इसके लिए आप आरओ या फिल्टर पानी का उपयोग कर सकते हैं। खाने से पहले और शौच के बाद साबुन से अच्छी तरह से हाथ धोएं। ताजा और अच्छी तरह पका हुआ भोजन खाएं और कच्चे फल-सब्जियों को अच्छे से धो लें। दस्त होने पर ओआरएस या नमक-चीनी का घोल पीकर डिहाइड्रेशन से बच सकते हैं। अगर स्तिथि गंभीर तो तुरंत डॉक्टर से परामर्श लें।
नोट: यह लेख मेडिकल रिपोर्टस से एकत्रित जानकारियों के आधार पर तैयार किया गया है।
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