Live
Bihar Election 2025 Live: सीवान सदर से मंगल पांडेय ने भरा पर्चा, सांसद अनुराग ठाकुर ने RJD पर बोला हमला; जानें
Bihar Vidhansabha Chunav 2025: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के पहले चरण के लिए नामांकन प्रक्रिया जारी है। 17 अक्टूबर नामांकन की अंतिम तारीख से पहले कांग्रेस ने गुरुवार देर रात अपनी पहली सूची जारी कर दी।


लाइव अपडेट
बिहार की सियासत में दोस्ती और अदावत की पुरानी कहानी एक बार फिर चर्चा में है। इस बार केंद्र में हैं दिवंगत समाजवादी नेता शरद यादव के बेटे शांतनु यादव और बेटी सुभाषिनी यादव। दोनों ने अपने सोशल मीडिया पोस्ट के माध्यम से राजद नेतृत्व पर सवाल उठाए, जिससे राजनीतिक गलियारों में हलचल मच गई।
शुक्रवार को सुभाषिनी यादव ने अपने एक्स हैंडल पर बिना नाम लिए तीखा हमला करते हुए लिखा कि जो अपने खून के नहीं हुए, वो दूसरों के क्या सगे होंगे। जो अपने ही परिवार के वफादार नहीं, वो किसी और के लिए कैसे भरोसेमंद हो सकते हैं। यह विश्वासघात की पराकाष्ठा है। इसके पहले उनके भाई शांतनु यादव ने शरद यादव और तेजस्वी यादव के साथ पुरानी तस्वीर साझा करते हुए लिखा कि मेरे खिलाफ राजनीतिक षड्यंत्र हुआ, समाजवाद की हार हुई।
लालू को सीएम की कुर्सी तक पहुंचाने में निभाई अहम भूमिका
इन सोशल मीडिया पोस्ट के बाद एक बार फिर लालू प्रसाद यादव और शरद यादव की दोस्ती और दुश्मनी का पुराना अध्याय ताजा हो गया है। कभी शरद यादव ने लालू यादव को अपना बड़ा भाई मानते हुए मुख्यमंत्री की कुर्सी तक पहुंचाने में अहम भूमिका निभाई थी। लेकिन 1997 में जनता दल के अध्यक्ष पद को लेकर दोनों के बीच मतभेद गहराए और यहीं से उनके रास्ते अलग हो गए।
इसके बाद मधेपुरा की धरती उनके राजनीतिक टकराव की साक्षी बनी, जहां 1999 में शरद यादव ने लालू को हराया था। साल 2022 में शरद यादव ने अपनी पार्टी लोकतांत्रिक जनता दल का विलय राजद में किया था। उस वक्त यह समझौता हुआ था कि शांतनु यादव को मधेपुरा से लोकसभा का टिकट मिलेगा, लेकिन वादा अधूरा रह गया।
अब विधानसभा चुनाव में तेजस्वी यादव ने शांतनु को टिकट देने का भरोसा दिलाया था, यहां तक कि फोन करके सिंबल लेने के लिए कहा गया, लेकिन आखिरी समय में राजद ने सिटिंग विधायक को ही उम्मीदवार बना दिया। इससे नाराज शरद यादव के बेटे और बेटी ने सोशल मीडिया पर अपनी पीड़ा जाहिर की है।
सीवान सदर से एनडीए के भाजपा प्रत्याशी मंगल पांडेय ने आज अपना नामांकन दाखिल किया। नामांकन सभा में एनडीए के पांचों जिला अध्यक्षों, प्रमुख नेताओं और हजारों कार्यकर्ताओं ने भाग लिया। इस अवसर पर जन आशीर्वाद के लिए एक विशाल जुलूस का आयोजन किया गया, जिसमें सिवान की जनता ने उत्साहपूर्वक भागीदारी दिखाई।
बिहार में जंगलराज की वापसी नहीं होने देंगे, महागठबंधन पर हमला: अनुराग सिंह ठाकुर
पूर्व केंद्रीय मंत्री और हिमाचल प्रदेश के हमीरपुर संसदीय क्षेत्र से पांचवीं बार सांसद अनुराग सिंह ठाकुर ने बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के दृष्टिगत आज बेतिया और रक्सौल में पार्टी के सम्मानित प्रत्याशियों की नामांकन सभाओं को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि आरजेडी और उनका महागठबंधन बिहार में “मंगलराज से जंगलराज” की वापसी चाहता है।
अनुराग सिंह ठाकुर ने उपस्थित जनता से एनडीए प्रत्याशियों को भारी मतों से जिताने और सुशासन वाली सरकार बनाने का आह्वान किया। उन्होंने कहा, “एनडीए सरकार ने पिछले दो दशकों में बिहार में सुशासन और जनकल्याण की दिशा में निरंतर काम किया है। बिहार की जनता जानती है कि जब भी राजद की सरकार आई, तब केवल तबाही ही हुई। 2005 में जब हमारी सरकार बनी और नीतीश कुमार मुख्यमंत्री बने, हमने लालू प्रसाद और राबड़ी देवी की छत्रछाया में पल रहे ‘जंगलराज’ के अपराधियों को कानून के अनुसार जेल भेजा।
उन्होंने चेतावनी दी कि कुछ लोग बिहार को फिर से उसी भय और असुरक्षा के दौर में ले जाने का षड्यंत्र रच रहे हैं। क्या हम बिहार को वापस उसी खौफनाक समय में ले जाने की इजाजत दे सकते हैं, जब बहुओं और बेटियों की इज्जत सुरक्षित नहीं थी, अपराधियों को संरक्षण प्राप्त था और अपहरण व हत्या जैसी घटनाएं आम थी? अनुराग सिंह ठाकुर ने यह भी आरोप लगाया कि जंगलराज के समय बिहार में बिजली, शिक्षा और उद्योग सभी क्षेत्रों में अव्यवस्था और अंधेरा था। उनका कहना था कि राजद की नीतियों के कारण बिहार में उद्योग और व्यापार नहीं पनप सके और शिक्षा पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा।।
वारिसलीगंज विधानसभा क्षेत्र से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की वर्तमान विधायक अरुणा देवी ने शुक्रवार को भारी संख्या में समर्थकों के साथ नामांकन दाखिल किया। इस मौके पर नवादा के सांसद विवेक ठाकुर भी मौजूद रहे। नामांकन के बाद अरुणा देवी ने कहा कि पार्टी ने उन पर जो विश्वास जताया है, उसे बनाए रखने की पूरी कोशिश करेंगी। वे 2015 और 2020 में इसी सीट से भाजपा के टिकट पर विधायक चुनी जा चुकी हैं।
हिसुआ से भाजपा के अनिल सिंह और कांग्रेस की नीतू देवी आमने-सामने
हिसुआ विधानसभा क्षेत्र से भाजपा के पूर्व विधायक अनिल सिंह ने नामांकन पत्र दाखिल किया। उन्होंने कहा कि उन्होंने 15 वर्षों तक क्षेत्र की सेवा की है और शिक्षा, सड़क, चिकित्सा, सिंचाई, बिजली जैसे क्षेत्रों में विकास किया है। उन्होंने कहा कि केंद्र और राज्य के नेतृत्व ने उन पर जो भरोसा जताया है, उस पर खरा उतरने का प्रयास करेंगे।
जहानाबाद में नामांकन और आशीर्वाद सभा: एनडीए ने जताई एकजुटता
जहानाबाद में आयोजित नामांकन और आशीर्वाद सभा में जदयू के नेता एवं बिहार सरकार के मंत्री अशोक चौधरी ने महागठबंधन और एनडीए की स्थिति पर अपने विचार साझा किए। उन्होंने कहा कि महागठबंधन तेल और पानी की तरह है। उन्होंने स्पष्ट किया, “दूध में पानी मिलाया जा सकता है, लेकिन तेल में पानी मिलाएंगे तो तेल अलग हो जाएगा। यही स्थिति विपक्षी दलों के गठबंधन की है। यही कारण है कि अब तक उनके प्रत्याशियों की घोषणा नहीं हुई है।”
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा मुख्यमंत्री के चेहरे की घोषणा नहीं किए जाने के सवाल पर अशोक चौधरी ने कहा कि अमित शाह बड़े नेता हैं। उन्होंने सब कुछ स्पष्ट कर दिया है। यह मान कर चलिए कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार हैं और चुनाव के बाद भी मुख्यमंत्री का चेहरा नीतीश कुमार ही रहेंगे।
अशोक चौधरी ने कहा कि एनडीए पूरी तरह एकजुट है और सभी जाति और धर्म के लोगों को टिकट देने का प्रयास किया गया है। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि जहानाबाद से अति पिछड़ा वर्ग के चंदेश्वर प्रसाद चंद्रवंशी को, मखदुमपुर विधानसभा से महादलित एवं महिला प्रत्याशी रानी कुमारी को और भोई विधानसभा क्षेत्र से समान वर्ग के बर्हम्रशी के बेटे ऋतुराज कुमार को प्रत्याशी बनाया गया है।
Bihar Assembly Election: जन सुराज ने स्टार प्रचारकों की सूची की जारी
जन सुराज ने बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के लिए स्टार प्रचारकों की लिस्ट जारी कर दी है। पहली लिस्ट में 20 स्टार प्रचारकों के नाम हैं। पहला नाम खुद पार्टी के संस्थापक प्रशांत किशोर का है। दूसरे नंबर पर उदय सिंह, तीसरे नंबर पर मनोज कुमार भारती का नाम शामिल है।Bihar News: एक मिनट की देरी से पहुंचे मंत्री जयंत राज, नामांकन नहीं हो सका दाखिल
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के नामांकन प्रक्रिया के दौरान शुक्रवार को एक अनोखी स्थिति देखने को मिली। भवन निर्माण मंत्री एवं अमरपुर विधानसभा क्षेत्र के जदयू विधायक जयंत राज अपने नामांकन पर्चा दाखिल करने के लिए बांका समाहरणालय पहुंचे, लेकिन निर्धारित समय से एक मिनट देर होने के कारण जिला प्रशासन ने उन्हें नामांकन कक्ष में प्रवेश की अनुमति नहीं दी। निर्वाचन आयोग के नियमों के अनुसार, निर्धारित समय के बाद कोई भी नामांकन स्वीकार नहीं किया जा सकता। प्रशासन द्वारा रोके जाने पर मंत्री जयंत राज ने नियम का सम्मान करते हुए कहा “निर्वाचन आयोग का नियम सर्वोपरि है। हम उसका पालन करते हैं। कल निर्धारित समय पर पुनः आकर नामांकन पत्र दाखिल करेंगे।Bihar Election 2025: अखिलेश कुमार अचानक गायब
दानापुर विधानसभा क्षेत्र से जन सुराज के प्रत्याशी अखिलेश कुमार के अचानक गायब हो जाने की खबर है। उन्हें अगवा किए जाने के कयास लगाये जा रहे हैं। अखिलेश चुनाव के लिए आज अपने समर्थकों के साथ नामांकन करने से पहले मंदिर में पूजा अर्चना करने पहुंचे थे। उसके बाद से उनके गायब होने की सूचना है।बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के दूसरे चरण के लिए रफीगंज सीट से जदयू प्रत्याशी प्रमोद कुमार सिंह ने शुक्रवार को अपना नामांकन दाखिल किया। प्रमोद सिंह शहर के सत्येंद्र नगर स्थित अपने आवास से समर्थकों के जुलूस के साथ पैदल जिला समाहरणालय पहुंचे और निर्वाचनी पदाधिकारी के समक्ष नामांकन पत्र जमा किया।
नामांकन के बाद समर्थकों ने उन्हें फूलों की माला से स्वागत किया और जोरदार नारे लगाए। प्रमोद सिंह ने कहा कि 2025 में एनडीए 225 सीटें जीतकर नीतीश कुमार को फिर से मुख्यमंत्री बनाएगी। उन्होंने कहा कि रफीगंज सीट पर उनका मुकाबला किसी से नहीं है और जनता इस बार बाहरी प्रत्याशी को मौका नहीं देगी।
नामांकन की आखिरी दिन कई दिग्गज उतरे मैदान में
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के पहले चरण में दरभंगा के कई उम्मीदवारों ने शुक्रवार को अपना नामांकन दाखिल किया। रफीगंज विधानसभा सीट से चिराग पासवान की पार्टी के नेता प्रमोद कुमार सिंह ने जदयू प्रत्याशी के रूप में नामांकन किया। नामांकन के बाद उन्होंने कहा कि 2025 में एनडीए 225 सीटें जीतकर नीतीश कुमार को फिर से मुख्यमंत्री बनाएगी।
दरभंगा में भाजपा से मैथिली ठाकुर (अलीनगर) और जीवेश मिश्रा, राजद से भोला यादव (बहादुरपुर), कांग्रेस से मिथिलेश चौधरी और जाले से ऋषि मिश्रा ने भी नामांकन दाखिल किया। VIP प्रमुख ने गोराबोराम से खुद चुनाव नहीं लड़ने का निर्णय लिया और अपने भाई संतोष सहनी को मैदान में उतारा।
नामांकन के दौरान समर्थकों ने उत्साह दिखाते हुए नेताओं का स्वागत किया। मैथिली ठाकुर ने नामांकन से पहले नवादा स्थित दुर्गा मंदिर में पूजा-अर्चना की और अलीनगर को आदर्श नगर बनाने का संकल्प जताया। इस तरह दरभंगा में पहले चरण के चुनावी मैदान में उम्मीदवारों की तैयारियों का दौर पूरी तरह जोरों पर है।