Karur Stampede LIVE: अस्पताल जाकर जस्टिस जगदीशन घायलों से मिलीं, करुर जाकर जांच की; कहा- पीड़ितों का हाल बेहतर
Vijay Karur Rally Stampede News Live: तमिलनाडु के करूर में तमिलगा वेत्री कझगम (टीवीके) के प्रमुख और अभिनेता विजय की रैली में भगदड़ मच गई। बताया जा रहा है कि रैली में 40 लोगों की मौत हो गई है। मृतकों का आंकड़ा बढ़ सकता है। पीएम नरेंद्र मोदी और तमिलनाडु के सीएम एमके स्टालिन समेत कई सामाजिक और राजनीतिक हस्तियों ने हादसे पर दुख जताया है। हादसे के अगले दिन आज पूर्व हाईकोर्ट जज न्यायमूर्ति जगदीशन ने घटनास्थल जाकर जायजा लिया। बता दें कि सरकार ने उनके नेतृत्व में जांच आयोग गठित किया है। अमर उजाला के इस लाइव ब्लॉग में पढ़ें करूर में मची भगदड़ से जुड़ी अपडेट्स...
लाइव अपडेट
TVK प्रमुख विजय के चेन्नई स्थित आवास पर बम की धमकी, पुलिस ने की जांच
तमिलगा वेत्री कझगम (टीवीके) पार्टी के प्रमुख और अभिनेता विजय को रविवार को उनके चेन्नई स्थित आवास पर बम की धमकी मिली। इसके बाद उनके आवास पर व्यापक तलाशी के लिए खोजी कुत्तों के साथ एक बम निरोधक दस्ता तैनात किया गया है। यह घटना ऐसे समय में सामने आई है, जब 27 सितंबर को करूर में विजय की रैली के दौरान मची भगदड़ में 40 लोगों की मौत हो गई थी, जबकि 60 से अधिक लोग अस्पताल में भर्ती हैं, जिनमें से कम से कम दो की हालत गंभीर बनी हुई है।
सीएम स्टालिन को राहुल गांधी ने फोन किया
भगदड़ पीड़ितों की जानकारी लेने के लिए कांग्रेस सांसद और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने मुख्यमंत्री एमके स्टालिन को फोन किया। सीएम स्टालिन ने एक्स हैंडल पर लिखा, फोन पर मुझसे संपर्क कर करुर में हुई दुखद घटना पर अपनी हार्दिक चिंता और संवेदना व्यक्त करने का आभार। सीएम स्टालिन ने लिखा, 'उपचाराधीन लोगों के बहुमूल्य जीवन को बचाने के लिए उठाए गए कदमों के बारे में ईमानदारी से पूछताछ करने के लिए धन्यवाद।'Tamil Nadu CM MK Stalin (@mkstalin) posts: "Thank you, my dear brother Thiru. @RahulGandhi, for reaching out to me over phone, conveying your heartfelt concern over the tragic incident in #Karur, and sincerely enquiring about the measures taken to save the precious lives of those… pic.twitter.com/vX5k0XtQHJ
— Press Trust of India (@PTI_News) September 28, 2025
करुर की भगदड़ में मारे गए 40 लोगों को तमिलनाडु में श्रद्धांजलि
तमिलनाडु की राजधानी चेन्नई में एक संगठन- अखिल भारतीय युवा महासंघ (एआईवाईएफ) के सदस्यों ने टीवीके (तमिलनाडु वेत्री कझगम) प्रमुख और अभिनेता विजय की राजनीतिक रैली के दौरान हुई भगदड़ में मारे गए 40 लोगों की मौत पर शोक व्यक्त किया।#WATCH | Chennai, Tamil Nadu: Members of the All India Youth Federation (AIYF) mourn the death of 40 people who lost their lives in the stampede which took place during the political rally of TVK (Tamilaga Vettri Kazhagam) chief and actor Vijay, yesterday. pic.twitter.com/iSa8GBJvky
— ANI (@ANI) September 28, 2025
भगदड़ पर कर्नाटक की कांग्रेस सरकार में मंत्री का बयान
करुर की भगदड़ पर कर्नाटक के मंत्री शरण प्रकाश ने कहा, यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण घटना है... सरकार को बड़े कार्यक्रमों के आयोजन के लिए मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) तय कर कुछ दिशानिर्देश जारी करने चाहिए, जिससे भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों।जस्टिस जगदीशन ने कहा- अस्पताल में पीड़ितों के इलाज से संतुष्ट
तमिलनाडु के करुर में सरकारी मेडिकल कॉलेज और अस्पताल का दौरा करने के बाद उच्च न्यायालय की सेवानिवृत्त न्यायाधीश अरुणा जगदीशन ने कहा, 'अस्पताल में अब सभी ठीक हैं। उन्हें बहुत अच्छा इलाज मिल रहा है।केंद्रीय मंत्री जी किशन रेड्डी ने भी जताया शोक
केंद्रीय मंत्री जी किशन रेड्डी ने करुर की भगदड़ पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए हादसे को 'बेहद दुर्भाग्यपूर्ण' बताया। उन्होंने पत्रकारों से बात करते हुए कहा, तमिलनाडु में हुई घटना के पीड़ितों को वे श्रद्धांजलि देना चाहते हैं। उन्होंने कहा, 'मैं सभी राजनीतिक दलों से एहतियाती कदम उठाने की अपील करता हूं ताकि ऐसी घटना दोबारा न हो।' इससे पहले एक्स पर लिखे एक भावुक पोस्ट में टीवीके प्रमुख विजय ने कहा कि उनके पास अपने दिल की पीड़ा को व्यक्त करने के लिए शब्द नहीं हैं। घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करते हुए विजय ने उपचार करा रहे लोगों को पार्टी की ओर से सभी जरूरी मदद मुहैया कराने का आश्वासन दिया है।विजय को रैली की अनुमति न मिले, भगदड़ में घायल शख्स की हाईकोर्ट से अपील
करुर की रैली में मची भगदड़ में घायल शख्स सेंथिलकन्नन ने मद्रास हाईकोर्ट में याचिका दायर की है। उन्होंने अदालत से डीजीपी को निर्देश देने की गुहार लगाई है। याचिकाकर्ता की अपील है कि इस हादसे की जांच पूरी होने, ठोस सुरक्षा उपाय लागू कर दोषियों की जवाबदेही तय होने तक विजय को किसी भी ऐसी राजनीतिक सभा या रैली की अनुमति न मिले। याचिकाकर्ता का कहना है कि करुर की त्रासदी 'सिर्फ भगदड़ या हादसा' नहीं, यह लापरवाही, कुप्रबंधन और सुरक्षा मानकों की अनदेखी का नतीजा है। आयोजकों ने भीड़ को बिना रोक-टोक जमा होने दिया, पर्याप्त बैरिकेड्स नहीं लगाए गए। रैली के वाहन को गलत तरीके से खड़ा करने से भीड़ बेकाबू हो गई। करुर शहर थाने में एफआईआर दर्ज कराई गई है। भारतीय न्याय संहिता, 2023 की धारा 105 (गैर-इरादतन हत्या) और 106 (लापरवाही से मौत का कारण बनना) के तहत आरोप लगाए गए हैं।
याचिका में दलील दी गई कि अनुच्छेद 21 के तहत जीवन का अधिकार सर्वोपरि है और राजनीतिक रैलियों की अनियंत्रित अनुमति नागरिकों के जीवन को खतरे में डालती है। पीड़ित की दलील है कि सरकार की तरफ से घोषित मुआवजा और जांच के लिए गठित आयोग पर्याप्त नहीं हैं। जब तक जवाबदेही तय नहीं होती और सुरक्षा प्रोटोकॉल लागू नहीं किए जाते, विजय को भविष्य में ऐसी रैलियों की अनुमति देने से हजारों लोगों की जान खतरे में पड़ेगी।
AMMK महासचिव टीटीवी दिनाकरन बोले- हादसों को सियासी मुद्दा न बनाएं
करुर की भगदड़ पर एक अन्य राजनीतिक दल- एएमएमके महासचिव टीटीवी दिनाकरन ने कहा, कल की दुखद घटना में 40 लोगों की मौत हो गई। डॉक्टरों के अनुसार, अस्पताल में एक बुज़ुर्ग महिला की हालत गंभीर है। भविष्य में ऐसी दुखद घटना न हो, राजनीतिक दलों को यह सुनिश्चित करना चाहिए। पुलिस को इससे सबक लेना चाहिए। राजनीतिक दलों को अधिक सावधानी बरतनी चाहिए, और पुलिस को भी यह सुनिश्चित करना चाहिए कि ऐसी कोई जनहानि न हो। ऐसे हादसों को राजनीतिक मुद्दा नहीं बनाना चाहिए। उन्होंने कहा, 'हम सभी को यह सुनिश्चित करने की जिम्मेदारी लेनी चाहिए कि तमिलनाडु में भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों। मैं किसी राजनीतिक दल के नेता के रूप में नहीं, बल्कि एक आम आदमी के रूप में आया हूं।' तमिलनाडु सरकार भगदड़ से निपटने के लिए अच्छा काम कर रही है। भगदड़ की जांच के लिए एक सदस्यीय समिति गठित करने का निर्णय सही है।भाजपा का तीखा सवाल- पुलिस ने सात घंटे की अनुमति क्यों दी?
पुलिस अधिकारियों की संख्या 100 से भी कम
उन्होंने कहा, भाजपा की ओर से प्रत्येक मृतक के लिए 1 लाख रुपये के मुआवजे की घोषणा की गई है। जिस स्थान पर कल समारोह हुआ, वहां 5,000 लोग भी ठीक से जमा नहीं हो सकते। पुलिस का कहना है कि 500 पुलिसकर्मी तैनात थे। हम इस पर विश्वास नहीं करते। वास्तविकता ये है कि जमीनी स्तर पर पुलिस अधिकारियों की संख्या 100 से भी कम थी। स्थानीय प्रशासन की विफलता त्रासदी का प्रमुख कारण है... विजय को तमिलनाडु में कहीं भी जाने और प्रचार करने का पूरा अधिकार है... लेकिन राज्य सरकार अपनी जिम्मेदारी निभाने में विफल रही है...
सिनेमा स्टार को राजनीति में आते समय कई बातों का ध्यान रखना चाहिए
राज्य सरकार पर तीखे हमले करने के बाद भाजपा नेता अन्नामलाई ने विजय को भी नसीहत दी। उन्होंने कहा, उन्हें समझना चाहिए कि, एक सिनेमा स्टार के रूप में राजनीति में प्रवेश करते समय उन्हें अपने दृष्टिकोण को अधिक जिम्मेदार बनाने की आवश्यकता है... सबसे बड़ा सवाल है कि 10 बच्चे क्यों मरे? बकौल भाजपा नेता, 'जब आप सप्ताहांत में रैलियां करते हैं, तो बच्चे अधिक संख्या में अपनी माताओं के साथ आएंगे... आप जानबूझकर सप्ताहांत पर कार्यक्रम निर्धारित करते हैं, क्योंकि आप अधिक भीड़ जुटाना चाहते हैं। ऐसी रैलियों की योजना ही दोषपूर्ण है... विजय को धरातल पर रहकर इन परिस्थितियों का सामना करना चाहिए।