{"_id":"6702b958aaf1091c990ada22","slug":"mahapanchayat-held-regarding-cancellation-of-upper-narmada-dam-project-shobhapur-khetgaon-2024-10-06","type":"story","status":"publish","title_hn":"MP: अपर नर्मदा बांध परियोजना शोभापुर-खेतगांव को निरस्त किये जाने को लेकर हुई महापंचायत, प्रस्ताव हुआ पास","category":{"title":"City & states","title_hn":"शहर और राज्य","slug":"city-and-states"}}
MP: अपर नर्मदा बांध परियोजना शोभापुर-खेतगांव को निरस्त किये जाने को लेकर हुई महापंचायत, प्रस्ताव हुआ पास
न्यूज डेस्क, अमर उजाला, अनूपपुर
Published by: शबाहत हुसैन
Updated Sun, 06 Oct 2024 09:52 PM IST
विज्ञापन
सार
MP: पुष्पराजगढ़ विकासखंड अंतर्गत ग्राम पंचायत दमेहड़ी में किसान संघर्ष मोर्चा के बैनर तले अपर नर्मदा बांध परियोजना को लेकर महापंचायत का आयोजन किया गया। जिसमें अपर नर्मदा बांध परियोजना शोभापुर, खेतगांव से प्रभावित ग्राम पंचायतों के ग्रामीण किसान सहित क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि एवं अधिकारी कर्मचारी उपस्थित रहे।

शोभापुर-खेतगांव को निरस्त किये जाने को लेकर हुई महापंचायत
- फोटो : अमर उजाला
विज्ञापन
विस्तार
अपर नर्मदा बांध परियोजना को लेकर के पुष्पराजगढ़ विकासखंड अंतर्गत ग्राम पंचायत दमेहड़ी में किसान संघर्ष मोर्चा के बैनर तले महापंचायत का आयोजन किया गया। जिसमें अपर नर्मदा बांध परियोजना शोभापुर, खेतगांव से प्रभावित ग्राम पंचायतों के ग्रामीण किसान सहित क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि एवं अधिकारी कर्मचारी उपस्थित रहे।

Trending Videos
जिसमें बांध निर्माण को निरस्त किये जाने के संबंध में सर्वसम्मति से प्रस्ताव को पास कर राष्ट्रपति, राज्यपाल, प्रधानमंत्री सहित मुख्यमंत्री के नाम अनुविभागीय दण्डाधिकारी पुष्पराजगढ़ को ज्ञापन सौंपा गया। ज्ञापन के माध्यम से बताया है कि अपर नर्मदा बांध परियोजना शोभापुर, खेतगांव के बन जाने से प्रभावित किसान जो यहां के मूल निवासी हैं, जिनकी जीविका पूर्णत: कृषि पर आधारित है। आदिवासी समाज की संस्कृति, प्रथा, पारंपरिक जीवन शैली, रीति रिवाज, जैव विविधता, प्राकृतिक आश्रय सब कुछ पूर्ण रूप से नष्ट हो जायेगा।
विज्ञापन
विज्ञापन
ज्ञापन में वैज्ञानिक तथ्य भी दिये गये हैं, जिसमें बताया गया है कि नर्मदा उद्गम से 40 किमी के दायरे में वैज्ञानिकों का मत है कि इस बांध के बन जाने से प्राकृतिक जल स्रोत बंद हो जाते हैं। यहां व्यापक रूप से वन औषधियां नष्ट होंगी। पूरे प्रदेश में अमरकंटक की पहाड़ी क्षेत्र में पाई जाने वाली गुलबकावली भी हमेशा के लिये विलुप्त हो जायेगी।
बिना ग्राम सभा के स्वीकृति के नहीं शुरू होना चाहिए कार्य
महापंचायत के दौरान जनप्रतिनिधियों एवं अधिकारियों द्वारा यह स्पष्ट रूप से कहा गया कि बिना ग्राम सभा की सहमति से इस अपर नर्मदा बांध परियोजना शोभापुर, खेतगांव बांध का बनना संभव नहीं है। जिसके लिये सर्वसम्मति से बांध का कार्य निरस्त किए जाने का प्रस्ताव पारित किया गया।
हजारों की संख्या में प्रभावित किसान एवं परिवारजन हुए शामिल
इस महापंचायत में हजारों की संख्या में अपर नर्मदा बांध परियोजना से प्रभावित ग्रामीण एवं उनके परिजन तथा किसान सम्मिलित हुए। जिन्होंने स्पष्ट रूप से इस महापंचायत के माध्यम से प्रशासन को चेतावनी दी है कि यदि यह बांध बिना उनकी सहमति के निर्माण कार्य या फिर भू अर्जन एवं सर्वे का कार्य प्रारंभ किया गया तो किसान आंदोलन के लिए बाध्य होंगे।