सब्सक्राइब करें
Hindi News ›   Madhya Pradesh ›   Bhopal News ›   Bhopal and Indore Economic Zones to be developed as growth hubs in Madhya Pradesh, committee formed under the

मध्य प्रदेश में ग्रोथ हब के रूप में विकसित होंगे भोपाल और इंदौर आर्थिक क्षेत्र, CS की अध्यक्षता में समिति गठित

न्यूज डेस्क, अमर उजाला, भोपाल Published by: आनंद पवार Updated Wed, 15 Oct 2025 08:52 PM IST
सार

मध्यप्रदेश सरकार ने जी-हब पहल शुरू की है, जिसके तहत भोपाल और इंदौर आर्थिक क्षेत्रों को ग्रोथ हब के रूप में विकसित किया जाएगा। नीति आयोग के सहयोग से इन क्षेत्रों के लिए आर्थिक रणनीति और रोडमैप तैयार होगा।

विज्ञापन
Bhopal and Indore Economic Zones to be developed as growth hubs in Madhya Pradesh, committee formed under the
वल्लभ भवन, भोपाल - फोटो : सोशल मीडिया
विज्ञापन

विस्तार
Follow Us

मध्य प्रदेश सरकार ने जी-हब पहल के तहत शहरी क्षेत्रों को आर्थिक ग्रोथ हब के रूप में विकसित करने का फैसला किया है। इसके लिए मुख्य सचिव की अध्यक्षता में एक संचालन समिति और जी-हब क्रियान्वयन इकाई समिति गठित की गई है। इस पहल का उद्देश्य भोपाल आर्थिक क्षेत्र (भोपाल, राजगढ़, विदिशा, रायसेन, सीहोर) और इंदौर आर्थिक क्षेत्र (इंदौर, उज्जैन, देवास, धार, खरगोन, रतलाम, शाजापुर, खंडवा) को आर्थिक केंद्र के रूप में विकसित करना है। नीति आयोग के सहयोग से इन क्षेत्रों के लिए आर्थिक विकास की रणनीति और रोडमैप तैयार किया जाएगा।
Trending Videos


नीति आयोग व अन्य विभागों के साथ समन्वय करेगी 
संचालन समिति में नगरीय विकास, वित्त, औद्योगिक नीति, पर्यावरण, वन, ऊर्जा जैसे विभागों के प्रमुख सचिव शामिल होंगे, जबकि मध्य प्रदेश राज्य नीति आयोग के सीईओ को सदस्य-सचिव बनाया गया है। यह समिति जी-हब पहल की दिशा तय करेगी, नीति आयोग व अन्य विभागों के साथ समन्वय करेगी, प्रगति की समीक्षा करेगी और अन्य राज्यों व अंतरराष्ट्रीय स्तर की सर्वोत्तम प्रथाओं को अपनाने का मार्गदर्शन देगी।
विज्ञापन
विज्ञापन


ये भी पढ़ें- Bhopal News: सनातनी दिवाली मनाने की मुहिम तेज, हिंदुओं से ही खरीदारी की अपील, पोस्टर लेकर पहुंचे हिंदू संगठन

जी-हब क्रियान्वयन समितियां बनाई गई 
भोपाल और इंदौर आर्थिक क्षेत्रों के लिए अलग-अलग जी-हब क्रियान्वयन समितियां बनाई गई हैं, जिनके अध्यक्ष आयुक्त, नगरीय प्रशासन एवं विकास होंगे। इनमें संबंधित जिलों के कलेक्टर, आयुक्त और नगरपालिका अधिकारी शामिल होंगे। ये समितियां बेसलाइन डेटा एकत्र करेंगी, आर्थिक प्रोफाइल तैयार करेंगी, और निवेश, उद्योग, अवसंरचना, कृषि, स्वास्थ्य जैसे क्षेत्रों में प्राथमिकताएं तय करेंगी। साथ ही, पीएम गति शक्ति जैसी योजनाओं के साथ समन्वय कर परियोजनाओं का प्रारूप तैयार किया जाएगा।

ये भी पढ़ें- सड़क सुरक्षा कार्यशाला: सीएम यादव बोले-चाहे जितनी जल्दी हो, सड़क सुरक्षा नियमों का पालन अवश्य करें

आर्थिक विकास को नई गति मिलने की उम्मीद 
यह पहल स्थानीय स्तर पर परियोजनाओं की प्राथमिकता तय करने, प्रगति की निगरानी करने और सुधारात्मक कदम सुझाने में मदद करेगी। इसके अलावा, अन्य राज्यों और अंतरराष्ट्रीय बेस्ट प्रैक्टिसेज का अध्ययन कर क्षेत्रीय योजनाओं में शामिल किया जाएगा। इस पहल से मध्य प्रदेश के आर्थिक विकास को नई गति मिलने की उम्मीद है।
विज्ञापन
विज्ञापन

रहें हर खबर से अपडेट, डाउनलोड करें Android Hindi News App, iOS Hindi News App और Amarujala Hindi News APP अपने मोबाइल पे|
Get all India News in Hindi related to live update of politics, sports, entertainment, technology and education etc. Stay updated with us for all breaking news from India News and more news in Hindi.

विज्ञापन
विज्ञापन

एड फ्री अनुभव के लिए अमर उजाला प्रीमियम सब्सक्राइब करें

Next Article

Election
एप में पढ़ें

Followed