Bhopal: GIS में कितने युवाओं को मिलेगा रोजगार, कमलनाथ बोले-स्पष्ट करे सरकार, सिंघार को नहीं मिला PM का समय
GIS: एमपी के पूर्व सीएम कमलनाथ ने कहा है कि GI समिट में कितने नौजवानों को रोजगार और नौकरी मिलेगी, प्रदेश सरकार जनता को स्पष्ट बताए। इधर नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार को अभी तक प्रधानमंत्री से मिलने का समय नहीं मिल पाया है।
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राजधानी भोपाल में 24 और 25 फरवरी को होने वाली ग्लोबल इन्वेस्टर समिट से पहले मध्य प्रदेश सरकार तैयारियों में जुटी है। वहीं, कांग्रेस पार्टी के नेता लगातार सरकार से सवाल करते नजर आ रहे हैं। इसी कड़ी में पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने सरकार से सवाल किया है कि आम आदमी को निवेश के आंकड़ों से ज्यादा इस बात से मतलब है कि यह समिट प्रदेश के नौजवानों को कितनी नौकरियां तथा रोजगार देती है? इसलिए मेरा आग्रह है कि प्रदेश सरकार जनता को स्पष्ट बताए। वहीं, मध्य प्रदेश विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने ग्लोबल इन्वेस्टर समिट में आ रहे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने का समय मांगा है, लेकिन उनको अभी तक समय नहीं मिला है। इसको लेकर उन्होंने ट्वीट किया है।
समिट को लेकर प्रदेश की जनता को काफी आशा
पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने सोशल साइट एक्स पर लिखा कि मध्य प्रदेश में इस महीने होने जा रही इन्वेस्टर समिट को लेकर प्रदेश की जनता को काफी आशा है। आम आदमी को निवेश के आंकड़ों से ज्यादा इस बात से मतलब है कि यह समिट प्रदेश के नौजवानों को कितनी नौकरियां तथा रोजगार देती है? इसलिए मेरा आग्रह है कि प्रदेश सरकार जनता को स्पष्ट बताए कि समिट से कितनी नौकरी और कितने रोजगार का लक्ष्य उन्होंने तय किया है? यह नौकरी और रोजगार कितनी समय सीमा के भीतर उपलब्ध हो जाएंगे?
एमपी में 33 लाख पंजीकृत बेरोजगार
कमलनाथ ने लिखा कि मध्य प्रदेश में करीब 33 लाख पंजीकृत बेरोजगार हैं। इन बेरोजगारों में एमबीए, इंजीनियरिंग और मेडिकल के ग्रेजुएट और पोस्ट ग्रेजुएट भी शामिल हैं। इसके अलावा अन्य विषयों के स्नातकों की संख्या हजारों में है। मध्य प्रदेश के यह बेरोजगार नौजवान नौकरी की बाट जोह रहे हैं। अगर यह समिट नौकरी देने की दिशा में सार्थक परिणाम लाती है तभी इसे सफल माना जाएगा अन्यथा यह भी भाजपा की एक और इवेंटबाजी साबित होगी।
48 घंटे बाद भी नहीं मिली कोई प्रतिक्रिया
इधर, मप्र विस में नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने एक बार फिर पीएम मोदी से सवाल पूछा है। उन्होंने अपने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स पर पोस्ट कर लिखा कि आदरणीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी 48 घंटे बीत जाने के बाद भी मध्य प्रदेश की जनता की चिंताओं और विकास से जुड़े महत्वपूर्ण मुद्दों पर आपकी कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली। प्रदेश की जनता को आपसे उम्मीद है कि आप उनकी समस्याओं को सुनेंगे और समाधान की दिशा में कदम उठाएंगे। कृपया समय प्रदान करने की कृपा करें।
15 फरवरी को लिखा था पत्र
दरअसल, उमंग सिंघार ने 15 फरवरी को प्रधानमंत्री मोदी को एक पत्र लिखा था। जिसमें उन्होंने पीएम मोदी से मिलने और प्रदेश की समस्याओं से उन्हें अवगत कराने के लिए समय मांगा था। उमंग ने कहा था कि मध्यप्रदेश पिछले कई वर्षों से तमाम समस्याओं और अव्यवस्थाओं से जूझ रहा है। प्रदेश की जनता की चिंताओं और विकास से जुड़े विषयों को आपके समक्ष रखने की अत्यंत आवश्यकता है। इसी को लेकर कांग्रेस विधायकों का प्रतिनिधिमंडल ग्लोबल इन्वेस्टमेंट मीट और मध्य प्रदेश की प्रमुख समस्याओं के संबंध में भेंट करना चाहता है।