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MP Politics: चुनाव न लड़ने की बात पर कमलनाथ ने दी सफाई, कहा- मैं तय करूंगा कि मुझे कहां से चुनाव लड़ना है
न्यूज डेस्क, अमर उजाला, भोपाल
Published by: रवींद्र भजनी
Updated Fri, 10 Feb 2023 01:35 PM IST
सार
चुनाव न लड़ने की बात पर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ की सफाई आई है। उन्होंने कहा कि मैंने कभी नहीं कहा कि मैं चुनाव नहीं लडूंगा। मैंने तो स्थानीय लोगों को टिकट देने के संदर्भ में बात की थी।
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कांग्रेस नेता कमलनाथ (फाइल फोटो)
- फोटो : PTI
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विस्तार
प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने शुक्रवार को साफ कर दिया कि वे चुनाव लड़ेंगे। सौंसर से लड़ेंगे या छिंदवाड़ा से, यह अगले कुछ दिन में तय करेंगे। दरअसल, एक दिन पहले ऐसी खबरें सामने आई थी कि कमलनाथ चुनाव नहीं लड़ने वाले हैं। वे एक जगह बंधकर काम करने के बजाय पार्टी को पूरे प्रदेश में मजबूत करना चाहते हैं।
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कमलनाथ ने शिवपुरी के पोहरी में पत्रकारों से चर्चा में साफ किया कि उन्होंने कभी नहीं कहा कि वह चुनाव नहीं लड़ेंगे। उन्होंने कहा कि ‘मैंने पत्रकारों का भोज आयोजित किया था। इसमें स्थानीय उम्मीदवारों की बात निकली, तब मैंने कहा कि सबसे ज्यादा परेशानी तो मुझे है। मैं छिंदवाड़ा (विधानसभा) का नहीं हूं। मेरा गांव और घर छिंदवाड़ा जिले की सौसर विधानसभा में आता है। सौसर वाले मुझसे कहते हैं कि आप सौसर से चुनाव क्यों नहीं लड़ते? मैं उनसे कहता हूं कि मेरी पहचान छिंदवाड़ा से है और कम ही लोगों ने सौसर का नाम सुना होगा। मैं कुछ समय बाद तय करूंगा कि मुझे कहां से चुनाव लड़ना है सौसर या छिंदवाड़ा से। जब स्थानीय लोगों को टिकट देने की बात की गई थी तो मैंने उस संदर्भ में यह बात कही थी। हां, यह जरूर कहना चाहता हूं कि स्थानीय लोगों और स्थानीय संगठन को टिकट वितरण में महत्व दिया जाएगा। उनकी राय महत्वपूर्ण होगी।
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मैं किसी पद का आकांक्षी नहीं हूं
कांग्रेस की तरफ से चुनावों में मुख्यमंत्री का चेहरा कौन होगा? इस सवाल पर भी कांग्रेस में घमासान मचा है। एक दिन पहले ही कांग्रेस के ट्विटर हैंडल से ट्वीट हुआ कि कमलनाथ अवश्यंभावी मुख्यमंत्री है। इस पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने हमलना बोला था। इससे जुड़े सवाल पर कमलनाथ ने कहा कि मैं किसी पद का आकांक्षी नहीं हूं। मेरा लक्ष्य और मेरा सपना मध्यप्रदेश के भविष्य को सुरक्षित रखने का है। मैंने अपना सारा जीवन, अपनी जवानी मध्यप्रदेश को समर्पित कर दी है। नेताओं के साथ अनबन या गुटबाजी की भी कोई बात नहीं है। पांच दिन पहले ही मेरे साथ दिग्विजय सिंह जी ग्वालियर और मुरैना में मौजूद थे। मेरे साथ अरुण यादव जी भी थे। अजय सिंह जी मेरे साथ उमरिया में मौजूद रहे।
स्थानीय संगठन को मिलेगा महत्व
कमलनाथ ने कहा कि दूसरी पार्टियों से आने वाले नेताओं के विषय में फैसला हमारा स्थानीय नेतृत्व करेगा। हम जिला स्तर के संगठन से चर्चा कर आगे फैसला लेंगे। हम किसी को टिकट का आश्वासन यदि कोई आए तो उसका स्वागत है। टिकट देने का फैसला स्थानीय नेतृत्व व संगठन ही करेगा। मैं किसी को भी झूठे आश्वासन कभी नहीं देता।
विकास यात्रा नहीं निकास यात्रा
कमलनाथ ने कहा कि विकास यात्रा नहीं यह भाजपा की ‘निकास यात्रा’ है। शासकीय पैसों और संसाधनों का बड़े पैमाने पर दुरुपयोग कर यह यात्रा निकाली जा रही है। अगर जनता भाजपा के साथ होती तो उन्हें आज सरकारी पैसे और संसाधनों का दुरुपयोग नहीं करना पड़ता। मैं अकेला भाजपा की विकास यात्रा को ‘निकास यात्रा’ नहीं मान रहा। प्रदेश की जनता भी ऐसा ही मानती है। मेरे निवास पर पत्रकारों का भोज था, वहां सभी पत्रकारों ने मुझे सच्चाई बताई।
शिवराज सरकार पर बरसे कमलनाथ
उन्होंने कहा कि प्रदेश की तस्वीर आप सबके सामने हैं। आज ऐसा कोई वर्ग नहीं है जो परेशान नहीं है। मैं मतदाताओं पर पूरा विश्वास करता हूं कि वह अपना भविष्य सुरक्षित रखेंगे। 215 महीने से प्रदेश में भाजपा की सरकार है। 190 महीने शिवराज सिंह मुख्यमंत्री हैं। हमारी सरकार 15 महीने रही। उसमें भी ढाई महीने लोकसभा चुनाव की आचार संहिता में चले गए। आज मुझसे 15 महीने का हिसाब मांगा जा रहा है।
नाटक-नौटंकी से निवेश नहीं आता
कमलनाथ ने इंदौर में आयोजित ग्लोबल इन्वेस्टर समिट पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि नाटक-नौटंकी और मीडिया इवेंट करने से प्रदेश में निवेश नहीं आता। कुछ ही दिन पहले इंदौर में इन्वेस्टर मीट की गई। इससे पहले भी कई बार इस तरह के आयोजन किए गए। नतीजा यह है कि देश में आने वाले 100 रुपये के निवेश का मात्र 30 पैसे का निवेश मध्यप्रदेश में आता है।