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MP News: भोपाल ने रचा नया इतिहास, 7 मिनट में बना दुनिया का सबसे लंबा सैंडविच, लिम्का बुक में दर्ज हुआ रिकॉर्ड
न्यूज डेस्क, अमर उजाला, भोपाल
Published by: संदीप तिवारी
Updated Sun, 14 Dec 2025 09:53 PM IST
सार
भोपाल में IHM ने 7 मिनट 26 सेकेंड में 269.9 फीट लंबा सैंडविच बनाकर दुनिया का सबसे लंबा सैंडविच तैयार किया। लिम्का बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स की मौजूदगी में रिकॉर्ड दर्ज किया गया है, जिसकी अंतिम पुष्टि दो से ढाई महीने में होगी।
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सैंडविच बनाने विद्यार्थी
- फोटो : अमर उजाला
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विस्तार
राजधानी भोपाल रविवार को एक अनोखे विश्व रिकॉर्ड का साक्षी बनी, जब इंस्टीट्यूट ऑफ होटल मैनेजमेंट (IHM) भोपाल ने दुनिया का सबसे लंबा सैंडविच तैयार कर नया कीर्तिमान स्थापित किया। करीब 269.9 फीट लंबा और 8 इंच चौड़ा यह विशाल सैंडविच महज 7 मिनट 26 सेकेंड में बनाया गया। लिम्का बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स की टीम की मौजूदगी में यह रिकॉर्ड दर्ज किया गया है, हालांकि अंतिम पुष्टि में दो से ढाई महीने का समय लगेगा।
300 फीट लंबी टेबल पर रचा गया रिकॉर्ड
इस मेगा सैंडविच को तैयार करने के लिए लगभग 300 फीट लंबी टेबल लगाई गई। 24 इंच लंबे ब्रेड लोफ्स को विशेष रूप से तैयार खाद्य-योग्य (एडिबल) ग्लू से जोड़ा गया, जिससे एकसमान और लंबा ब्रेड बेस तैयार किया जा सका। पूरा दृश्य देखने वालों के लिए किसी उत्सव से कम नहीं था।
स्वाद और गुणवत्ता बनी रही प्राथमिकता
इतने लंबे सैंडविच में हर हिस्से का स्वाद एक जैसा बनाए रखना आयोजकों के लिए बड़ी चुनौती था। इसमें तीन तरह की लैट्यूस, पर्पल कैबेज, कैप्सिकम, तीन प्रकार की शिमला मिर्च, प्याज, ओलिव्स, जलेपिनो और 5 से 6 तरह के स्प्रेड्स व सॉस का उपयोग किया गया। सब्जियों को समान आकार में काटा गया और एक ही रेसिपी को पूरे सैंडविच में अपनाया गया।
रिकॉर्ड से ज्यादा छात्रों का आत्मविश्वास मकसद
IHM भोपाल के प्रिंसिपल डॉ. रोहित सरीन ने बताया कि इस पहल का उद्देश्य सिर्फ रिकॉर्ड बनाना नहीं था, बल्कि छात्रों और फैकल्टी में यह विश्वास जगाना था कि टीमवर्क के साथ असंभव लगने वाले लक्ष्य भी हासिल किए जा सकते हैं। यह प्रयोग छात्रों की रचनात्मकता, प्रोफेशनल स्किल्स और सहयोग की भावना को मजबूत करेगा।
यह भी पढ़ें-वर्ल्ड चैंपियन बेटियों का भोपाल में सम्मान, खेल मंत्री ने कहा-MP की खेल ताकत का प्रतीक हैं ये खिलाड़ी
सेवा की सोच से जुड़ा आयोजन
डॉ. सरीन ने कहा कि खाना बनाना केवल एक पेशा नहीं, बल्कि सेवा का माध्यम है। हॉस्पिटैलिटी इंडस्ट्री में अतिथि को सर्वोच्च माना जाता है और इसी संस्कार को छात्रों में विकसित करने के लिए ऐसे नवाचार किए जाते हैं। उल्लेखनीय है कि डॉ. सरीन स्वयं IHM भोपाल के पूर्व छात्र हैं और 1994 में यहीं से पढ़ाई पूरी कर चुके हैं।
यह भी पढ़ें-भोपाल में IAS संतोष वर्मा के खिलाफ विरोध प्रदर्शन, पुलिस ने किया वाटर कैनन का इस्तेमाल
छह टीमों में बंटे छात्र, दो महीने की तैयारी
इस रिकॉर्ड प्रयास के लिए छात्रों को 6 टीमों में विभाजित किया गया था। हर टीम को करीब 40 फीट लंबे हिस्से की जिम्मेदारी सौंपी गई। पिछले दो महीनों से इसकी तैयारियां चल रही थीं। लिम्का बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स की टीम ने पूरे आयोजन का प्रबंधन और वीडियो डॉक्यूमेंटेशन किया।
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300 फीट लंबी टेबल पर रचा गया रिकॉर्ड
इस मेगा सैंडविच को तैयार करने के लिए लगभग 300 फीट लंबी टेबल लगाई गई। 24 इंच लंबे ब्रेड लोफ्स को विशेष रूप से तैयार खाद्य-योग्य (एडिबल) ग्लू से जोड़ा गया, जिससे एकसमान और लंबा ब्रेड बेस तैयार किया जा सका। पूरा दृश्य देखने वालों के लिए किसी उत्सव से कम नहीं था।
स्वाद और गुणवत्ता बनी रही प्राथमिकता
इतने लंबे सैंडविच में हर हिस्से का स्वाद एक जैसा बनाए रखना आयोजकों के लिए बड़ी चुनौती था। इसमें तीन तरह की लैट्यूस, पर्पल कैबेज, कैप्सिकम, तीन प्रकार की शिमला मिर्च, प्याज, ओलिव्स, जलेपिनो और 5 से 6 तरह के स्प्रेड्स व सॉस का उपयोग किया गया। सब्जियों को समान आकार में काटा गया और एक ही रेसिपी को पूरे सैंडविच में अपनाया गया।
रिकॉर्ड से ज्यादा छात्रों का आत्मविश्वास मकसद
IHM भोपाल के प्रिंसिपल डॉ. रोहित सरीन ने बताया कि इस पहल का उद्देश्य सिर्फ रिकॉर्ड बनाना नहीं था, बल्कि छात्रों और फैकल्टी में यह विश्वास जगाना था कि टीमवर्क के साथ असंभव लगने वाले लक्ष्य भी हासिल किए जा सकते हैं। यह प्रयोग छात्रों की रचनात्मकता, प्रोफेशनल स्किल्स और सहयोग की भावना को मजबूत करेगा।
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सेवा की सोच से जुड़ा आयोजन
डॉ. सरीन ने कहा कि खाना बनाना केवल एक पेशा नहीं, बल्कि सेवा का माध्यम है। हॉस्पिटैलिटी इंडस्ट्री में अतिथि को सर्वोच्च माना जाता है और इसी संस्कार को छात्रों में विकसित करने के लिए ऐसे नवाचार किए जाते हैं। उल्लेखनीय है कि डॉ. सरीन स्वयं IHM भोपाल के पूर्व छात्र हैं और 1994 में यहीं से पढ़ाई पूरी कर चुके हैं।
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छह टीमों में बंटे छात्र, दो महीने की तैयारी
इस रिकॉर्ड प्रयास के लिए छात्रों को 6 टीमों में विभाजित किया गया था। हर टीम को करीब 40 फीट लंबे हिस्से की जिम्मेदारी सौंपी गई। पिछले दो महीनों से इसकी तैयारियां चल रही थीं। लिम्का बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स की टीम ने पूरे आयोजन का प्रबंधन और वीडियो डॉक्यूमेंटेशन किया।

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