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MP News: कांग्रेस अध्यक्षों के प्रशिक्षण के तीसरे दिन जेंडर सेंसटाइजेशन पर चर्चा, राहुल गांधी के आने पर संशय
न्यूज डेस्क, अमर उजाला, भोपाल
Published by: संदीप तिवारी
Updated Tue, 04 Nov 2025 09:01 PM IST
सार
मध्य प्रदेश कांग्रेस के जिला अध्यक्षों का 10 दिवसीय प्रशिक्षण शिविर पचमढ़ी में जारी है। तीसरे दिन मंगलवार को ‘जेंडर सेंसटाइजेशन’ पर विशेष सत्र आयोजित किया गया। वहीं, राहुल गांधी के पचमढ़ी आने की तारीख को लेकर अब भी संशय बरकरार है।
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कांग्रेस जिला अध्यक्षों का प्रशिक्षण
- फोटो : अमर उजाला
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विस्तार
मध्य प्रदेश कांग्रेस के संगठन सृजन अभियान के तहत चल रहे 10 दिवसीय जिला अध्यक्ष प्रशिक्षण शिविर का तीसरा दिन मंगलवार को सामाजिक संवेदनशीलता और लैंगिक समानता जैसे महत्वपूर्ण विषयों को समर्पित रहा। कार्यक्रम में जेंडर सेंसटाइजेशन और लैंगिक समानता पर एक विशेष प्रशिक्षण सत्र आयोजित किया गया, जिसका संचालन सोनल पटेल, पूर्व सचिव, अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी एवं जिला अध्यक्ष, अहमदाबाद सिटी ने किया। उन्होंने अपने विचारोत्तेजक संबोधन में समाज में महिलाओं की भूमिका, योगदान, पहचान और आज के समय की चुनौतियों पर विस्तारपूर्वक चर्चा की।
यह सोच और व्यवहार का हिस्सा
पटेल ने कहा कि जेंडर समानता केवल नीति या घोषणापत्र का विषय नहीं, बल्कि यह सोच और व्यवहार का हिस्सा है। जब तक यह दृष्टिकोण हमारे संगठन और समाज के हर स्तर पर नहीं उतरेगा, तब तक वास्तविक समानता संभव नहीं है। उन्होंने कांग्रेस संगठन में महिलाओं की अधिक भागीदारी, निर्णय प्रक्रिया में उनकी भूमिका और नेतृत्व विकास पर बल दिया। उनके अनुसार, किसी भी संगठन की मजबूती तभी संभव है, जब उसमें संवेदनशीलता और समानता दोनों का समावेश हो।
राहुल गांधी की पचमढ़ी यात्रा पर संशय बरकरार
प्रशिक्षण शिविर के दौरान कांग्रेस नेता राहुल गांधी के आगमन की संभावना पर भी चर्चा बनी रही। कांग्रेस संगठन प्रभारी डॉ. संजय कामले ने बताया कि अभी तक राहुल गांधी के पचमढ़ी आने की डेट नहीं
मिली हैं। सूत्रों ने बताया कि राहुल गांधी वर्तमान में बिहार विधानसभा चुनाव के प्रचार में व्यस्त हैं, जिसके कारण उनके कार्यक्रम को अंतिम रूप नहीं दिया जा सका है। हालांकि, कांग्रेस पदाधिकारियों का कहना है कि अगर समय मिला तो राहुल गांधी प्रशिक्षण शिविर के अंतिम चरण में पचमढ़ी आ सकते हैं और जिला अध्यक्षों से संवाद भी कर सकते हैं।
महिला कार्यकर्ताओं की भूमिका प्रभावी बनाने के सुझाव
इस सत्र के दौरान जिला अध्यक्षों ने भी अपने अनुभव साझा किए और संगठनात्मक कार्यों में महिला कार्यकर्ताओं की भूमिका को और प्रभावी बनाने के सुझाव दिए। प्रतिभागियों ने इस सत्र को प्रेरक विचारोत्तेजक और व्यवहारिक दृष्टि से उपयोगी बताया।
यह भी पढ़ें-साप्ताहिक समीक्षा के बाद भी महापौर हेल्पलाइन में 28% शिकायतें पेंडिंग,स्ट्रीट डॉग की सबसे ज्यादा
नेतृत्व निर्माण और संगठन सुदृढ़ीकरण पर फोकस
संगठन सृजन प्रशिक्षण शिविर’ का उद्देश्य कांग्रेस के जिला अध्यक्षों को राजनीतिक प्रबंधन, मीडिया संचार, जनसंपर्क, सामाजिक समरसता और संगठनात्मक नेतृत्व से जुड़ी बारीकियों का प्रशिक्षण देना है।कांग्रेस इस प्रशिक्षण के ज़रिए आने वाले स्थानीय निकाय, विधानसभा और लोकसभा चुनावों के लिए जमीनी स्तर पर नेतृत्व को मजबूत करना चाहती है। शिविर में जिला अध्यक्षों को पार्टी की नीतियों, सामाजिक सरोकारों और आधुनिक राजनीतिक उपकरणों (जैसे सोशल मीडिया मैनेजमेंट, जनसंवाद रणनीति आदि) पर भी सत्र दिए जा रहे हैं।
यह भी पढ़ें-कलेक्टर ने जेपी अस्पताल का किया औचक निरीक्षण, बोले- किसी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं
संवेदनशील नेतृत्व की आवश्यकता
मंगलवार का जेंडर सेंसटाइजेशन सत्र कांग्रेस संगठन के भीतर महिलाओं की भूमिका पर गंभीर विमर्श का प्रतीक माना जा रहा है। सोनल पटेल ने कहा कि कांग्रेस ने हमेशा महिला सशक्तिकरण को प्राथमिकता दी है- चाहे वो पंचायती राज में 33% आरक्षण का मुद्दा हो या महिला आरक्षण विधेयक का समर्थन। उन्होंने कहा कि संगठन को केवल नेतृत्व नहीं, बल्कि संवेदनशील नेतृत्व की आवश्यकता है, जो समाज के हर वर्ग को साथ लेकर चले।
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यह सोच और व्यवहार का हिस्सा
पटेल ने कहा कि जेंडर समानता केवल नीति या घोषणापत्र का विषय नहीं, बल्कि यह सोच और व्यवहार का हिस्सा है। जब तक यह दृष्टिकोण हमारे संगठन और समाज के हर स्तर पर नहीं उतरेगा, तब तक वास्तविक समानता संभव नहीं है। उन्होंने कांग्रेस संगठन में महिलाओं की अधिक भागीदारी, निर्णय प्रक्रिया में उनकी भूमिका और नेतृत्व विकास पर बल दिया। उनके अनुसार, किसी भी संगठन की मजबूती तभी संभव है, जब उसमें संवेदनशीलता और समानता दोनों का समावेश हो।
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राहुल गांधी की पचमढ़ी यात्रा पर संशय बरकरार
प्रशिक्षण शिविर के दौरान कांग्रेस नेता राहुल गांधी के आगमन की संभावना पर भी चर्चा बनी रही। कांग्रेस संगठन प्रभारी डॉ. संजय कामले ने बताया कि अभी तक राहुल गांधी के पचमढ़ी आने की डेट नहीं
मिली हैं। सूत्रों ने बताया कि राहुल गांधी वर्तमान में बिहार विधानसभा चुनाव के प्रचार में व्यस्त हैं, जिसके कारण उनके कार्यक्रम को अंतिम रूप नहीं दिया जा सका है। हालांकि, कांग्रेस पदाधिकारियों का कहना है कि अगर समय मिला तो राहुल गांधी प्रशिक्षण शिविर के अंतिम चरण में पचमढ़ी आ सकते हैं और जिला अध्यक्षों से संवाद भी कर सकते हैं।
महिला कार्यकर्ताओं की भूमिका प्रभावी बनाने के सुझाव
इस सत्र के दौरान जिला अध्यक्षों ने भी अपने अनुभव साझा किए और संगठनात्मक कार्यों में महिला कार्यकर्ताओं की भूमिका को और प्रभावी बनाने के सुझाव दिए। प्रतिभागियों ने इस सत्र को प्रेरक विचारोत्तेजक और व्यवहारिक दृष्टि से उपयोगी बताया।
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नेतृत्व निर्माण और संगठन सुदृढ़ीकरण पर फोकस
संगठन सृजन प्रशिक्षण शिविर’ का उद्देश्य कांग्रेस के जिला अध्यक्षों को राजनीतिक प्रबंधन, मीडिया संचार, जनसंपर्क, सामाजिक समरसता और संगठनात्मक नेतृत्व से जुड़ी बारीकियों का प्रशिक्षण देना है।कांग्रेस इस प्रशिक्षण के ज़रिए आने वाले स्थानीय निकाय, विधानसभा और लोकसभा चुनावों के लिए जमीनी स्तर पर नेतृत्व को मजबूत करना चाहती है। शिविर में जिला अध्यक्षों को पार्टी की नीतियों, सामाजिक सरोकारों और आधुनिक राजनीतिक उपकरणों (जैसे सोशल मीडिया मैनेजमेंट, जनसंवाद रणनीति आदि) पर भी सत्र दिए जा रहे हैं।
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संवेदनशील नेतृत्व की आवश्यकता
मंगलवार का जेंडर सेंसटाइजेशन सत्र कांग्रेस संगठन के भीतर महिलाओं की भूमिका पर गंभीर विमर्श का प्रतीक माना जा रहा है। सोनल पटेल ने कहा कि कांग्रेस ने हमेशा महिला सशक्तिकरण को प्राथमिकता दी है- चाहे वो पंचायती राज में 33% आरक्षण का मुद्दा हो या महिला आरक्षण विधेयक का समर्थन। उन्होंने कहा कि संगठन को केवल नेतृत्व नहीं, बल्कि संवेदनशील नेतृत्व की आवश्यकता है, जो समाज के हर वर्ग को साथ लेकर चले।