{"_id":"68ec5d8bfd6565358902ed2a","slug":"mp-weather-today-cold-weather-prevails-in-madhya-pradesh-monsoon-still-active-in-many-districts-light-rain-2025-10-13","type":"story","status":"publish","title_hn":"MP Weather Today: प्रदेश में रातें हुई सर्द, कई जिलों में मानसून अभी भी सक्रिय, आज हल्की बारिश का अलर्ट","category":{"title":"City & states","title_hn":"शहर और राज्य","slug":"city-and-states"}}
MP Weather Today: प्रदेश में रातें हुई सर्द, कई जिलों में मानसून अभी भी सक्रिय, आज हल्की बारिश का अलर्ट
न्यूज डेस्क, अमर उजाला, भोपाल
Published by: संदीप तिवारी
Updated Mon, 13 Oct 2025 07:36 AM IST
विज्ञापन
सार
सोमवार को मंडला, बालाघाट,अनूपपुर और डिंडौरी में हल्की बारिश की संभावना जताई गई है। अगले तीन दिनों तक रुक-रुक कर बारिश होती रहेगी। इसी बीच भोपाल, इंदौर और उज्जैन में मौसम ने करवट ली है। रात के तापमान में गिरावट दर्ज की गई है और ठंडक बढ़ गई है।

मौसम
- फोटो : अमर उजाला
विज्ञापन
विस्तार
मध्यप्रदेश के पूर्वी जिलों में मानसून अभी भी सक्रिय है। मंडला, बालाघाट, अनूपपुर और डिंडौरी में सोमवार को हल्की बारिश की संभावना जताई गई है। मौसम विभाग का अनुमान है कि इन जिलों में अगले तीन दिनों तक रुक-रुक कर बारिश होती रहेगी। इसी बीच प्रदेश की राजधानी भोपाल सहित इंदौर और उज्जैन में मौसम ने करवट ली है। रात के तापमान में गिरावट दर्ज की गई है और ठंडक बढ़ गई है। मौसम विभाग की सीनियर वैज्ञानिक डॉ. दिव्या ई. सुरेंद्रन के अनुसार, पूर्वी जिलों में फिलहाल केवल हल्की बारिश की स्थिति है। तेज बारिश कराने वाला कोई सिस्टम एक्टिव नहीं है, जिससे बाकी प्रदेश में मौसम शुष्क बना हुआ है।
जल्द लौटेगा मानसून
प्रदेश के अधिकांश हिस्सों से मानसून की वापसी शुरू हो चुकी है। मौसम विभाग का अनुमान है कि अगले 2-3 दिन में पूरे मध्यप्रदेश से मानसून पूरी तरह से लौट जाएगा। अब तक भोपाल, इंदौर, उज्जैन, धार, बड़वानी, खरगोन, खंडवा, हरदा, विदिशा, नर्मदापुरम, बैतूल जैसे 40 से ज्यादा जिलों से मानसून विदा ले चुका है।
अभी इन जिलों में रुका है मानसून
सिंगरौली, सीधी, शहडोल, उमरिया, अनूपपुर, डिंडौरी, मंडला, बालाघाट, जबलपुर और छिंदवाड़ा जैसे जिलों में मानसून अभी मौजूद है। अगर यह अगले तीन दिन और सक्रिय रहता है, तो इस बार मानसून की अवधि पूरे चार महीने की हो जाएगी।16 जून को इसकी प्रदेश में एंट्री हुई थी।
यह भी पढ़ें-डीएसपी के साले की हत्या के आरोपी आरक्षकों को भेजा जेल, विभागीय जांच की भी तैयारी शुरू
रातें हो रहीं ठंडी: इंदौर 14°C, भोपाल 17°C
इंदौर: 14°C
भोपाल-उज्जैन: 17°C
ग्वालियर: 18.2°C
जबलपुर: 18°C
राजगढ़: 14.4°C
धार: 15.5°C
बैतूल: 16.8°C
यह भी पढ़ें-फार्मेसी काउंसलिंग के दूसरे चरण में16 अक्टूबर तक लेना होगा प्रवेश, 53 कॉलेजों में नहीं हुआ कोई दाखिला
गुना बना सबसे ज्यादा बारिश वाला जिला
इस मानसूनी सीजन में गुना जिले में सबसे ज्यादा बारिश दर्ज की गई- 65.6 इंच। इसके बाद मंडला और रायसेन में 62 इंच से अधिक बारिश हुई। वहीं, शाजापुर (28.9 इंच), खरगोन (29.6 इंच) और खंडवा (32 इंच) प्रदेश के सबसे कम बारिश वाले जिलों में शामिल हैं। मानसून की शुरुआत में इंदौर और उज्जैन संभाग में बारिश बेहद कम थी। खासकर इंदौर में तो स्थिति चिंताजनक थी। लेकिन सितंबर की तेज बारिश ने स्थिति को संतुलित किया और अब इंदौर सामान्य बारिश का लक्ष्य पूरा कर चुका है। हालांकि उज्जैन में अब भी कोटा पूरा नहीं हुआ है। ग्वालियर, शिवपुरी, गुना, अशोकनगर, भिंड, मुरैना, दतिया और श्योपुर में औसत से अधिक वर्षा हुई है। पूर्वी मध्यप्रदेश के जबलपुर, सागर, रीवा और शहडोल संभाग में भी मानसून की पकड़ मजबूत रही। कई जगहों पर बाढ़ जैसे हालात भी बने।

Trending Videos
जल्द लौटेगा मानसून
प्रदेश के अधिकांश हिस्सों से मानसून की वापसी शुरू हो चुकी है। मौसम विभाग का अनुमान है कि अगले 2-3 दिन में पूरे मध्यप्रदेश से मानसून पूरी तरह से लौट जाएगा। अब तक भोपाल, इंदौर, उज्जैन, धार, बड़वानी, खरगोन, खंडवा, हरदा, विदिशा, नर्मदापुरम, बैतूल जैसे 40 से ज्यादा जिलों से मानसून विदा ले चुका है।
विज्ञापन
विज्ञापन
अभी इन जिलों में रुका है मानसून
सिंगरौली, सीधी, शहडोल, उमरिया, अनूपपुर, डिंडौरी, मंडला, बालाघाट, जबलपुर और छिंदवाड़ा जैसे जिलों में मानसून अभी मौजूद है। अगर यह अगले तीन दिन और सक्रिय रहता है, तो इस बार मानसून की अवधि पूरे चार महीने की हो जाएगी।16 जून को इसकी प्रदेश में एंट्री हुई थी।
यह भी पढ़ें-डीएसपी के साले की हत्या के आरोपी आरक्षकों को भेजा जेल, विभागीय जांच की भी तैयारी शुरू
रातें हो रहीं ठंडी: इंदौर 14°C, भोपाल 17°C
इंदौर: 14°C
भोपाल-उज्जैन: 17°C
ग्वालियर: 18.2°C
जबलपुर: 18°C
राजगढ़: 14.4°C
धार: 15.5°C
बैतूल: 16.8°C
यह भी पढ़ें-फार्मेसी काउंसलिंग के दूसरे चरण में16 अक्टूबर तक लेना होगा प्रवेश, 53 कॉलेजों में नहीं हुआ कोई दाखिला
गुना बना सबसे ज्यादा बारिश वाला जिला
इस मानसूनी सीजन में गुना जिले में सबसे ज्यादा बारिश दर्ज की गई- 65.6 इंच। इसके बाद मंडला और रायसेन में 62 इंच से अधिक बारिश हुई। वहीं, शाजापुर (28.9 इंच), खरगोन (29.6 इंच) और खंडवा (32 इंच) प्रदेश के सबसे कम बारिश वाले जिलों में शामिल हैं। मानसून की शुरुआत में इंदौर और उज्जैन संभाग में बारिश बेहद कम थी। खासकर इंदौर में तो स्थिति चिंताजनक थी। लेकिन सितंबर की तेज बारिश ने स्थिति को संतुलित किया और अब इंदौर सामान्य बारिश का लक्ष्य पूरा कर चुका है। हालांकि उज्जैन में अब भी कोटा पूरा नहीं हुआ है। ग्वालियर, शिवपुरी, गुना, अशोकनगर, भिंड, मुरैना, दतिया और श्योपुर में औसत से अधिक वर्षा हुई है। पूर्वी मध्यप्रदेश के जबलपुर, सागर, रीवा और शहडोल संभाग में भी मानसून की पकड़ मजबूत रही। कई जगहों पर बाढ़ जैसे हालात भी बने।