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Dindori News: कनक धारा में पानी की किल्लत पर फूटा आक्रोश, ग्रामीणों ने जबलपुर-अमरकंटक हाईवे किया जाम
न्यूज डेस्क, अमर उजाला, डिंडौरी
Published by: डिंडोरी ब्यूरो
Updated Thu, 16 Oct 2025 05:35 PM IST
सार
डिंडोरी जिले के कनक धारा गांव में नौ महीने से नल-जल योजना बंद रहने से परेशान ग्रामीणों ने जबलपुर-अमरकंटक हाईवे पर बर्तन लेकर सड़क जाम कर दिया। प्रशासन के आश्वासन और बोरिंग सफाई मशीन पहुंचने पर प्रदर्शन खत्म हुआ। विभाग ने जल्द जल आपूर्ति बहाल करने का भरोसा दिया।
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ग्रामीणों ने जबलपुर-अमरकंटक हाईवे किया जाम
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विस्तार
डिंडोरी जिले में लगातार पानी की समस्या झेल रहे कनक धारा गांव के ग्रामीणों का सब्र आखिरकार टूट गया। गुरुवार को ग्रामीण महिलाओं और पुरुषों ने बर्तन लेकर जबलपुर-अमरकंटक नेशनल हाईवे पर बैठकर सड़क जाम कर दिया। ग्रामीणों के इस अचानक प्रदर्शन से हाईवे पर यातायात ठप हो गया और वाहनों की लंबी कतारें लग गईं।
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सूचना मिलते ही पुलिस, पीएचई विभाग और जिला प्रशासन के अधिकारी मौके पर पहुंचे। अधिकारियों ने ग्रामीणों से बातचीत कर स्थिति को संभालने की कोशिश की। काफी देर तक समझाइश देने के बाद जब बोरिंग साफ करने वाली मशीन मौके पर पहुंची, तब जाकर ग्रामीणों ने अपना धरना प्रदर्शन समाप्त किया और जाम खोल दिया।
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प्रदर्शन में शामिल गंगोत्री साहू और सोनम साहू ने बताया कि धवा डोंगरी गांव के पोषक ग्राम कनक धारा में नल जल योजना पिछले नौ महीनों से ठप पड़ी है। पानी की आपूर्ति बंद होने से पूरे गांव को परेशानी झेलनी पड़ रही है। महिलाएं रोजाना कई किलोमीटर दूर जाकर पानी लाने को मजबूर हैं। ग्रामीणों ने बताया कि उन्होंने कई बार ग्राम पंचायत और पीएचई विभाग को समस्या से अवगत कराया, लेकिन अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया।
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ग्रामीणों का कहना है कि नल जल योजना शुरू होने के बाद उन्हें राहत मिली थी, लेकिन पिछले कई महीनों से नल सूखे पड़े हैं। गर्मी के मौसम में तो स्थिति और भी खराब हो गई थी, अब सर्दी शुरू होने के बावजूद समस्या जस की तस बनी हुई है।
इस संबंध में जन स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के उपयंत्री अंशुल बिसेन ने बताया कि गांव में लगभग 70 से 80 नल कनेक्शन हैं। तीन दिन पहले ही सरपंच ईश्वर सिंह ने विभाग को जानकारी दी थी कि पेयजल आपूर्ति बाधित है। जांच करने पर पता चला कि बोरिंग मशीन खराब हो गई थी, जिसे मरम्मत के लिए भेजा गया था। बिसेन ने आगे बताया कि मरम्मत के बाद जब मशीन को बोर में डालने की कोशिश की गई, तो पाया गया कि कुछ असामाजिक तत्वों ने बोर में पत्थर डाल दिए हैं। इस वजह से पाइप 20 फीट से नीचे नहीं जा पा रहा है और पानी तक पहुंचना संभव नहीं हो पा रहा। अब विभाग ने एक नई मशीन मंगाई है और जल्द ही बोर की सफाई कर पेयजल आपूर्ति बहाल करने की तैयारी की जा रही है।
अधिकारियों ने भरोसा दिलाया कि कुछ ही दिनों में गांव में नल जल योजना दोबारा शुरू कर दी जाएगी। हालांकि, ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि यदि समस्या जल्द हल नहीं हुई तो वे फिर से आंदोलन करेंगे।

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