मध्यप्रदेश: राज्यपाल ने कमलनाथ को लिखा- आप ने आनाकानी की जिसका कोई आधार नहीं
मध्यप्रदेश के राज्यपाल लालजी टंडन ने सोमवार को कमलनाथ को लिखे पत्र में कहा, मेरे पत्र के जवाब में आपका पत्र मिला। धन्यवाद। मुझे खेद है कि आपके पत्र का भाव और भाषा संसदीय मर्यादाओं के अनुकूल नहीं है। मैंने आपको विश्वास मत प्राप्त करने को कहा था, लेकिन आपके द्वारा ऐसा नहीं किया गया और न इस संबंध में सार्थक प्रयास किया गया। सदन की कार्यवाही 26 मार्च तक स्थगित हो गई।
पत्र में राज्यपाल ने आगे लिखा है, यह खेद की बात है कि आपने मेरे द्वारा दी गई समयावधि में बहुमत सिद्ध करने की जगह, पत्र लिखकर विधानसभा में शक्ति परीक्षण कराने में असमर्थता व्यक्त की/आनाकानी की, जिसका कोई औचित्य और आधार नहीं है। आपने अपने पत्र में शक्ति परीक्षण नहीं कराने के जो कारण लिए हैं, वे आधारहीन तथा अर्थहीन हैं।
राज्यपाल ने कहा, आपने पत्र में सर्वोच्च न्यायालय के जिस निर्णय का जिक्र किया है वह वर्तमान परिस्थितियों और तथ्यों में लागू नहीं होता। जब यह प्रश्न उठे कि किसी सरकार को सदन का विश्वास है या नहीं, तब सर्वोच्च न्यायालय द्वारा कई निर्णयों में निर्विवाद रूप से स्थापित किया गया है कि इस प्रश्न का उत्तर सदन में शक्ति परीक्षण के से ही हो सकता है।
राज्यपाल ने अंत में लिखा है, आपसे पुन: निवेदन है कि सांविधानिक एवं लोकतंत्रीय मान्यताओं का सम्मान करते हुए 17 मार्च तक बहुमत सिद्ध करें, अन्यथा माना जाएगा कि वास्तव में आपको विधानसभा में बहुमत प्राप्त नहीं है।
अब राज्यपाल के पास दो विकल्प
सांविधानिक जानकारों के मुताबिक विश्वास मत हासिल करने की तय तारीख के उल्लंघन के बाद राज्यपाल के पास सांविधानिक तौर पर दो विकल्प हैं।
- बहुमत साबित करने के लिए सीएम कमलनाथ को दोबारा पत्र लिखने के अधिकार का प्रयोग राज्यपाल ने सोमवार को किया।
- राज्य में सांविधानिक व्यवस्था ठप होने की रिपोर्ट केंद्र सरकार को भेजकर राष्ट्रपति शासन लगाने की सिफारिश कर सकते हैं।
हरियाणा के लिए निकले भाजपा विधायक भोपाल एयरपोर्ट से लौटे
विधानसभा सत्र में शामिल होने रविवार आधी रात भोपाल पहुंचे भाजपा विधायक सोमवार शाम राज्यपाल लालजी टंडन से मिलकर हरियाणा के मानेसर जाने के लिए एयरपोर्ट पहुंचे लेकिन, वहीं से लौट आए। अब विधायकों को सिहोर के एक रिसॉर्ट में रखा जाएगा। इस बीच, कांग्रेस सांसद और वरिष्ठ वकील विवेक तन्खा, मप्र के मंत्री उमंग सिंघार, जीतू पटवारी, मध्यप्रदेश के महाधिवक्ता शशांक शेखर विशेष विमान से दिल्ली रवाना हुए।
भाजपा कांग्रेस द्वारा समय खींचने की कोशिशों के चलते अपने विधायकों में तोड़फोड़ का मौका नहीं देना चाहती। रविवार को कुछ कांग्रेस के नेताओं ने कहा था कि भाजपा के नौ विधायक संपर्क में हैं। इसके बाद उन्हें दोबारा मानेसर ले जाने का फैसला हुआ, हालांकि अंतिम समय में विधायकों की रवानगी टल गई। दरअसल, भाजपा नेताओं को भरोसा है कि कांग्रेस के 22 विधायकों की बगावत के बाद भाजपा का शायद ही कोई विधायक टूटे।