Mandsaur News : पिंजरे से आजाद हुई मादा चीता 'धीरा' छलांग देख लोग बोले- अरे वाह..; बाड़ा नंबर-2 में नया ठिकाना
MP Gandhi Sagar Sanctuary : मंदसौर के गांधीसागर अभयारण्य में चीतों का कुनबा बढ़ने लगा है। 20 अप्रैल को दो नर चीते प्रभास और पावक छोड़े जाने के बाद अब कूनो नेशनल पार्क से लाई गई मादा चीता धीरा को भी बाड़ा नंबर-2 में बसाया गया है।
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'धीरा' की छलांग देख लोगों की नजरें थम गईं। छलांग ने लोगों का मन मोह लिया। इस सुंदर पल को कैमरे में कैद किया गया है। तस्वीर में आप भी देख सकते हैं...कैसे आजादी की खुशी का एहसास धीरा को हो रहा है। बता दें, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन पर बुधवार शाम गांधीसागर वन्यजीव अभयारण्य (बाड़ा नंबर-2) में मादा चीता 'धीरा' को छोड़ा गया। जैसे ही पिंजरे की जाली खोली गई, वैसे ही धीरा अपने नए आशियाने में दौड़ पड़ी। इससे पहले 20 अप्रैल को मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कूनो राष्ट्रीय उद्यान से लाए गए दो नर चीते प्रभास और पावक को यहां छोड़ा था।
अनुकूल आवास उपलब्ध कराने का कार्य जारी
भारत सरकार की महत्वाकांक्षी परियोजना चीती पुनर्स्थापना के तहत मध्यप्रदेश में चीतों को सुरक्षित और अनुकूल आवास उपलब्ध कराने का कार्य जारी है। परियोजना के पहले चरण में नामीबिया से लाए गए चीतों को श्योपुर जिले स्थित कूनो राष्ट्रीय उद्यान में बसाया गया था।
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महत्वपूर्ण उपलब्धि
इसी क्रम में मध्यप्रदेश सरकार ने चीतों के लिए गांधीसागर अभयारण्य (मंदसौर-नीमच) को दूसरा उपयुक्त स्थल चुना है। यहां पहले से मौजूद नर चीते प्रभास और पावक के साथ अब मादा चीता धीरा भी जुड़ गई है। चीतों की यह बढ़ती संख्या परियोजना की सफलता और प्रदेश में वन्यजीव संरक्षण की दिशा में महत्वपूर्ण उपलब्धि मानी जा रही है।
इस मौके पर मध्यप्रदेश शासन के मुख्य वन्यप्राणी अभिरक्षक शुभरंजन सेन प्रधान मुख्य वन संरक्षक (वन्यप्राणी) भोपाल उत्तम कुमार शर्मा, मुख्य वन संरक्षक उज्जैन वनवृत्त एमआर बघेल...गांधीसागर अभयारण्य के अधीक्षक अमित राठौर सहित वन विभाग के वरिष्ठ अधिकारी और कर्मचारी मौजूद रहे।
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