कमलनाथ को उनके ही मंत्री ने घेरा, कहा- नौकरशाह हैं सीएम की किचन कैबिनेट का हिस्सा
मध्यप्रदेश में पर्यावरण और पीडब्ल्यूडी मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने इशारों-इशारों में राज्य के मुख्यमंत्री कमलनाथ पर निशाना साधा है। वर्मा ने एक कार्यक्रम में कहा कि पीसीसी अध्यक्ष के लिए नौजवानों को मौका देना चाहिए। आप नौजवानों के लिए जगह छोड़ने के लिए तैयार नहीं हैं। इसके अलावा उन्होंने दावा किया है कि नौकरशाह मुख्यमंत्री की किचन कैबिनेट का हिस्सा हैं।
इंदौर में कांग्रेस कार्यकर्ताओं के दिल की बात थीम पर आयोजित सम्मेलन में मंत्री सज्जन सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री की एक किचन कैबिनेट होती है। जिसमें राजनेता और अनुभवी मंत्री होने चाहिए लेकिन यह नौकरशाहों से भरा पड़ा है। सरकार पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि जो अधिकारी इंदौर जैसी चाशनी में तैनात हैं वह किसी राजनेता या मंत्रियों की सिफारिश से नहीं बल्कि कमलनाथ के मंत्रिमंडल में अपने आकाओं (नौकरशाहों) के कारण तैनात हैं।
Madhya Pradesh Minister Sajjan Singh Verma: CM's kitchen cabinet (unofficial advisors) is dominated by senior officials. I am pained by this, as we are not able to get anyone's posting. If postings are done according to officials then it will have negative consequences. (26.2.20) pic.twitter.com/lGBqIRTLaD
— ANI (@ANI) February 27, 2020
वर्मा ने अपना दर्द बयां करते हुए कहा, 'मैं सच बोलने से नहीं डरता हूं। मैं निश्चित रूप से मुख्यमंत्री को उन कार्यकर्ताओं की जमीनी हकीकत से अवगत कराऊंगा, जिन्होंने राज्य में पार्टी की सरकार बनाने के लिए 15 साल तक संघर्ष किया था। सरकार लोगों के लिए आई है लेकिन कार्यकर्ता के लिए नहीं। सरकार माफियाओं के खिलाफ अच्छी कार्रवाई करती है वहीं कार्यकर्ता अभी भी संघर्ष कर रहे हैं।'
दिग्विजय सिंह पर साधा निशाना
सज्जन वर्मा ने राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री और वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह पर निशाना साधते हुए कहा कि कैलाश विजयवर्गीय के साथ कान फुसफुसाते वाली फोटो जारी कर वे कार्यकर्ताओं को हतोत्साहित कर रहे हैं। उन्होंने गले मिलकर मीठी-मीठी बातें की। उनके कान में कहा कि चिंता मत करना हम ही सरकार चला रहे हैं। आपको और आपके सहयोगियों को कुछ नहीं होने देंगे।
प्रदेश अध्यक्ष पद को लेकर जारी है घमासान
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ इस समय राज्य के प्रदेश अध्यक्ष भी हैं। कांग्रेस पार्टी का एक खेमा पूर्व सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया को प्रदेश की कमान सौंपने की वकालत कर रहा है। हाल ही में सिंधिया ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोला था और वादे पूरे न करने को लेकर तीखे हमले किए थे।