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MP News: शहडोल में खाद की कालाबाजारी पर कलेक्टर ने की कड़ी कार्रवाई, दो कर्मचारी निलंबित
न्यूज डेस्क, अमर उजाला, शहडोल
Published by: शहडोल ब्यूरो
Updated Wed, 17 Sep 2025 03:08 PM IST
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सार
Shahdol News: शहडोल में किसानों के लिए आने वाली खाद की कालाबाजारी को रोकने के लिए कलेक्टर डॉ. केदार सिंह ने सख्त कदम उठाए हैं। हाल ही में की गई कई कार्रवाइयों ने खाद के अवैध परिवहन और कालाबाजारी का नेटवर्क का पर्दाफाश किया है। मामले में दो लोगों को निलंबित किया गया है।

जब्त की गई कालाबाजारी के लिए ले जाई जा रही खाद
- फोटो : अमर उजाला
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विस्तार
शहडोल जिले में किसानों के लिए आवंटित खाद की कालाबाजारी को रोकने के लिए प्रशासन ने सख्त रुख अपनाया है। कलेक्टर डॉ. केदार सिंह ने अवैध परिवहन और गोरखधंधे के मामलों का संज्ञान लेते हुए दो कर्मचारियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया।

69 बोरी यूरिया के साथ पहला मामला पकड़ा गया
ब्यौहारी क्षेत्र में की गई पहली कार्रवाई के दौरान मध्यप्रदेश राज्य विपणन संघ के डबल लॉक से 69 बोरी यूरिया का अवैध परिवहन पकड़ा गया। जांच में खुलासा हुआ कि इस खाद को मैहर जिले में ले जाकर ऊंचे दामों पर बेचा जाना था। इससे पहले ही प्रशासन ने खाद जब्त कर लिया। मामले में गोदाम प्रभारी केशरी प्रसाद पटेल की संलिप्तता सामने आने पर उन्हें निलंबित कर दिया गया। कलेक्टर डॉ. सिंह ने स्पष्ट किया कि किसानों को समय पर और उचित मूल्य पर खाद उपलब्ध कराना प्रशासन की प्राथमिकता है और कालाबाजारी करने वालों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा।
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फार्मासिस्ट भी निकला गोरखधंधे में शामिल
दूसरे मामले में शासकीय सिविल अस्पताल ब्यौहारी के फार्मासिस्ट वरुण सिंह खाद की कालाबाजारी में शामिल पाए गए। जांच में सामने आया कि अस्पताल से जुड़े होने के बावजूद वे अवैध गतिविधियों में सक्रिय थे। तहसीलदार द्वारा दी गई सूचना पर जब कार्रवाई की गई तो वरुण सिंह ने अधिकारियों पर दबाव बनाने की कोशिश की ताकि खाद को बाहर ले जाया जा सके। इस पर वरिष्ठ अधिकारियों को जानकारी दी गई और कलेक्टर ने तुरंत कार्रवाई करते हुए फार्मासिस्ट को निलंबित कर दिया।
किसानों के हितों की रक्षा को लेकर सख्ती
कलेक्टर डॉ. सिंह ने कहा कि खाद की कालाबाजारी सीधे किसानों के हितों पर चोट करती है। उन्होंने चेतावनी दी कि जिले में इस तरह का गोरखधंधा करने वालों पर सख्त कार्रवाई जारी रहेगी। साथ ही किसानों को आश्वासन दिया कि उन्हें पर्याप्त मात्रा में और निर्धारित दर पर खाद उपलब्ध कराई जाएगी।
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