शैतान शौहर: दोस्ती, प्यार-निकाह, वादे से मुकरा शाहरुख खान, वारंट लेकर थाने पहुंची गुजरात की महिला, मामला क्या?
MP News: अहमदाबाद की महिला ने खाचरौद निवासी अपने शौहर पर धोखाधड़ी का आरोप लगाया। महिला का कहना है कि शौहर ने कोर्ट का आदेश नहीं माना, और न ही उसे भरण-पोषण के लिए रुपये दिए। आरोपी शौहर की गिरफ्तारी के लिए महिला वारंट लेकर पुलिस के पास पहुंची।
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फेसबुक पर दोस्ती, प्यार और फिर निकाह के बाद लापता हुए शौहर की बेगम कुटुंब न्यायालय से जारी गिरफ्तारी वारंट लेकर खाचरौद थाने पहुंची। गुजरात के अहमदाबाद की रहने वाली महिला ने खाचरौद निवासी अपने शाहरुख और उसके परिजनों पर गंभीर आरोप लगाए। महिला ने पुलिस से मांग करते हुए कहा कि आरोपी शौहर को जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाए।
पीड़ित महिला ने बताया कि साल 2014 में उसकी दोस्ती फेसबुक के जरिए खाचरौद के राणा प्रताप मार्ग निवासी शाहरुख खान पिता मोहम्मद सलीम से हुई थी। इसके बाद दोनों में बातचीत शुरू हो गई और साल 2018 में दोनों ने अहमदाबाद में निकाह और कानूनी तौर पर शादी की। इस दौरान शाहरुख ने महिला से खाचरौद में साथ रहने और दूसरा निकहा नहीं करने का वादा किया था। निकाह के लिखित दस्तावेजों में भी इन बातों का उल्लेख है।
महिला के अनुसार, निकाह के तीन महीने बाद वे साथ रहे। इसके बाद शौहर शाहरुख छह महीने नौकरी करने की बात कहकर कुवैत चला गया, लेकिन वह साढ़े तीन साल तक वापस नहीं लौटा। इस बीच महिला को पता चला कि शाहरुख के परिजन उसके लिए दूसरी लड़की देख रहे हैं। इस पर महिला ने 2018 में हुए निकाह के दस्तावेज उसके परिजनों को भेज दिए, लेकिन उन्होंने उन्हें फर्जी बता दिया। साल 2021 में शाहरुख कुवैत से वापस लौटा, इस दौरान वह आठ महीने तक महिला के साथ अहमदाबाद में रहा।
महिला के अनुसार, शाहरुख के परिजनों ने उसे अपनाने से इनकार किया तो उसने कुटुंब न्यायालय में वाद दायर किया। इसमें शाहरुख ने महिला को अपनी बेगम माना और खाचरौद में साथ रखने के साथ कुवैत की नौकरी से मिलने वाली आय में से हर महीने 15 हजार रुपये देने का वादा किया। शाहरुख का पासपोर्ट न्यायालय में जमा था, जिसे परिजनों से बातचीत और समझौते के बाद न्यायालय से दिलवाया गया। महिला का कहना है कि वह अपने पति को कुवैत नहीं भेजना चाहती थी, वह उसके साथ खाचरौद में रहना चाहती थी। लेकिन, शाहरुख एक महीने में लौटकर आने की बात कहकर फिर कुवैत चला गया और 30 महीने बाद 2024 में लौटा था।
न्यायालय के आदेश का पालन नहीं किया
पीड़िता के अनुसार, कुटुंब न्यायालय ने शाहरुख को उसकी बेगम को अपने साथ रखने का आदेश दिया था। लेकिन, उसने न तो बेगम को साथ रखा और न ही उसे खर्चा दिया। भरण-पोषण की राशि की वसूली के लिए शाहरुख के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी हो गया। इस पर उसके परिजनों ने महिला को झूठा भरोसा दिलाया और शाहरुख के साथ उसे अहमदाबाद भेजा। चार महीने वह महिला के साथ रहा। इसके बाद परिजनों ने शाहरुख को खाचरौद बुलाया और चुपचाप से कुवैत भेज दिया। इसके बाद शाहरुख ने महिला से बातचीत भी बंद कर दी। महिला को पता चला कि परिजनों ने शाहरुख को घर-परिवार की संपत्ति से बेदखल कर दिया है।
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व्यापार के लिए दिए थे 10 लाख
महिला का कहना है कि उसने शाहरुख और उसके परिजनों के कहने पर उसे 10 लाख रुपये दिए थे। जिससे वह खाचरौद में कुछ काम शुरू कर सके और दोनों साथ रहे। इसके बदले में शाहरुख ने उसे हस्ताक्षर किया चेक भी दिया था। शौहर और उसके परिजनों के बार-बार धोखे से परेशान महिला कुटुंब न्यायालय से जारी गिरफ्तारी वारंट लेकर खाचरौद थाने पहुंची और उसकी गिरफ्तारी की मांग की। पुलिस आरोपी पति शाहरुख के बारे में जानकारी जुटा रही है।
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