कलयुगी मां ने बीमे की रकम के लिए ले ली विकलांग बेटे की जान
पुणे का तेरह साल का चैतन्य बालपांडे एक शानदार गायक था और वो इंडियन आइडल में भी हिस्सा ले चुका था। ऐसे होनहार बेटे को उसकी ही मां ने इन्श्योरेंस के दस लाख रुपयों की खातिर बैट से पीट पीट कर मार डाला।
बताया जा रहा है कि बच्चे के पिता ने उसके नाम दस लाख रुपए का इंश्योरेंस कराया था जिसे हथियाने के लिए मां ने अफने प्रेमी के साथ मिलकर बच्चे पर हर तरह से जुल्म ढाए और आखिर में उसे मार ही डाला। मामला खुलने पर कलयुगी मां और हत्या में उसकी मदद करने वाले कथित प्रेमी को हिरासत में भेजा गया है। पुलिस पूरे मामले की छानबीन कर रही है।
पड़ोसियों और खुद चैतन्य की नानी ने पुलिस को बताया कि आंशिक रूप से विकलांग चैतन्य के साथ उसकी मां राखी राक्षसों जैसा व्यवहार करती थी। 36 साल की राखी रोज चैतन्य को मारती थी। उसे कई कई दिन तक खाना तक नहीं देती थी।
कुछ बोलने पर दूसरों को धमकाती थी राखी
पड़ोसियों ने बताया कि राखी चैतन्य पर हर तरह का जुल्म करती थी। वो विकलांग बच्चे को चार चार घंटे कसरत कराती और रात रात भर जगाकर रखती। वो चैतन्य से घर के सारे काम कराती। बर्तन साफ कराती, सफाई कराती।
चैतन्य गाना सीखना चाहता था लेकिन राखी ने उसे क्लास भेजने की बजाय घर का नौकर बनाकर रखा। पड़ोसी रोज की चैतन्य की पिटाई होते, उसे काम करते और छिप छिप कर रोते देखते रहने को बाध्य थे।
चैतन्य की नानी ने बताया कि राखी की बदसलूकी देखकर जब उसकी नानी ने उसे अपने साथ ले जाना चाहा तो राखी ने अपनी मां को धमकी दी कि वो पुलिस में चैतन्य के अपहरण की रिर्पोट लिखवा देगी।
जब राखी के जुल्म देखकर एक महिला पड़ोसी ने कुछ कहना चाहा तो राखी ने उसे भी धमकाया कि ज्यादा कुछ कहा तो उसके पति के खिलाफ यौन शोषण का आरोप लगा देगी।
हत्या को हादसा बनाने की कोशिश
पूछताछ के दौरान राखी ने स्वीकार किया कि उसने बैट से चैतन्य की पिटाई की थी क्योंकि वो उस पर यौन हमला करने वाला था। राखी ने पुलिस को बताया कि चैतन्य उसके ऊपर गंदी निगाह रखता था और इसी के चलते उसने हमला किया।
खुद को बचाने के चक्कर में राखी ने उस पर बैट से हमला किया। लेकिन पड़ोसियों और चैतन्य की नानी के बयानों के बाद पुलिस ने राखी से कड़ाई से पूछताछ की जिसके बाद राखी ने सब कुछ उगल दिया।
राखी ने बताया कि तलाक से पहले उसके पति तरुण ने चैतन्य के नाम दस लाख का बीमा कराया था। उसने तलाक के बाद कहा कि चैतन्य की मां होने के नाते उसे नामिनी बनाया जाए लेकिन तरुण ने ऐसा नहीं किया।
पुलिस के अनुसार राखी किसी भी कीमत पर बीमे की रकम पाना चाहती थी। वो चैतन्य से छुटकारा भी पाना चाहती थी ताकि मकान मालिक संदीप मोरे के साथ रह सके। इसके लिए राखी ने चैतन्य की हत्या की साजिश रची और चार अगस्त की रात को बैट से पीट पीट कर चैतन्य की हत्या कर डाली।
इस जघन्य कृत्य में राखी के साथ संदीप मोरे भी था। चैतन्य की हत्या में प्रयुक्त बैट को जांच के लिए फोरेंसिक लेबोरेटरी भेजा गया है। राखी के कथित प्रेमी और मकान मालिक संदीप मोरे को भी 12 अगस्त तक हिरासत में भेज दिया गया है।