Best Direction Fot Lakshmi Idol: हिंदू सनातन धर्म में मां लक्ष्मी को धन, वैभव और समृद्धि की अधिष्ठात्री देवी माना गया है। हर व्यक्ति चाहता है कि उसके जीवन में सुख-सुविधाओं की कमी न हो और घर में हमेशा खुशहाली बनी रहे। इसी कारण लोग मां लक्ष्मी की कृपा प्राप्त करने के लिए पूजा-पाठ, मंत्र-जप और विभिन्न ज्योतिषीय उपाय करते हैं। ऐसा माना जाता है कि यदि लक्ष्मी जी प्रसन्न हो जाएँ तो जीवन में धन, सौभाग्य और उन्नति के मार्ग खुल जाते हैं।
Vastu Tips: घर में रखें मां लक्ष्मी की ये मूर्तियां, हमेशा बनी रहेगी कृपा
Vastu Tips For Maa Lakshmi Idol: मां लक्ष्मी की मूर्ति घर में स्थापित करते समय वास्तु के कौन-कौन से नियम जरूरी हैं? गलत प्रतिमा लगाने से धन हानि और दुर्भाग्य का सामना करना पड़ सकता है। जानें सही तरीके, दिशा और महत्वपूर्ण सावधानियाँ।
मां लक्ष्मी की ऐसी प्रतिमा करें स्थापित
ज्योतिष और वास्तु शास्त्र में मां लक्ष्मी को धन, सौभाग्य और समृद्धि की देवी माना गया है। उनके विभिन्न स्वरूपों की प्रतिमाएं और तस्वीरें उपलब्ध होती हैं, जिनमें से सबसे शुभ चयन करना बहुत आवश्यक माना गया है। आमतौर पर चार हाथों वाली मां लक्ष्मी की तीन प्रकार की मूर्तियाँ देखी जाती हैं—पहली, जिसमें वे कमल के फूल पर खड़ी रहती हैं; दूसरी, जिसमें वे कमल पर बैठी होती हैं; और तीसरी, जिसमें उनके दोनों पैर कमल के भीतर सुशोभित होते हैं। वास्तु और शास्त्रों के अनुसार, इन तीनों में से कमल पर बैठी हुई और दोनों पैर कमल में स्थित प्रतिमा सबसे शुभ मानी गई है। इसे घर में स्थापित करने से समृद्धि का मार्ग खुलता है और सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह बढ़ता है।
खड़ी मुद्रा वाली लक्ष्मी प्रतिमा न रखें
वास्तु के अनुसार, मां लक्ष्मी की खड़ी हुई मुद्रा सुख-समृद्धि के लिए शुभ नहीं मानी जाती। माना जाता है कि खड़ी मुद्रा अस्थिरता का संकेत देती है, जिससे घर में धन टिक नहीं पाता। साथ ही, लक्ष्मी जी के साथ हाथी का जोड़ा रखने से सौभाग्य बढ़ता है, क्योंकि हाथी ऐश्वर्य और शक्ति का प्रतीक है। इसी प्रकार, जिस तस्वीर में लक्ष्मी जी के साथ उल्लू हो, उसे घर में लगाने की मनाही है। इसके स्थान पर देवी-देवताओं की विष्णु-लक्ष्मी के गरुड़ पर सवार होने वाली तस्वीर अत्यंत शुभ मानी जाती है, क्योंकि यह संरक्षण और समृद्धि का प्रतीक है।
गणेश जी के साथ न रखें लक्ष्मी जी की तस्वीर
शास्त्रों के अनुसार, मां लक्ष्मी और भगवान गणेश की संयुक्त प्रतिमा सिर्फ दीपावली के अवसर पर ही पूजी जाती है। रोज़मर्रा में घर या मंदिर में इन दोनों की संयुक्त मूर्ति रखना शुभ नहीं माना गया है। इससे वित्तीय और पारिवारिक अस्थिरता होने की संभावना बताई गई है। मूर्ति हमेशा शिला, धातु या मिट्टी की होनी चाहिए। प्लास्टिक या प्लास्टर ऑफ पेरिस (POP) की मूर्ति लगाना अशुभ माना जाता है, क्योंकि इनमें दिव्य ऊर्जा का वास नहीं माना जाता।
इन दिशा में रखें मां लक्ष्मी की मूर्ति
वास्तु विशेषज्ञों के अनुसार, मां लक्ष्मी की प्रतिमा घर के उत्तर-पूर्व (ईशान कोण) में स्थापित करनी चाहिए। यह दिशा धन, आध्यात्मिकता और सकारात्मक ऊर्जा का केंद्र है। पूजा के समय यह सुनिश्चित करें कि मां लक्ष्मी का मुख उत्तर दिशा की ओर हो। एक और महत्वपूर्ण नियम है कि घर में एक से अधिक लक्ष्मी प्रतिमा या तस्वीर नहीं रखनी चाहिए। अधिक मूर्तियाँ रखने से ऊर्जा का प्रवाह कमजोर पड़ता है और घर में अस्थिरता बढ़ सकती है।
डिस्क्लेमर (अस्वीकरण): यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं, ज्योतिष, पंचांग, धार्मिक ग्रंथों आदि पर आधारित है। यहां दी गई सूचना और तथ्यों की सटीकता, संपूर्णता के लिए अमर उजाला उत्तरदायी नहीं है।

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