हर मनुष्य यही चाहता है कि उसके घर में हमेशा सुख-समृद्धि और आनंद बना रहे। इसके लिए लोग हर स्तर पर प्रयास भी करते हैं लेकिन कई बार घर में कलह की स्थिति बनने लगती है। एक परिवार में कई सदस्य होते हैं और सभी की अपनी एक अलग विचारधारा होता है। जब ये विचार आपस में टकराते हैं तो नोक-झोक होना स्वाभाविक है। कहा जाता है कि यही नोक-झोक ही रिश्तों को और मजबूत बनाती है लेकिन यह सब जब तक एक सकारात्मक रुप में हो तभी तक सही रहता है। यदि विचारों में नकारात्कता आने लगे और तनाव होने लगे तो इसपर ध्यान देना बहुत आवश्यक होता है। कई बार लोग घर में सुख-शांति और समृद्धि व मानसिक शांति के लिए कई तरह के उपाय भी करते हैं। इस सबमें से बहुत ही सरल उपाय है घर में महात्मा बुद्ध की प्रतिमा रखना। महात्मा बुद्ध की प्रतिमा को आप साज-सजावट के तौर पर अपने घर में लगा सकते हैं। इससे न केवल आपके घर की खूबसूरती बढ़ती है बल्की आपको मानसिक शांति भी प्राप्त होती है साथ ही आपके घर में सुख-समृद्धि और खुशियां बनी रहती हैं। तो आइए जानते हैं कैसे और किस जगह पर भगवान बुद्ध की प्रतिमा लगाकर पा सकते हैं लाभ।
Vastu tips: इन स्थानों पर भगवान बुद्ध की प्रतिमा रखने से प्राप्त होती है मानसिक शांति, बनी रहती है सुख-समृद्धि
वास्तु के अनुसार, घर के प्रवेश द्वार पर रक्षा मुद्रा में बुद्ध की मूर्ति को स्थापित करना चाहिए। रक्षा मुद्रा भी जहां भगवान बुद्ध का एक हाथ आशीर्वाद के रुप में रहता है तो वहीं दूसरा हाथ रक्षार्थ होता है। द्वार पर भगवान बुद्ध की प्रतिमा को जमीन से लगभग तीन से चार फुट ऊपर किसी सुंदर से स्टैंड पर लगाना चाहिए।
वास्तु के अनुसार, घर के लिविंग रुम में दायीं ओर झुके हुए बुद्ध की प्रतिमा लगानी चाहिए। प्रतिमा को इस तरह से लगाएं को भगवान बुद्धि का मुख पश्चिम दिशा की ओर रहे। आप इसे किसी मेज आदि पर रख सकते हैं। इससे आपके घर में शांति और आनंद का वातावरण रहता है। मानसिक रुप से शांत महसूस होता है साथ ही समृद्धि भी बनी रहती है।
महात्मा बुद्ध की प्रतिमा को मंदिर में भी रखा जाता है। इससे आपको पूजा के समय ध्यान लगाने में मदद मिलती है। वास्तु के अनुसार यहां पर प्रतिमा को पूर्व की ओर मुख करके रखें साथ ही इस बात का ध्यान भी रखें की प्रतिमा आपकी आंखों के स्तर तक रहे। इससे नीचे रखना शुभ नहीं माना जाता है। महात्मा बुद्ध की प्रतिमा रखने से सकारात्मकता बढ़ती और और मानसिक शांति का अनुभव गोता है।
भगवान बुद्ध की विभिन्न मुद्राओं में प्रतिमाएं मिलती हैं इन मुद्राओं का अलग-अलग अर्थ होता है। बच्चों के कमरे में उनकी मेज पर बुद्ध की मूर्ति के पूर्वमुखी करके रखना चाहिए। लेटे हुए विश्राम मुद्रा में या छोटे सिर वाली बुद्ध की प्रतिमा भी रखी जा सकती है। इससे पढ़ाई करते समय ध्यान केंद्रित रहता है जिससे सफलता मिलने की संभावना बढ़ती है।

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