Alien Attack On Earth: एलियंस को लेकर आए दिन कई अजीबोगरीब खबरें सामने आती रहती हैं। दुनियाभर में एलियंस को लेकर अलग-अलग दावे किए जाते हैं। धरती पर कई बार एलियन और यूएफओ को देखने का दावा किया जा चुका है। कई बार ऐसे दावा किए जाते हैं जिनके बारे में जानकर वैज्ञानिक भी हैरान रह जाते हैं। क्या ब्रह्मांड में एलियन का अस्तित्व है? इसको लेकर अभी तक कोई ठोस सबूत नहीं है। एलियन के अस्तित्व को लेकर दुनियाभर के वैज्ञानिक सालों से शोध कर रहे हैं, लेकिन उन्हें इसको लेकर अभी तक कोई कामयाबी नहीं मिली है। हालांकि आए दिन एलियन को लेकर नए-नए दावे किए जाते हैं।
अब इस बीच वैज्ञानिकों ने डराने वाली चेतावनी जारी की है। उनका दावा है कि एलियंस धरती पर हमला कर सकते हैं। यह चेतावनी ऑक्सफोर्ड के वैज्ञानिकों की तरफ से दी गई है। आइए जानते हैं कि वैज्ञानिकों ने आखिर धरती पर एलियन के हमले को लेकर क्यों चेतावनी जारी की है?
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धरती पर हमला कर सकते हैं एलियंस
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दरअसल नासा ने एलियंस को उनकी भाषा में संदेश भेजने का प्लान बनाया हुआ है। इस योजना पर अंमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी के वैज्ञानिकों ने कार्य भी शुरू कर दिया। कैलिफोर्निया में नासा की जेट प्रोपल्शन लेबोरेटरी में वैज्ञानिक इस प्लान पर काम कर रहे हैं जिसकी अध्यक्षता डॉ जोनाथन जियांग कर रहे हैं।
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ऑक्सफोर्ड के वैज्ञानिकों ने नासा के इस प्लान को लेकर चेतावनी जारी की है। उनका कहना है कि नासा का यह प्लान बाहरी अंतरिक्ष में धरती की लोकेशन को उजागर करने वाला है। नासा के इस प्लान से एलियंस को धरती पर हमले के लिए लोकेशन मिल जाएगा।
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नासा आकाशगंगा के एक हिस्से में बाइनरी मैसेज को प्रसारित करने की योजना बना रहा है। यह एक तरह का रेडियो सिग्नल है जिसके जरिए एलियंस से बातचीत करने की कोशिश की जाएगी। अब इसको वैज्ञानिक एलियंस की भाषा में डिकोड करेंगे। नासा के इस प्लान से दुनिया में हलचल मच गई है। आकाशगंगा के इस इलाके को एलियंस का सबसे संभावित घर माना जाता है।
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एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, नासा ने 1974 में रेडियो टेलिस्कोप की मदद से एक अरेसीबो मैसेज को अंतरिक्ष में प्रसारित किया था। अंतरिक्ष एजेंसी का यह मैसेज भी उसी तरह का है। लेकिन नासा के इस प्लान को लेकर ऑक्सफोर्ड के फ्यूचर ऑफ ह्यूमैनिटी इंस्टीट्यूट वरिष्ठ शोधकर्ता एंडर्स सैंडबर्ग ने चेतावनी दी है। उनका कहना है कि ऐसा मैसेज अंतरिक्ष में भेजना खतरों से भरा हुआ है।