दुनिया में हर व्यक्ति की इच्छा होती है कि उसके पास धन-दौलत, हीरे-जवाहरात और सोना-चांदी हो। इतिहास में कई ऐसे लोग थे जिन्होंने बड़ी मात्रा में इन चीजों से अपना खजाना भर कर रखा। लेकिन उनकी मौत होने के बाद यही नहीं पता चला कि उनका खजना कहां पर है। कई लोग इन खजानों की खोज में आज भी लगे रहते हैं। दुनिया के ऐसे ही रहस्यमयी खजाने के बारे में बताते हैं जिनकी तलाश में अब तक कई लोगों की मौत हो चुकी है...
आज का रहस्य: दुनिया के सबसे रहस्यमयी खजाने, जो खोजने गया नहीं लौटा जिंदा
द अंबर रूम
रूस में द अंबर रूम एक प्रसिद्ध महल था। यह सेंट पीटर्सबर्ग शहर के करीब स्थित था। द अंबर रूम कमरे की तरह एक चैंबर था। इसका निर्माण साल 1707 में पर्शिया में किया गया था। यह पीटर द ग्रेट को रूस और पर्शिया के बीच शांति के तोहफे में मिला था। साल 1941 में द्वितीय विश्वयुद्ध के दौरान नाजियों ने इस पर कब्जा जमा लिया और इसे सुरक्षित करने के लिए इसका अलग-अलग हिस्सों में बंटवारा कर दिया। इन सभी टुकड़ों को 1943 में एक म्युजियम में प्रदर्शित किया गया। यहां से पूरा द अंबर रूम लापता हो गया। इसके बाद से इस खजाने का आज तक कोई पता नहीं चल पाया।
फॉरेस्ट फेन का खजाना
संयुक्त राज्य अमेरिका(US) की वायु सेना में फॉरेस्ट फेन काम करता था और वह एक पायलट था। फॉरेस्ट फेन कीमती कलाकृतियों का व्यापारी था जिनकी कीमत अरबों डॉलर थी। साल 1980 में वह घातक बीमारी कैंसर की चपेट में आ गया, तो उसने अपने अरबों डॉलर के खजाने को कहीं पर छिपा दिया। उसने अपने खजाने को खोजने के लिए लोगों को कुछ संकेत दिए थे, लेकिन अभी तक उसके खजाने की तलाश में कई लोगों की मौत हो चुकी है।
एल डोराडो का खजान
इस खजाने की तलाश में कई लोगों की मोत हो गई है। बताया जाता है कि यह खजाना कोलंबिया की गुआटाविटा झील में दफन है। माना जाता है कि गुआटाविटा झील की तली में सोना फैला है। एक धार्मिक मान्यता है कि सैकड़ों साल पहले चिब्बा आदिवासी सूर्य की आराधना करते समय बहुत-सा सोना झील में फेंकते थे। सालों तक ऐसा करने की वजह से झील की तली में बड़ी मात्रा में सोना जमा हो गया। स्पेनिश लुटेरा फ्रांसिस्को पिजारो ने इस खजाने को लूटने की बहुत कोशिश की, लेकिन कामयाब नहीं हुआ।
जेन लैफिट का खजाना
फ्रांस के रहने वाले जेन लैफिट और उसका भाई पियरे समुद्री डाकू थे। दोनों मेक्सिको की खाड़ी में हमला कर मर्चेंट जहाजों को लूटते थे। सन 1823 से 1830 के बीच लैफिट की मौत हो गई। उसकी मौत के बाद उसके खजाने को लेकर तरह-तरह की बात की जाने लगीं। बताया जाता है कि न्यू ऑरलियंस तट के आसपास कहीं उसका खजाना छिपाया गया है।