गुवाहाटी टेस्ट में दक्षिण अफ्रीका ने भारत के सामने 549 रन का लक्ष्य रखा है। भारत के सामने टेस्ट क्रिकेट में दूसरी बार 500+ रन का लक्ष्य रखा है। इससे पहले यह मौका 2004 में नागपुर में आया था, जब ऑस्ट्रेलिया ने भारत के सामने 543 रन का लक्ष्य रखा था। उस मुकाबले में भारत को 342 रन से हार मिली थी, जो आज भी टीम इंडिया की रनों के लिहाज से सबसे बड़ी हार है। अब एक बार फिर वही स्थिति है और भारतीय टीम के सामने लक्ष्य बड़ा है, पिच चुनौतीपूर्ण है और इतिहास भारत के पक्ष में नहीं।
IND vs SA: भारत के सामने 549 रन का लक्ष्य, क्या 21वीं सदी में दूसरी बार रचेगा इतिहास? या होगा 2004 जैसा हश्र
टेस्ट इतिहास में केवल एक बार ही किसी टीम ने मैच के पांचवें दिन 400 से अधिक रन बनाए। 1948 में हेडिंग्ले में ऑस्ट्रेलिया (ब्रैडमैन की अजेय टीम) ने इंग्लैंड के विरुद्ध 404/3 का स्कोर बनाया था, जो टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में 400 से अधिक रनों का पीछा करने का पहला सफल प्रयास था। हालांकि, भारत के सामने लक्ष्य इससे भी ज्यादा है।
टेस्ट मैच के आखिरी दिन 500+ रन, असंभव?
टेस्ट इतिहास में केवल एक बार ही किसी टीम ने मैच के पांचवें दिन 400 से अधिक रन बनाए। 1948 में हेडिंग्ले में ऑस्ट्रेलिया (ब्रैडमैन की अजेय टीम) ने इंग्लैंड के विरुद्ध 404/3 का स्कोर बनाया था, जो टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में 400 से अधिक रनों का पीछा करने का पहला सफल प्रयास था। हालांकि, भारत के सामने लक्ष्य इससे भी ज्यादा है। भारत को दूसरी पारी में दो झटके केएल राहुल (6) और यशस्वी जायसवाल (13) के रूप में लगे। फिलहाल कुलदीप यादव और साई सुदर्शन नाबाद हैं।
21वीं सदी में सिर्फ एक बार बचाया है ऐसा मैच
भारत ने 21वीं सदी में चौथी पारी में 100+ ओवर सिर्फ एक बार बल्लेबाजी की है और वह भी सिडनी 2021 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ। उस ऐतिहासिक मुकाबले में भारत ने 131 ओवर बैटिंग की थी और मैच ड्रॉ कराया था। यह वही मैच है, जहां ऋषभ पंत, अश्विन-हनुमा और पुजारा ने जज्बा दिखाया था। इसलिए यह करिश्मा नामुमकिन नहीं, पर आसान भी नहीं। क्योंकि भारत के पास पुजारा और हनुमा जैसा धैर्य से खेलने वाला बल्लेबाज नहीं है। चौथे दिन अपनी दूसरी पारी में भारत ने 15.5 ओवर बल्लेबाजी कर ली है और पांचवें उसे 90 ओवर खेलना होगा। यानी 95.5 ओवर। भारत पहले भी घर पर कई बार चौथी पारी में इतने ओवर बल्लेबाजी कर चुका है। 2008 में तो टीम को जीत भी मिली थी।
चौथी पारी में भारत ने सबसे ज्यादा कितने ओवर बल्लेबाजी की
(घरेलू टेस्ट में जनवरी 2000 के बाद)
| ओवर | खिलाफ | परिणाम | स्थान | साल |
|---|---|---|---|---|
| 98.3 | इंग्लैंड | जीत | चेन्नई | 2008 |
| 97.0 | इंग्लैंड | ड्रॉ | अहमदाबाद | 2001 |
| 90.0 | पाकिस्तान | हार | बंगलूरू | 2005 |
| 87.4 | ऑस्ट्रेलिया | हार | बंगलूरू | 2004 |
| 80.4 | वेस्टइंडीज | जीत | नई दिल्ली | 2011 |
द. अफ्रीका का भारत के खिलाफ 700+ रन वाले मैच
भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच टेस्ट मैचों में कई हाई-स्कोरिंग मुकाबले हुए हैं। कभी-कभी दक्षिण अफ्रीका की टीम भी भारत पर हावी रही है। यह मैच भी उसी सूची में शामिल हो चुका है। आइए जानते हैं कब-कब दक्षिण अफ्रीका ने भारत के खिलाफ एक टेस्ट मैच में दोनों पारियों को मिलाकर 700 से ज्यादा रन बनाए हैं-
| स्थान | साल | कुल रन | परिणाम |
|---|---|---|---|
| चेन्नई | 2008 | 871 | ड्रॉ |
| कोलकाता | 1996 | 795 | भारत जीता |
| केपटाउन | 1997 | 785 | द. अफ्रीका जीता |
| गुवाहाटी | 2025 | 749 | यह मैच |
| केपटाउन | 2011 | 703 | ड्रॉ |
भारत और दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 50+ विकेट लेने वाले भारतीय गेंदबाजों की सूची में रवींद्र जडेजा भी शामिल हो चुके हैं। उन्होंने दक्षिण अफ्रीका की दूसरी पारी में चार विकेट झटके। इस लिस्ट में उनसे ऊपर अनिल कुंबले, जवागल श्रीनाथ, हरभजन सिंह और अश्विन हैं।
| गेंदबाज | विकेट | औसत |
|---|---|---|
| अनिल कुंबले | 84 | 31.79 |
| जवागल श्रीनाथ | 64 | 24.48 |
| हरभजन सिंह | 60 | 28.40 |
| रविचंद्रन अश्विन | 57 | 22.28 |
| रवींद्र जडेजा | 52 | 19.63 |