सब्सक्राइब करें

यहां बंदरों का इतना आतंक कि भगाने को 'भालू' बनकर घूम रहे आईटीबीपी के जवान, देखें तस्वीरें...

न्यूज डेस्क, अमर उजाला, पिथौरागढ़ Published by: अलका त्यागी Updated Tue, 10 Mar 2020 12:03 AM IST
विज्ञापन
Itbp Soldiers wear bear dress And Roaming for Run away Monkeys in Pithoragarh
- फोटो : अमर उजाला

उत्तराखंड के पिथौरागढ़ में बंदरों से गांव के किसान ही नहीं अर्द्धसैनिक बलों के जवान भी परेशान हैं। तमाम उपाय करने के बाद भी बंदरों के आतंक से निजात नहीं मिलने पर अब आईटीबीपी के जवान भालू बनकर बंदरों को डरा रहे हैं। 

Trending Videos
Itbp Soldiers wear bear dress And Roaming for Run away Monkeys in Pithoragarh
- फोटो : अमर उजाला

आईटीबीपी की सातवीं वाहिनी मिर्थी में पिछले लंबे समय से बंदरों का आतंक बना है। पिछले कई दशकों से आईटीबीपी के मैस के आस-पास डेरा डालने वाले बंदर भगाने पर भी डरते नहीं हैं। ये बंदर भगाने पर जवानों को ही काटने के लिए आ जाते हैं। 

विज्ञापन
विज्ञापन
Itbp Soldiers wear bear dress And Roaming for Run away Monkeys in Pithoragarh
- फोटो : अमर उजाला

मिर्थी आईटीबीपी परिसर में ही केंद्रीय विद्यालय भी है। बंदर इस स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों को भी काटने के लिए झपटते हैं। बंदरों को भगाने के तमाम उपाय करने के बाद जब सफलता नहीं मिली तो अब आईटीबीपी ने बंदरों का भगाने का एक अनूठा प्रयोग किया है। आईटीबीपी के दो जवानों को भालू की पोशाक पहनाई गई है। 

Itbp Soldiers wear bear dress And Roaming for Run away Monkeys in Pithoragarh
- फोटो : अमर उजाला

भालू की पोशाक और मुखौटा पहनकर जैसे ही ये जवान बंदरों की ओर जाते हैं बंदर भाग जाते हैं। पिछले चार दिनों से प्रतिदिन दो जवान आईटीबीपी परिसर में भालू का रूप बनाकर घूम रहे हैं। इस अभिनव प्रयोग की सफलता से आईटीबीपी के अधिकारियों और जवानों के साथ ही केंद्रीय स्कूल के बच्चों को भी राहत मिली है।

विज्ञापन
Itbp Soldiers wear bear dress And Roaming for Run away Monkeys in Pithoragarh
- फोटो : अमर उजाला

बंदर बड़ी समस्या बन चुके हैं। पूरे परिसर में बंदर घूमते रहते हैं। भगाने पर जवानों को ही काटने को दौड़ पड़ते हैं। केंद्रीय विद्यालय के बच्चों के लिए बंदर खतरा बने हैं। अन्य सभी उपाय विफल रहे। रामलीला में जामवंत के पात्र को पहनाई जाने वाली पोशाक में दो जवान तैनात किए गए हैं। यह प्रयोग काफी हद तक सफल हो रहा है।
- अनुप्रीत टी बोरकर सेनानी, आईटीबीपी मिर्थी डीडीहाट।

विज्ञापन
अगली फोटो गैलरी देखें

रहें हर खबर से अपडेट, डाउनलोड करें Android Hindi News App, iOS Hindi News App और Amarujala Hindi News APP अपने मोबाइल पे|
Get all India News in Hindi related to live update of politics, sports, entertainment, technology and education etc. Stay updated with us for all breaking news from India News and more news in Hindi.

विज्ञापन
विज्ञापन

एड फ्री अनुभव के लिए अमर उजाला प्रीमियम सब्सक्राइब करें

Next Article

Election
एप में पढ़ें

Followed