{"_id":"68bba7ae05e869ad4502eff0","slug":"uttarkashi-two-lakes-formed-by-landslides-near-telegad-river-mouth-discovered-by-army-drone-surveillance-2025-09-06","type":"photo-gallery","status":"publish","title_hn":"Uttarkashi: तेलगाड के मुहाने के पास भूस्खलन से बनीं दो झीलें, सेना के ड्रोन से हुआ खुलासा, भविष्य के लिए खतरा","category":{"title":"City & states","title_hn":"शहर और राज्य","slug":"city-and-states"}}
Uttarkashi: तेलगाड के मुहाने के पास भूस्खलन से बनीं दो झीलें, सेना के ड्रोन से हुआ खुलासा, भविष्य के लिए खतरा
विपिन नेगी, संवाद न्यूज एजेंसी, उत्तरकाशी
Published by: रेनू सकलानी
Updated Sat, 06 Sep 2025 08:59 AM IST
सार
उत्तरकाशी तेलगाड के मुहाने के पास भूस्खलन से बनीं दो झीलें बने होने का खुलासा सेना के ड्रोन से हुआ। एसडीआरएफ मौके पर पहुंचने की कोशिश कर रही है, लेकिन खराब मौसम बाधा बन रहा है।
हर्षिल की तेलगाड के मुहाने के पास बृहस्पतिवार को हुए भूस्खलन के कारण दो छोटी-छोटी झीलें बन गई हैं। इस बात का खुलासा भारतीय सेना द्वारा उच्च तकनीक वाले ड्रोन से ली गई तस्वीरों में हुआ है। हालांकि इन झीलों का आकार अभी बहुत बड़ा नहीं है लेकिन ये भविष्य में खतरे का कारण बन सकती हैं।
बृहस्पतिवार को हुए भूस्खलन की जोरदार आवाज सुनकर हर्षिल और आस-पास के क्षेत्रों में दहशत फैल गई थी। मलबा और बड़े बोल्डर आने से तेलगाड का बहाव भी कम हो गया था। एसडीआरएफ की टीम ने तुरंत मौके पर पहुंचने की कोशिश की लेकिन खराब मौसम के कारण वे सफल नहीं हो पाए।
Trending Videos
2 of 5
Uttarkashi
- फोटो : संवाद न्यूज एजेंसी
भूस्खलन वाले स्थान पर दो छोटी झीलें साफ नजर आईं
शुक्रवार को मौसम थोड़ा साफ होने पर एसडीआरएफ ने दोबारा ड्रोन से निरीक्षण करने का प्रयास किया लेकिन तेज हवाओं के चलते ड्रोन उड़ नहीं सका। इसी बीच सुरक्षा कारणों को देखते हुए सेना ने अपने उच्च तकनीक वाले ड्रोन से क्षेत्र की तस्वीरें और वीडियो लिए जिसमें भूस्खलन वाले स्थान पर दो छोटी झीलें साफ नजर आईं।
विज्ञापन
विज्ञापन
3 of 5
उत्तरकाशी में सड़कों और हाईवे को बुरा हाल
- फोटो : संवाद न्यूज एजेंसी
तेलगाड का बहाव फिलहाल शांत
एसडीआरएफ के निरीक्षक जगदंबा प्रसाद ने बताया कि सेना के ड्रोन फुटेज में तेलगाड में भूस्खलन स्थल के पास दो झीलों की तस्वीरें मिली हैं जिनका आकार अभी अधिक बड़ा नहीं है। उन्होंने यह भी बताया कि तेलगाड का बहाव फिलहाल शांत है। एसडीआरएफ की टीमें मौके पर पहुंचने की कोशिश कर रही हैं ताकि स्थलीय निरीक्षण कर स्थिति का सही आकलन किया जा सके। इसके लिए प्रशासन से उच्च तकनीकी ड्रोन की भी मांग की गई है।
4 of 5
उत्तरकाशी में हाईवे खोलने में जुटी मशीने
- फोटो : संवाद न्यूज एजेंसी
हर्षिल में नहीं हो रहा झीलों का खतरा कम
गत माह पांच अगस्त को तेलगाड के ऊफान पर आने के कारण पानी के साथ करीब 15 फीट मलबा बह कर आया था। उसमें सेना के करीब 9 जवान लापता हो गए थे और सैन्य कैंप को बहुत नुकसान हुआ था। हालांकि उन लापता में से एक सैनिक का शव मिल चुका है।
तेलगाड में आए मलबे ने भागीरथी नदी का प्रवाह रोक दिया था। इस कारण भागीरथी नदी में करीब एक से डेढ़ किमी लंबी झील बन गई थी। इसमें हर्षिल हेलीपैड और गंगोत्री हाईवे का करीब 100 मीटर हिस्सा डूब गया था। हालांकि डबरानी और सोनगाड में गंगोत्री हाईवे सुचारू होने के बाद वहां पर मशीनें पहुंची हैं और भागीरथी नदी मेंं बनी झील को खोलने का कार्य चल रहा है।
रहें हर खबर से अपडेट, डाउनलोड करें Android Hindi News App, iOS Hindi News App और Amarujala Hindi News APP अपने मोबाइल पे| Get all India News in Hindi related to live update of politics, sports, entertainment, technology and education etc. Stay updated with us for all breaking news from India News and more news in Hindi.
विज्ञापन
विज्ञापन
एड फ्री अनुभव के लिए अमर उजाला प्रीमियम सब्सक्राइब करें
Next Article
Disclaimer
हम डाटा संग्रह टूल्स, जैसे की कुकीज के माध्यम से आपकी जानकारी एकत्र करते हैं ताकि आपको बेहतर और व्यक्तिगत अनुभव प्रदान कर सकें और लक्षित विज्ञापन पेश कर सकें। अगर आप साइन-अप करते हैं, तो हम आपका ईमेल पता, फोन नंबर और अन्य विवरण पूरी तरह सुरक्षित तरीके से स्टोर करते हैं। आप कुकीज नीति पृष्ठ से अपनी कुकीज हटा सकते है और रजिस्टर्ड यूजर अपने प्रोफाइल पेज से अपना व्यक्तिगत डाटा हटा या एक्सपोर्ट कर सकते हैं। हमारी Cookies Policy, Privacy Policy और Terms & Conditions के बारे में पढ़ें और अपनी सहमति देने के लिए Agree पर क्लिक करें।