छह हत्याओं से रोहतक को दहलाने वाला आरोपी सुखविंदर रोहतक पुलिस के रिकॉर्ड में पहला कूल माइंडेड क्रिमिनल बन गया है। इस जघन्य अपराध के बाद भी उसके चेहरे पर कोई शिकन नहीं है। एसआईटी पूछताछ में सुखविंदर ने कई ऐसी बातें बताईं जिन्हें सुनकर पुलिस भी स्तब्ध रह गई।
आरोपी सुखविंदर ने पुलिस को बताया कि उसने पहले प्रदीप को ऊपर कमरे में बुलाया। इसके बाद मनोज को, सतीश को, पूजा को और फिर साक्षी को क्रम अनुसार कमरे में बुलाकर गोली मारी। आरोपी कमरे के भीतर प्रवेश करने के वक्त हर किसी से दो कदम पीछे हो जाता था और फिर पीछे से गोली मारता था। आखिर में नीचे खेल रहे सरताज को गोद में उठाकर ऊपर लाया और उसे सामने से गोली मारी। गोली आंख के रास्ते सिर से आर पार हो गई थी।
इन छह को गोली मारने के दौरान भी आरोपी के हाथ नहीं कांपे। वह गोली मारता रहा और दूसरे को बुलाने के दौरान बिल्कुल सामान्य रहा। जिससे किसी को भी शक नहीं हुआ। छह को गोली मारने के बाद उसने बहुत ही सरल भाव से अमरजीत सहित 3 और लोगों को फोन किए, जिनकी उसने हत्याएं करनी थी। सभी से बातचीत के दौरान वह बिल्कुल भी हड़बड़ा नहीं रहा था।
आमतौर की बोल चाल की शब्दावली में उसने उन सभी से बात की और मिलने के लिए बुलाया था। जिसकी बातों में अमरजीत आया और उसे एमकेजेके महाविद्यालय के बाहर गोली मार दी थी। पुलिस का मानना है कि ऐसा अपराधी न के बराबर ही होता है।
सुखविंदर ने जिस तरह से सात लोगों पर गोलियां चलाईं और मासूम बच्चे समेत छह हत्याएं की हैं, वह शातिर दिमाग अपराध है। इसके बाद भी अभी तक की पूछताछ में उसके चेहरे पर कोई शिकन नहीं है। पुलिस लगातार पूछताछ कर रही है, अभी तक अन्य कोई नाम सामने नहीं आया है। जांच की प्रक्रिया जारी है। -विनोद कुमार, डीएसपी, एसआईटी