हरियाणा के जाट कॉलेज अखाड़ा हत्याकांड में पुलिस के हाथ कई अहम सुराग लगे हैं। रिमांड अवधि के दौरान एसआईटी की पूछताछ में सुखविंदर ने कई सरकारी कर्मचारियों के नाम लिए हैं जिनसे उसने वारदात के बाद फोन पर बात की थी। इन्हीं लोगों ने उसे दिल्ली भागने की सलाह दी थी।
अधिकारिक सूत्रों के मुताबिक इन सरकारी कर्मचारी सलाहकारों ने सुखविंदर से कहा था इतनी बड़ी वारदात की है, जल्दी हरियाणा से निकलो नहीं तो पुलिस मार देगी। सलाहकारों ने ही उससे कहा था कि दिल्ली में कार की नंबर प्लेट तोड़कर एंट्री करो, पकड़े जाओ। यह बात सामने आने के बाद पुलिस इन सरकारी कर्मचारियों की तलाश कर रही है।
सुखविंदर से एसआईटी की पूछताछ में सामने आया कि उसके कई परिचित सरकारी कर्मचारियों, जो कानून के जानकार थे, ने उसकी भागने में मदद की थी। अब पुलिस की रडार पर वह सरकारी कर्मचारी भी हैं, उन्होंने उसे सलाह दी थी कि रोहतक पुलिस के अलावा हरियाणा पुलिस के हत्थे नहीं चढ़ना है, नहीं तो पुलिस तुम्हारा एनकाउंटर कर देगी। अपनी कार की नंबर प्लेट को तोड़कर दिल्ली में एंट्री करो। क्योंकि दिल्ली में ट्रैफिक पुलिस के कड़े कानून हैं, यह देखते ही तुम आसानी से पकड़े जाओगे।
सहयोगियों ने उसे बताया था कि जैसे ही दिल्ली पुलिस नंबर प्लेट के बाबत तुमसे पूछताछ करने लगे तो तुम अपनी गतिविधि संदिग्ध कर देना, ताकि तुम्हारी बारीकी से जांच हो और तुम अवैध हथियार सहित पकड़े जाओ। इस तरह करने से तुम पर दिल्ली पुलिस अवैध हथियार का मुकदमा दर्ज करेगी और तुम सुरक्षित तरीके से आसानी से पुलिस हिरासत में चले जाओगे। इसके बाद रोहतक पुलिस सहित हरियाणा की कोई भी पुलिस तुम्हारा एनकाउंटर नहीं कर सकेगी।
अपने सलाहकार की यही बात मानकर आरोपी ने कार की नंबर प्लेट को आधा तोड़ दिया और दिल्ली पुलिस द्वारा रोके जाने पर वह कार से नीचे उतर कर भागने लगा और पुलिस ने उसे पकड़ लिया। तलाशी के दौरान उसके पास से अवैध पिस्तौल बरामद हुई।