सुप्रीम कोर्ट ने पैगंबर मोहम्मद पर विवादित टिप्पणी मामले में नुपुर शर्मा पर तल्ख टिप्पणी की है। कोर्ट ने कहा कि नुपुर को टीवी पर आकर माफी मांगनी चाहिए। कोर्ट की सख्त टिप्पणी के बाद फिर से नुपुर शर्मा का मामला सुर्खियों में है। आइए पढ़ते हैं दिनभर की अहम खबरें एक ही जगह पर और सिर्फ एक ही क्लिक पर...
Amar Ujala Top News: नुपुर शर्मा को सुप्रीम कोर्ट की फटकार और इंग्लैंड में फिर गरजा पंत का बल्ला, पढ़ें देश-दुनिया के अहम समाचार
आइए पढ़ते हैं दिनभर की अहम खबरें एक ही जगह पर और सिर्फ एक ही क्लिक पर...
नुपुर शर्मा को 'सुप्रीम' फटकार
सुप्रीम कोर्ट ने आज पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ टिप्पणी से जुड़े नुपुर शर्मा मामले में कड़ा रुख अपनाया। कोर्ट ने नुपुर के खिलाफ अब तक कोई कार्रवाई नहीं होने पर सख्त नाराजगी प्रकट की। तल्ख टिप्पणी करते हुए कहा कि उसके बयान से देश उबल गया है। कोर्ट ने नुपुर से टीवी पर आकर माफी मांगने को भी कहा। पढ़ें पूरी खबर
ऋषभ पंत ने जड़ा शतक
भारत और इंग्लैंड के बीच खेले जा रहे एजबेस्टन टेस्ट में विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत ने शानदार शतक लगाया। पंत ने शुक्रवार (एक जुलाई) को मैच के पहले दिन 89 गेंदों पर शतक पूरा कर टीम इंडिया को मुश्किल से निकाला। पंत के शतक लगाने वाले भारत के कोच राहुल द्रविड़ काफी खुश नजर आए। उन्होंने ऐसा जश्न मनाया कि क्रिकेट प्रशंसक हैरान रह गए। पढ़ें पूरी खबर
पंजाब में भाजपा का मास्टर प्लान
पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने पंजाब विधानसभा चुनाव- 2022 से ठीक पहले कांग्रेस से जुदा होकर नई पार्टी का गठन किया था। अमरिंदर सिंह की पार्टी का नाम 'पंजाब लोक कांग्रेस' (पीएलसी) है। अब जल्द ही इस पार्टी का विलय भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में हो जाएगा। कैप्टन अमरिंदर सिंह इन दिनों लंदन में हैं। वहां उनकी रीढ़ की हड्डी की सफल सर्जरी हो गई है। वे अगले हफ्ते भारत लौटते ही विलय की प्रक्रिया को अंतिम रूप देंगे। पढ़ें पूरी खबर
तेलंगाना में कितना चलेगा भाजपा का हिंदू कार्ड?
भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक 2-3 जुलाई को हैदराबाद में हो रही है। भाजपा ने बहुत सोच-समझकर कार्यकारिणी की बैठक हैदराबाद में रखी है, ताकि अगले वर्ष होने वाले विधानसभा चुनावों के पहले राज्य में माहौल बनाया जा सके। भाजपा का सबसे बड़ा चुनावी हथियार ‘हिंदू कार्ड’ रहा है। राज्य के नेता जिस तरह ओवैसी पर हमला बोल रहे हैं, समझा जा सकता है कि इस राज्य की सत्ता में पहुंचने के लिए भी वह यहां इसी कार्ड का उपयोग करने वाली है। लेकिन क्या यहां पर भाजपा का हिंदुत्व का कार्ड सफल रहेगा? इस मोर्चे पर केसीआर उसे कितनी चुनौती दे सकते हैं? पढ़ें पूरी खबर