चीन में फैला ह्यूमन मेटान्यूमो वायरस नया नहीं है...दुनियाभर में इसे सांस से जुड़ी बीमारियों या श्वसन वायरस के तौर पर पहचाना जाता है। बीते 24 साल में भारत में काफी लोग इसकी चपेट में आकर अस्पतालों में भर्ती हुए, जिनमें 24 माह तक के शिशु सर्वाधिक हैं। इसके लक्षण सर्दी, खांसी, बुखार, कफ की शिकायत जैसे ही हैं। यह सीधे बच्चों में तीव्र श्वसन संक्रमण (एआरआई) पैदा करता है। कुछ लोग इसे कोविड-19 जैसा बता रहे हैं। हालांकि यह कोविड जैसा खतरनाक नहीं है, फिर भी सावधानी बरतने की जरूरत है...
Human Metapneumovirus: घबराने की जरूरत नहीं, कोरोना जैसे तेजी से नहीं फैलता वायरस; 2001 में पहली बार खोजा गया
न्यूज डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली
Published by: अभिषेक दीक्षित
Updated Tue, 07 Jan 2025 03:16 AM IST
सार
एचएमपीवी के लक्षण व्यक्ति की उम्र और प्रतिरक्षा प्रणाली पर निर्भर करते हैं। इसमें बहती नाक, गले में खराश, खांसी और बुखार जैसे लक्षण होते हैं, जो आम सर्दी-जुकाम जैसे दिखते हैं। कुछ लोगों को लंबे वक्त तक खांसी, सांस लेते समय घरघराहट या अत्यधिक थकान हो सकती है।
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