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Nitish Kumar: पत्नी की मौत पर खूब रोए थे नीतीश, बेटा है मुख्यमंत्री पिता से अमीर, जानें बिहार CM के परिवार को
न्यूज डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली
Published by: हिमांशु मिश्रा
Updated Wed, 10 Aug 2022 03:18 PM IST
सार
हर कोई नीतीश कुमार के परिवार और उनके बारे में सबकुछ जानना चाहता है। ऐसा इसलिए भी क्योंकि नीतीश का परिवार हमेशा से ही लाइमलाइट से दूर रहा है। नीतीश कुमार का इकलौता बेटा निशांत कुमार भी कम ही चर्चा में रहता है।
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नीतीश कुमार का परिवार
- फोटो : अमर उजाला
नीतीश कुमार आठवीं बार बिहार के मुख्यमंत्री बन गए हैं। मंगलवार को उन्होंने भाजपा को बड़ा झटका देकर राजद के साथ गठबंधन कर लिया। इसका एलान करते ही नीतीश की चर्चा पूरे देश में होने लगी।
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नीतीश कुमार
- फोटो : अमर उजाला
शुरुआत नीतीश कुमार से ही करते हैं
नीतीश कुमार का जन्म एक मार्च 1951 को बिहार के बख्तियारपुर में हुआ था। उनकी मां का नाम परमेश्वरी देवी था। पिता कविराज राम लखन सिंह एक आयुर्वेदिक डॉक्टर (वैद्य) थे। नीतीश काफी शिक्षित घराने से आते हैं। उन्होंने 10वीं तक की पढ़ाई गांव के ही एक स्कूल से की थी, बाद में बिहार कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग (अब एनआईटी पटना) से साल 1972 में मकैनिकल इंजीनियरिंग की डिग्री ली। पढ़ाई के बाद उन्होंने बिहार इलेक्ट्रिसिटी बोर्ड में काम करना शुरू किया। यहां उनका मन नहीं लगा तो वह राजनीति में उतर आए।
70 के दशक में इंदिरा गांधी और कांग्रेस सरकार की नीतियों के खिलाफ पूरे देश में गुस्सा था। जय प्रकाश नारायण के नेतृत्व में बिहार के साथ पूरे देश में आंदोलन चल रहा था। ऐसे में, नीतीश कुमार भी उस आंदोलन से जुड़ गए। जेपी के इस आंदोलन ने केंद्र की इंदिरा सरकार को गिराने में अहम भूमिका निभाई। तब इस आंदोलन में कई युवा नेता उभर कर सामने आए, इनमें से एक नीतीश भी थे।
जनता पार्टी के अध्यक्ष सत्येंद्र नारायण सिन्हा के नीतीश काफी करीबी थे। सत्येंद्र नारायण की बदौलत ही वह जनता पार्टी में शामिल हो गए। उन्होंने जनता पार्टी के सदस्य के रूप में पहली बार 1977 का बिहार विधानसभा चुनाव लड़ा, लेकिन हार गए। 1985 में, उन्होंने फिर से बिहार विधानसभा चुनाव लड़ा और जीत हासिल की। 1987 में उन्हें लोक दल के प्रदेश अध्यक्ष के रूप में नियुक्त किया गया था ।
नीतीश कुमार का जन्म एक मार्च 1951 को बिहार के बख्तियारपुर में हुआ था। उनकी मां का नाम परमेश्वरी देवी था। पिता कविराज राम लखन सिंह एक आयुर्वेदिक डॉक्टर (वैद्य) थे। नीतीश काफी शिक्षित घराने से आते हैं। उन्होंने 10वीं तक की पढ़ाई गांव के ही एक स्कूल से की थी, बाद में बिहार कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग (अब एनआईटी पटना) से साल 1972 में मकैनिकल इंजीनियरिंग की डिग्री ली। पढ़ाई के बाद उन्होंने बिहार इलेक्ट्रिसिटी बोर्ड में काम करना शुरू किया। यहां उनका मन नहीं लगा तो वह राजनीति में उतर आए।
70 के दशक में इंदिरा गांधी और कांग्रेस सरकार की नीतियों के खिलाफ पूरे देश में गुस्सा था। जय प्रकाश नारायण के नेतृत्व में बिहार के साथ पूरे देश में आंदोलन चल रहा था। ऐसे में, नीतीश कुमार भी उस आंदोलन से जुड़ गए। जेपी के इस आंदोलन ने केंद्र की इंदिरा सरकार को गिराने में अहम भूमिका निभाई। तब इस आंदोलन में कई युवा नेता उभर कर सामने आए, इनमें से एक नीतीश भी थे।
जनता पार्टी के अध्यक्ष सत्येंद्र नारायण सिन्हा के नीतीश काफी करीबी थे। सत्येंद्र नारायण की बदौलत ही वह जनता पार्टी में शामिल हो गए। उन्होंने जनता पार्टी के सदस्य के रूप में पहली बार 1977 का बिहार विधानसभा चुनाव लड़ा, लेकिन हार गए। 1985 में, उन्होंने फिर से बिहार विधानसभा चुनाव लड़ा और जीत हासिल की। 1987 में उन्हें लोक दल के प्रदेश अध्यक्ष के रूप में नियुक्त किया गया था ।
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नीतीश कुमार ने ली सीएम पद की शपथ
- फोटो : ANI
फिर ऐसे बढ़ी राजनीति
- 1989 में नीतीश कुमार को बिहार में जनता दल के महासचिव नियुक्त किए गए। उसी साल बिहार की बाढ़ लोकसभा क्षेत्र से संसद चुने गए।
- अप्रैल 1990 से नवंबर 1990 तक नीतीश कुमार ने केंद्रीय कृषि और सहकारिता मंत्री के रूप में काम किया। 1991 में वह दूसरी बार सांसद चुने गए।
- नीतीश कुमार को संसद का उपनेता बनाया गया। वह मंडल आयोग की रिपोर्ट के कार्यान्वयन में शामिल थे।
- 1995 में उन्होंने बिहार विधानसभा चुनाव में लालू प्रसाद यादव के खिलाफ लड़ाई लड़ी। जॉर्ज फर्नांडीस के साथ समता पार्टी की शुरुआत की। तब चुनाव में उनकी पार्टी केवल छह सीटें ही जीत सकी थी।
- 1996 में नीतीश ने फिर से लोकसभा चुनाव लड़ा और सांसद चुने गए। उन्हें अटल बिहारी वाजपेयी सरकार में केंद्रीय रेल मंत्री, भूतल परिवहन मंत्री और कृषि मंत्री की जिम्मेदारी दी गई।
- दो अगस्त 1999 में गैसल ट्रेन दुर्घटना की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए नीतीश कुमार ने केंद्रीय रेल मंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया।
- नीतीश के रेल मंत्री रहते हुए ही टिकटों की तत्काल बुकिंग की सुविधा शुरू की गई थी।
- मार्च 2000 में वह पहली बार बिहार के मुख्यमंत्री बने। हालांकि, केवल सात दिनों तक ही उनका कार्यकाल रहा। इसके बाद 2005, 2010, 2013, 2015, 2017, 2020 और 2022 में आठ बार मुख्यमंत्री बने।
बेटे के साथ नीतीश कुमार
- फोटो : अमर उजाला
अब परिवार के बारे में जान लीजिए
नीतीश कुमार की तीन बहनें और एक बड़े भाई हैं। बड़े भाई सतीश कुमार किसान हैं। उनके अलावा तीन बहनें उषा देवी, इंदु देवी और प्रभा देवी हैं। हलांकि, इन सभी के बारे में ज्यादा जानकारी पब्लिक में नहीं है। ऐसा इसलिए क्योंकि नीतीश के परिवार के सभी सदस्य राजनीति और लाइमलाइट से दूर रहते हैं।
नीतीश कुमार की तीन बहनें और एक बड़े भाई हैं। बड़े भाई सतीश कुमार किसान हैं। उनके अलावा तीन बहनें उषा देवी, इंदु देवी और प्रभा देवी हैं। हलांकि, इन सभी के बारे में ज्यादा जानकारी पब्लिक में नहीं है। ऐसा इसलिए क्योंकि नीतीश के परिवार के सभी सदस्य राजनीति और लाइमलाइट से दूर रहते हैं।
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पत्नी के शव को कंधा देते नीतीश कुमार
- फोटो : अमर उजाला
पत्नी की मौत पर खूब रोए थे
नीतीश कुमार ने इंटर कास्ट मैरिज की है। उनकी शादी 22 जून 1973 में मंजू कुमारी सिन्हा से हुई थी। मंजू सरकारी स्कूल में टीचर थीं। 2007 में मंजू का निधन हो गया था। पत्नी की मौत पर नीतीश काफी दुखी हुए थे। मीडिया रिपोटर्स के अनुसार उस दौरान वह खूब रोए थे।
नीतीश कुमार ने इंटर कास्ट मैरिज की है। उनकी शादी 22 जून 1973 में मंजू कुमारी सिन्हा से हुई थी। मंजू सरकारी स्कूल में टीचर थीं। 2007 में मंजू का निधन हो गया था। पत्नी की मौत पर नीतीश काफी दुखी हुए थे। मीडिया रिपोटर्स के अनुसार उस दौरान वह खूब रोए थे।