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BJP & RSS: भागवत का बयान और नुपुर शर्मा पर एक्शन, जानें क्या संदेश देना चाहती है भाजपा?
न्यूज डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली
Published by: हिमांशु मिश्रा
Updated Mon, 06 Jun 2022 10:24 AM IST
सार
दरअसल, यह कार्रवाई इतनी ज्यादा सुर्खियों में इसलिए है, क्योंकि दो दिन पहले ही संघ प्रमुख मोहन भागवत ने मंदिर-मस्जिद को लेकर बड़ा बयान दिया था। उन्होंने कहा था कि यह सही है कि आक्रांताओं ने हजारों मंदिर तोड़कर मस्जिद बना दीं, लेकिन अब हर मस्जिद में शिवलिंग नहीं ढूंढना चाहिए।
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नुपुर शर्मा
- फोटो : अमर उजाला
भाजपा ने रविवार को प्रवक्ता नुपुर शर्मा और नवीन जिंदल को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निलंबित कर दिया। दोनों पर पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ कथित आपत्तिजनक टिप्पणी करने का आरोप है। दरअसल, यह कार्रवाई इतनी ज्यादा सुर्खियों में इसलिए है, क्योंकि दो दिन पहले ही संघ प्रमुख मोहन भागवत ने मंदिर-मस्जिद को लेकर बड़ा बयान दिया था। उन्होंने कहा था कि यह सही है कि आक्रांताओं ने हजारों मंदिर तोड़कर मस्जिद बना दीं, लेकिन अब हर मस्जिद में शिवलिंग नहीं ढूंढना चाहिए।
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मोहन भागवत
- फोटो : PTI
पहले जान लीजिए संघ प्रमुख ने क्या कहा था?
संघ प्रमुख मोहन भागवत नागपुर में संघ शिक्षा वर्ग, तृतीय वर्ष 2022 के समापन समारोह को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने कहा, 'इतिहास वह है, जिसे हम बदल नहीं सकते। इसे न आज के हिंदुओं ने बनाया और न ही आज के मुसलमानों ने, यह उस समय घटा.. हर मस्जिद में शिवलिंग क्यों तलाशना है? यह ठीक नहीं है। हम विवाद क्यों बढ़ाना चाहते हैं? हर दिन हमें नया मामला नहीं लाना चाहिए।'
संघ प्रमुख मोहन भागवत नागपुर में संघ शिक्षा वर्ग, तृतीय वर्ष 2022 के समापन समारोह को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने कहा, 'इतिहास वह है, जिसे हम बदल नहीं सकते। इसे न आज के हिंदुओं ने बनाया और न ही आज के मुसलमानों ने, यह उस समय घटा.. हर मस्जिद में शिवलिंग क्यों तलाशना है? यह ठीक नहीं है। हम विवाद क्यों बढ़ाना चाहते हैं? हर दिन हमें नया मामला नहीं लाना चाहिए।'
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जेपी नड्डा
- फोटो : Social Media
भाजपा ने जारी किया यह बयान
संघ प्रमुख मोहन भागवत के बयान के दो दिन बाद भाजपा ने भी इस मसले पर अपना स्टैंड क्लियर कर दिया। भाजपा के पार्टी महासचिव अरुण सिंह ने एक बयान जारी किया। उन्होंने कहा, 'पार्टी किसी भी संप्रदाय या धर्म का अपमान करने वाली किसी भी विचारधारा के खिलाफ है। पार्टी सभी धर्मों का सम्मान करती है और किसी भी धार्मिक व्यक्तित्व के अपमान की कड़ी निंदा करती है। भाजपा ऐसे लोगों या विचारों को बढ़ावा नहीं देती है।'
संघ प्रमुख मोहन भागवत के बयान के दो दिन बाद भाजपा ने भी इस मसले पर अपना स्टैंड क्लियर कर दिया। भाजपा के पार्टी महासचिव अरुण सिंह ने एक बयान जारी किया। उन्होंने कहा, 'पार्टी किसी भी संप्रदाय या धर्म का अपमान करने वाली किसी भी विचारधारा के खिलाफ है। पार्टी सभी धर्मों का सम्मान करती है और किसी भी धार्मिक व्यक्तित्व के अपमान की कड़ी निंदा करती है। भाजपा ऐसे लोगों या विचारों को बढ़ावा नहीं देती है।'
जेपी नड्डा और मोहन भागवत
- फोटो : अमर उजाला
आखिर क्या संदेश देना चाहती है BJP-RSS
इस मामले में राजनीतिक विश्लेषक प्रो. अजय कुमार सिंह ने चार दिन पहले आई अमेरिकी विदेश मंत्रालय की एक रिपोर्ट का हवाला दिया। यह अंतरराष्ट्रीय धार्मिक स्वतंत्रता (Religious Freedom) पर अमेरिकी विदेश विभाग की सालाना रिपोर्ट है। इसमें आरोप लगाया गया है कि भारत में अल्पसंख्यकों पर हमले के मामले बढ़े हैं।
प्रो. सिंह कहते हैं, ' यूं तो मौजूदा सरकार पर हमेशा से अल्पसंख्यकों के उत्पीड़न का आरोप लगता रहा है, लेकिन इस रिपोर्ट के बाद से दुनियाभर में इसकी चर्चा तेज हो गई थी। इसी दौरान टीवी डिबेट में भाजपा प्रवक्ता की बातों पर मुस्लिम समुदाय ने आंदोलन शुरू कर दिया। सोशल मीडिया के जरिए नुपुर पर लगे आरोप दुनिया के कई इस्लामिक देशों तक पहुंच गए। चूंकि नुपुर सत्ताधारी भाजपा की प्रवक्ता हैं, इसलिए सरकार की किरकिरी हो रही थी। सरकार पर विदेशी दबाव भी बढ़ने लगा। ऐसी स्थिति में भाजपा को यह फैसला लेना पड़ा। इससे पूरी दुनिया को संदेश जाएगा कि सत्ताधारी भाजपा सभी धर्मों का सम्मान करती है।'
इस मामले में राजनीतिक विश्लेषक प्रो. अजय कुमार सिंह ने चार दिन पहले आई अमेरिकी विदेश मंत्रालय की एक रिपोर्ट का हवाला दिया। यह अंतरराष्ट्रीय धार्मिक स्वतंत्रता (Religious Freedom) पर अमेरिकी विदेश विभाग की सालाना रिपोर्ट है। इसमें आरोप लगाया गया है कि भारत में अल्पसंख्यकों पर हमले के मामले बढ़े हैं।
प्रो. सिंह कहते हैं, ' यूं तो मौजूदा सरकार पर हमेशा से अल्पसंख्यकों के उत्पीड़न का आरोप लगता रहा है, लेकिन इस रिपोर्ट के बाद से दुनियाभर में इसकी चर्चा तेज हो गई थी। इसी दौरान टीवी डिबेट में भाजपा प्रवक्ता की बातों पर मुस्लिम समुदाय ने आंदोलन शुरू कर दिया। सोशल मीडिया के जरिए नुपुर पर लगे आरोप दुनिया के कई इस्लामिक देशों तक पहुंच गए। चूंकि नुपुर सत्ताधारी भाजपा की प्रवक्ता हैं, इसलिए सरकार की किरकिरी हो रही थी। सरकार पर विदेशी दबाव भी बढ़ने लगा। ऐसी स्थिति में भाजपा को यह फैसला लेना पड़ा। इससे पूरी दुनिया को संदेश जाएगा कि सत्ताधारी भाजपा सभी धर्मों का सम्मान करती है।'
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नुपुर शर्मा
- फोटो : अमर उजाला
कौन हैं नुपुर शर्मा?
नुपुर भारतीय जनता पार्टी की राष्ट्रीय प्रवक्ता हैं। 2015 में वह पहली बार चर्चा में तब आई थीं, जब भाजपा ने उन्हें दिल्ली विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी के मुखिया अरविंद केजरीवाल के खिलाफ मैदान में उतारा था। नुपुर भाजपा दिल्ली की प्रदेश कार्यकारिणी समिति की सदस्य हैं। वह दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ की अध्यक्ष भी रह चुकी हैं। 2008 में एवीबीपी की ओर से छात्र संघ चुनाव जीतने वाली नुपुर एकमात्र उम्मीदवार थीं। 2010 में नुपुर छात्र राजनीति से निकलने के बाद भारतीय जनता पार्टी के युवा मोर्चा में सक्रिय हुईं और उन्हें मोर्चा में राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी का जिम्मा सौंपा गया। लंदन स्कूल ऑफ इकनॉमिक्स से पढ़ाई करने वाली नुपुर पेशे से वकील भी हैं। इसके अलावा उन्होंने बर्लिन से भी पढ़ाई की है।
नुपुर भारतीय जनता पार्टी की राष्ट्रीय प्रवक्ता हैं। 2015 में वह पहली बार चर्चा में तब आई थीं, जब भाजपा ने उन्हें दिल्ली विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी के मुखिया अरविंद केजरीवाल के खिलाफ मैदान में उतारा था। नुपुर भाजपा दिल्ली की प्रदेश कार्यकारिणी समिति की सदस्य हैं। वह दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ की अध्यक्ष भी रह चुकी हैं। 2008 में एवीबीपी की ओर से छात्र संघ चुनाव जीतने वाली नुपुर एकमात्र उम्मीदवार थीं। 2010 में नुपुर छात्र राजनीति से निकलने के बाद भारतीय जनता पार्टी के युवा मोर्चा में सक्रिय हुईं और उन्हें मोर्चा में राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी का जिम्मा सौंपा गया। लंदन स्कूल ऑफ इकनॉमिक्स से पढ़ाई करने वाली नुपुर पेशे से वकील भी हैं। इसके अलावा उन्होंने बर्लिन से भी पढ़ाई की है।