दच्छन तहसील के होंजड़ गांव में बादल फटने से हुई तबाही से प्रभावित इलाकों में हो रही बारिश के कारण रेस्क्यू ऑपरेशन पूरी तरह शुरू नहीं हो पाया है। मचैल में फंसे लगभग 156 लोगों को निकालने के लिए शुक्रवार को गुलाबगढ़ से 22 सदस्यीय टीम भेजी गई है। घटना के तीसरे दिन भी लापता 19 लोगों को कोई सुराग नहीं मिला है। दोपहर बाद मौसम में थोड़ा सुधार होने पर दच्छन से तीन घायलों को एयर लिप्ट कर किश्तवाड़ जिला अस्पताल लाया गया है। कई गैर सरकारी संगठनों के लोग अलग-अलग जगह पुलिस व सेना के साथ लापता लोगों की तलाश में मदद कर रहे हैं। इसबीच टेंट समेत अन्य राहत सामग्री लेकर प्रभावित इलाके की ओर जा रहा एक खच्चर नदी में गिर गया। इससे काफी नुकसान हुआ है। शुक्रवार को कश्मीर से एसडीआरएफ की 15 सदस्यीय टीम दच्छन पहुंच गई है। एनडीआरएफ की 23 लोगों की टीम में से 8 लोग भी पहुंच गए हैं, जबकि किश्तवाड़ हेलीपैड पर रुकी 15 लोगों की टीम और डॉग स्क्वायड को देर शाम हेलिकॉप्टर के जरिए सोंदर भेज दिया गया है वहां से यह टीम पैदल होंजड़ गांव की ओर बढ़ेगी।
जम्मू-कश्मीर: बारिश ने रोका रेस्क्यू ऑपरेशन, मचैल में फंसे 156 लोगों को निकालने भेजी विशेष टीम
परिस्थितियां अनुकूल रहीं तो रात को ही यह टीम आगे बढ़ेगी। राहत कार्यो में देरी के कारण लापता लोगों को लेकर उनके परिवार वालों में उम्मीदें मद्धिम पड़ने लगी हैं।
एएसपी राजिंद्र सिंह ने बताया कि मौसम खराब होने के कारण रेस्क्यू ऑपरेशन प्रभावी तरीके से शुरू नहीं हो सका। मंडलायुक्त डॉ.राजीव लंगर, जम्मू सहित एडीजी मुकेश सिंह व उपायुक्त वापस लौट गए हैं। उन्होंने कहा कि बाढ़ प्रभावितों के लिए लगभग 40 टेंट व अन्य सामग्री भी पहुंचाई जा रही है। सामान को डंगडीरू से खच्चरों के जरिये भेजा जा रहा है।
तीन को जिला अस्पताल पहुंचाया
वीरवार शाम पीएचसी दच्छन में इलाजरत तीन गंभीर घायलों को वायुसेना के हेलिकॉप्टर से एयर लिफ्ट कर किश्तवाड़ जिला अस्पताल लाया गया। यहां इनका इलाज चल रहा है। इन घायलों में नगमा बेगम (45), शमा बेगम (52) और सद्दाम हुसैन (20) शामिल हैं। यह सभी होंजड़ गांव के रहने वाले हैं।
मचैल में फंसे लगभग 156 लोगों को निकालने के लिए गुलाबगढ़ से विभिन्न विभागों के 22 सदस्यों की विशेष टीम को शुक्रवार की शाम पैदल रवाना कर दिया गया। यह टीम रात में चिसोदी पहुंचेगी सुबह वहां से मचैल जाएगी। बादल फटने के बाद लगातार हो रही बारिश से रास्ता काफी खराब हो गया है, संपर्क मार्ग और पुल बह गए हैं। मचैल में फंसे लोगों में सिर्फ दो लोग गुलाबगढ़ के हैं इन्हें छोड़कर अधिकांश लोग जम्मू, अखनूर व उधमपुर के यात्री हैं।
यह भी पढ़ें- जम्मू-कश्मीर: कोविड नियमों पर लापरवाही पड़ सकती है भारी, सार्वजनिक स्थानों पर भीड़ से तीसरी लहर का खतरा