{"_id":"62f5eda85be9b62f8644a18e","slug":"cinema-hall-in-srinagar-after-30-long-years-first-multiplex-coming-up-in-sonwar-srinagar","type":"photo-gallery","status":"publish","title_hn":"Cinema Hall in Srinagar: 30 साल बाद घाटी में ले सकेंगे बड़े पर्दे का आनंद, सितंबर में शुरू होगा मल्टीप्लेक्स","category":{"title":"City & states","title_hn":"शहर और राज्य","slug":"city-and-states"}}
Cinema Hall in Srinagar: 30 साल बाद घाटी में ले सकेंगे बड़े पर्दे का आनंद, सितंबर में शुरू होगा मल्टीप्लेक्स
अमृतपाल सिंह बाली, श्रीनगर
Published by: kumar गुलशन कुमार
Updated Fri, 12 Aug 2022 11:35 AM IST
सार
कश्मीर में एक बार फिर सिनेमा का दौर शुरू होने जा रहा है और अबकी बार यहां के लोग महानगरों की तरह पूर्ण सुविधाओं से लैस मल्टीप्लेक्स में ब्लॉकबस्टर फिल्मों का आनंद ले पाएंगे। सितंबर के महीने में कश्मीर का पहला मल्टीप्लेक्स पूरी तरह से शुरू होने जा रहा है।
विज्ञापन
1 of 6
Cinema Hall in Srinagar
- फोटो : बासित जरगर
Link Copied
करीब 30 साल बाद कश्मीर में एक बार फिर सिनेमा का दौर शुरू होने जा रहा है और अबकी बार यहां के लोग महानगरों की तरह पूर्ण सुविधाओं से लैस मल्टीप्लेक्स में ब्लॉकबस्टर फिल्मों का आनंद ले पाएंगे। सितंबर के महीने में कश्मीर का पहला मल्टीप्लेक्स पूरी तरह से शुरू होने जा रहा है, जिसमें 520 लोगों के बैठने की क्षमता वाले तीन सिनेमा हॉल होंगे।
आइनॉक्स द्वारा डिजाइन मल्टीप्लेक्स में तीन सिनेमा हॉल हैं। बता दें कि कश्मीर के इस पहले मल्टीप्लेक्स के निर्माण के लिए कश्मीरी हिन्दू विकास धर की कंपनी टक्साल हॉस्पिटैलिटी प्राइवेट लिमिटेड ने मार्च 2020 में आवेदन किया था। जून 2020 में प्रदेश सरकार ने अनुमति दे दी थी। विकास का परिवार कश्मीर का एक जाना-माना परिवार है।
Trending Videos
2 of 6
Theater in Srinagar
- फोटो : बासित जरगर
विकास धर ने अमर उजाला के साथ बात करते हुए बताया कि इंदिरा नगर में तैयार हो रहा मल्टीप्लेक्स कश्मीरी की परंपरागत स्थापत्य कला और आधुनिक स्थापत्य कला का संगम है। उन्होंने बताया कि इसकी लाबी में सीलिग के लिए खतमबंद (लकड़ी के छोटे-छोटे टुकड़ों को जोड़कर बनाए जाने वाला डिजाइन) का इस्तेमाल किया है। इसमें 520 लोगों की क्षमता के तीन ऑडिटोरियम इस मल्टीप्लेक्स में होंगे, जिसमें एक ही समय पर तीन अलग-अलग फिल्में देख सकेंगे।
विकास धर ने बताया कि हमने देश के सबसे बड़े एंटरटेनमेंट प्रोवाइडर 'इनॉक्स ग्रुप' के साथ मिलकर इस प्रोजेक्ट की शुरुआत की है। उन्होंने बताया, 'मेरे पिता जी से पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने कहा था कि श्रीनगर में युवाओं के मनोरंजन के साधनों की कमी है। तो उसपर उन्होंने उनसे कहा कि जिस मनोरंजन देश भर के लोग आनंद लेते हैं। अब कश्मीर के लोगों को भी उसी तरह का मनोरंजन कराया जाएगा।'
विज्ञापन
विज्ञापन
3 of 6
Srinagar Theater
- फोटो : बासित जरगर
विकास ने कहा कि इस मल्टीप्लेक्स में कश्मीर का सबसे बड़ा फन ज़ोन भी रहेगा, जहां बच्चे आनंद ले सकेंगे। इसके अलावा फूड कोर्ट भी रहेगा। लोगों के लिए अच्छा अनुभव रहेगा। इसलिए हमने इसकी शुरुआत की है। धर ने कहा कि बॉलीवुड और कश्मीर का बहुत पुराना नाता रहा है, इस रिश्ते को हम फिरसे उजागर करना चाहते हैं।
जानकारी के अनुसार, मल्टीप्लेक्स का काम लगभग पूरा हुआ चुका है। बस अब सभी तैयारियों को अंतिम रूप देने में कारीगर और तकनीशियन जुटे हुए हैं। सीटें, इंटीरियर, सीलिंग, आदि का काम पूरा हो चुका है। अब कुछ ही दिनों में साउंड सिस्टम का काम भी पूरा हो जाएगा और सितम्बर के अंत में यहां के लोग देश के महानगरों में स्थित मल्टीप्लेक्स की तरह पूरी सुविधाओं से लैस और आधुनिक मल्टीप्लेज़ में बोलकबूस्टर फिल्मों का आनंद ले पाएंगे।
4 of 6
Cinema Hall in Kashmir
- फोटो : बासित जरगर
बड़े परदे पर फिल्म देखने 300 किलोमीटर दूर जाना पड़ता था
कश्मीर में सिनेमा हॉल बंद हो जाने की वजह से कुछ समय पहले तक कई युवा ऐसे भी हैं जिनको पता भी नहीं है कि सिनेमा हॉल कैसा होता है और मल्टीप्लेक्स क्या है। हालांकि, यहां के युवाओं को 300 किमी दूर जम्मू आकर फिल्म देखने के अपने सपने को पूरा करना पड़ता था। घाटी के युवा जो बाहर पढ़ रहे थे या फिर रोजी-रोजगार के सिलसिले में निकले थे, वे ही रुपहले पर्दे का आनंद ले पाए, अन्यथा घर पर टीवी और सोशल मीडिया प्लेटफार्म के जरिये ही वे अपने शौक पूरे करने को मजबूर थे।
विज्ञापन
5 of 6
Srinagar Cinema Hall
- फोटो : बासित जरगर
आतंकियों की धमकी से 19 सिनेमा हॉल हो गए थे बंद
बता दें कि कश्मीर में 1990 में आतंकी संगठनों की धमकियों और हमलों के कारण सभी सिनेमा हॉल बंद हो गए थे। जानकार बताते हैं कि आतंकवाद के दौर में घाटी में एक-एक कर 19 सिनेमा हॉल बंद हो गए थे। इनमें अकेले नौ सिनेमा हॉल - रीगल, पैलेडियम, खयाम, फिरदौस, शाह, नाज, नीलम, शिराज व ब्रॉडवे श्रीनगर में थे। लाल चौक के पास पैलेडियम और उससे कुछ दूरी पर नीलम सिनेमा हॉल थे, जहां काफी भीड़ होती थी। आतंकी संगठनों की धमकियों और हमलों के कारण ये बंद होते गए।
रहें हर खबर से अपडेट, डाउनलोड करें Android Hindi News App, iOS Hindi News App और Amarujala Hindi News APP अपने मोबाइल पे| Get all India News in Hindi related to live update of politics, sports, entertainment, technology and education etc. Stay updated with us for all breaking news from India News and more news in Hindi.
विज्ञापन
विज्ञापन
एड फ्री अनुभव के लिए अमर उजाला प्रीमियम सब्सक्राइब करें
Next Article
Disclaimer
हम डाटा संग्रह टूल्स, जैसे की कुकीज के माध्यम से आपकी जानकारी एकत्र करते हैं ताकि आपको बेहतर और व्यक्तिगत अनुभव प्रदान कर सकें और लक्षित विज्ञापन पेश कर सकें। अगर आप साइन-अप करते हैं, तो हम आपका ईमेल पता, फोन नंबर और अन्य विवरण पूरी तरह सुरक्षित तरीके से स्टोर करते हैं। आप कुकीज नीति पृष्ठ से अपनी कुकीज हटा सकते है और रजिस्टर्ड यूजर अपने प्रोफाइल पेज से अपना व्यक्तिगत डाटा हटा या एक्सपोर्ट कर सकते हैं। हमारी Cookies Policy, Privacy Policy और Terms & Conditions के बारे में पढ़ें और अपनी सहमति देने के लिए Agree पर क्लिक करें।