उत्तरी कश्मीर के कुपवाड़ा जिले के हंदवारा में मुठभेड़ मारे गए हिज्ब आतंकी मन्नान वानी के विरोध में अलगाववादियों ने शुक्रवार को घाटी में बंद का आह्वान किया था। इसके चलते आम जनजीवन प्रभावित रहा। कई जगहों पर हिंसक प्रदर्शन देखने को मिले। दक्षिणी कश्मीर में प्रदर्शनकारियों ने सुरक्षा बलों पर पत्थरबाजी की जिन्हें तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले दागे गए।
घाटी में शुक्रवार को अलगाववादियों के बंद की कॉल के चलते सभी दुकानें, कारोबारी इदारे, शिक्षण संस्थान, बैंक, पेट्रोल पंप, आदि बंद रहे। साथ ही सड़क से पब्लिक ट्रांसपोर्ट भी गायब रहा। प्रशासन ने ऐतिहातन बारामुला-बनिहाल रेल सेवा भी स्थगित रखी। इस बीच श्रीनगर के पुराने शहर के नौहट्टा के साथ-साथ अन्य संवेदनशील इलाकों में पाबंदियां लागू की गई थीं और घाटी में भी संवेदनशील इलाकों में अतिरिक्त बल की तैनाती की गई।
नौहट्टा इलाके में स्थित ऐतिहासिक जामिया मस्जिद में जुमे की नमाज पढ़ने नहीं दी गई। यह इस साल में 15वीं बार है कि जुमे की नमाज नहीं पढ़ने दी गई। दूसरी तरफ कुपवाड़ा के लोलाब और कुपवाड़ा टाउन में भी पाबंदियां लागू की गई थीं।
जुमे की नमाज के बाद श्रीनगर के सोवरा में हिंसक प्रदर्शन देखने को मिले। साथ ही कुपवाड़ा जिले के सोगाम, टिकिपोरा, कुपवाड़ा मेन मार्केट के साथ-साथ दक्षिणी कश्मीर के कुछ इलाकों से हिंसक प्रदर्शनों की खबरें प्राप्त हुईं। प्रदर्शनकारी वहां तैनात सुरक्षा बलों के साथ भिड़े और उन पर पत्थरबाजी की। प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले दागे गए।
इस बीच घाटी के कई इलाकों में लोगों ने आतंकी मन्नान वानी का गायेबाना जनाजा पढ़ा। बता दें कि मन्नान अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में पीएचडी स्कॉलर था और 9 माह पहले ही आतंकी बना था।