शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को विशेषज्ञ एक दूसरे का पूरक मानते हैं। इसमें से एक में भी होने वाली समस्या का असर दूसरे की सेहत पर हो सकता है। यही कारण है कि स्वास्थ्य विशेषज्ञ सभी लोगों को शारीरिक और मानसिक दोनों तरह की सेहत पर ध्यान देने की सलाह देते हैं। हालांकि आंकड़े बताते हैं कि ज्यादातर लोग मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं की या तो पहचान नहीं कर पाते हैं या फिर उन्हें नजरअंदाज कर देते हैं। यही कारण है कि पिछले कुछ वर्षों में, विशेषकर कोरोना महामारी के बाद से चिंता-तनाव और अवसाद जैसी स्वास्थ्य समस्याओं के मामले काफी तेजी से बढ़ते हुए देखे जा रहे हैं।
वैश्विक स्तर पर बढ़ती मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं के जोखिम को कम करने और इससे बचाव के बारे में लोगों को जागरूक करने के लिए हर साल 10 अक्तूबर को विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस मनाया जाता है। इस कड़ी में स्वास्थ्य विशेषज्ञ कहते हैं, बढ़ती मानसिक स्वास्थ्य की समस्याओं के लिए आहार में पौष्टिकता की कमी को भी एक कारण के तौर पर देखा जा रहा है।
अगर हम सभी स्वस्थ और पौष्टिक चीजों का सेवन करें तो चिंता-तनाव और अवसाद जैसी कई प्रकार की स्वास्थ्य समस्याओं के जोखिम को कम किया जा सकता है। आइए जानते हैं कि किन चीजों के सेवन की आदत बनाकर मन-मस्तिष्क को आवश्यक पोषण प्रदान किया जा सकता है? सभी लोगों को आहार में इन चीजों को जरूर शामिल करना चाहिए।
वैश्विक स्तर पर बढ़ती मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं के जोखिम को कम करने और इससे बचाव के बारे में लोगों को जागरूक करने के लिए हर साल 10 अक्तूबर को विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस मनाया जाता है। इस कड़ी में स्वास्थ्य विशेषज्ञ कहते हैं, बढ़ती मानसिक स्वास्थ्य की समस्याओं के लिए आहार में पौष्टिकता की कमी को भी एक कारण के तौर पर देखा जा रहा है।
अगर हम सभी स्वस्थ और पौष्टिक चीजों का सेवन करें तो चिंता-तनाव और अवसाद जैसी कई प्रकार की स्वास्थ्य समस्याओं के जोखिम को कम किया जा सकता है। आइए जानते हैं कि किन चीजों के सेवन की आदत बनाकर मन-मस्तिष्क को आवश्यक पोषण प्रदान किया जा सकता है? सभी लोगों को आहार में इन चीजों को जरूर शामिल करना चाहिए।