जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत सरकार की ओर से उठाए गए कड़े कदमों का असर अब पाकिस्तान से धार्मिक यात्रा पर आए हिंदू विस्थापितों पर भी पड़ने लगा है। सरकार द्वारा 23 अप्रैल को जारी निर्देश के अनुसार, भारत में वीजा पर आए पाकिस्तानी नागरिकों को 48 घंटे के भीतर देश छोड़ने का आदेश दिया गया है। इस फैसले से राजस्थान और गुजरात के सीमावर्ती क्षेत्रों में बसे हजारों पाक हिंदू विस्थापितों में गहरी चिंता और असमंजस की स्थिति उत्पन्न हो गई है।
Pahalgam Attack: हमले के बाद राजस्थान से वापस जा रहे पाकिस्तानी विस्थापित! बॉर्डर पर अलर्ट; पांच शहरों में बंद
Pahalgam Terror Attack: पहलगाम आतंकी हमले के बाद राजस्थान के सरहदी जिलों विशेषकर बीकानेर, श्रीगंगानगर, खाजूवाला और बज्जू जैसे क्षेत्रों में सुरक्षा बलों ने चौकसी बढ़ा दी है। बीएसएफ और राज्य पुलिस की संयुक्त टीमें दिन-रात गश्त कर रही हैं। वहीं, राज्य के पांच प्रमुख शहरों में बंद भी किया गया है।
आधे इधर-आधे उधर में बंटा परिवार, टूटा मन
ईश्वरदास के रिश्तेदार मेवाराम ने बताया कि जैसे ही आदेश मिला, परिवार तुरंत वाघा बॉर्डर की ओर रवाना हो गया है। इन विस्थापितों का कहना है कि वे सिंध प्रांत से आए हैं और हरिद्वार में दर्शन के बाद जोधपुर पहुंचे थे। यहां उन्होंने पहले से बसे पाक हिंदू विस्थापितों से मुलाकात की थी, लेकिन आतंकी घटना के बाद सरकार द्वारा अचानक दिए गए आदेश से वे उलझन में पड़ गए हैं। उनका कहना है कि अब जो भी पाकिस्तानी वीजा पर भारत में मौजूद हैं, उन्हें 48 घंटे में देश छोड़ना होगा, जिससे उनका जीवन एक बार फिर अनिश्चितताओं में डूब गया है।
‘पीड़ा को समझे सरकार’
पाक हिंदू विस्थापितों की पीड़ा को समझते हुए सीमांत लोक संगठन के अध्यक्ष हिंदू सिंह सोढ़ा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक पत्र लिखा है। उन्होंने कहा कि पिछले दो दिनों में राजस्थान और गुजरात से सैकड़ों फोन कॉल्स उन्हें मिले हैं, जिनमें लोगों ने अपने डर, चिंता और असमर्थता को साझा किया है। उनका कहना है कि ये वे लोग हैं जो धार्मिक उत्पीड़न से त्रस्त होकर भारत आए हैं, और अब उन्हें जबरन वापस भेजे जाने का खतरा सता रहा है।
सोढ़ा ने आग्रह किया है कि धार्मिक आधार पर शरण मांगने वाले हिंदू समुदाय को इस आदेश से छूट दी जाए, क्योंकि वे न तो पाकिस्तान में सुरक्षित हैं और न ही अब भारत में सहज महसूस कर पा रहे हैं। हालांकि सरकार की ओर से अभी तक इस मुद्दे पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है, लेकिन विस्थापितों को उम्मीद है कि मानवीय दृष्टिकोण अपनाते हुए उन्हें राहत दी जाएगी।
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सीमा क्षेत्रों में हाई अलर्ट, सुरक्षा व्यवस्था सख्त
पहलगाम आतंकी हमले के बाद राजस्थान के सरहदी जिलों विशेषकर बीकानेर, श्रीगंगानगर, खाजूवाला और बज्जू जैसे क्षेत्रों में सुरक्षा बलों ने चौकसी बढ़ा दी है। बीएसएफ और राज्य पुलिस की संयुक्त टीमें दिन-रात गश्त कर रही हैं। बीएसएफ ने तारबंदी के पास अतिरिक्त जवानों की तैनाती की है और हर संदिग्ध गतिविधि पर नजर रखी जा रही है।
बीकानेर बॉर्डर पर हाई अलर्ट, सीमा क्षेत्रों में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हाल ही में हुए आतंकी हमले के बाद राजस्थान में भारत-पाक सीमा से सटे जिलों में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है। बीकानेर जिले सहित सरहदी इलाकों में सुरक्षा एजेंसियों ने विशेष चौकसी शुरू कर दी है। सीमा सुरक्षा बल (BSF) और राजस्थान पुलिस संयुक्त रूप से इलाके में निगरानी बढ़ा रही हैं।
बीएसएफ ने बीकानेर से लगती अंतरराष्ट्रीय सीमा पर तारबंदी के पास अतिरिक्त जवानों की तैनाती की है। जवान 24 घंटे गश्त कर रहे हैं और संदिग्ध गतिविधियों पर विशेष नजर रखी जा रही है। वहीं, पुलिस भी सीमावर्ती गांवों और कस्बों में सतर्कता के साथ निगरानी रख रही है।
बीकानेर जिले के अनूपगढ़, खाजूवाला, आनंदगढ़, बज्जू सहित कई संवेदनशील इलाकों में अतिरिक्त सुरक्षा बलों की तैनाती की गई है। खासकर खाजूवाला में हथियारबंद सुरक्षाकर्मी हर आने-जाने वाले वाहन की सघन तलाशी ले रहे हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में भी पुलिस लगातार गश्त कर रही है और स्थानीय लोगों से सतर्क रहने की अपील की गई है।
इसके साथ ही सोशल मीडिया पर अफवाहों और भ्रामक जानकारी फैलाने से बचने की हिदायत दी गई है। पुलिस विभाग ने स्पष्ट किया है कि किसी भी प्रकार की अफवाह फैलाने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। सुरक्षा एजेंसियों की मुस्तैदी और लोगों की सतर्कता के चलते अब तक किसी तरह की अप्रिय घटना की सूचना नहीं है, लेकिन हालात को देखते हुए चौकसी लगातार जारी है।
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