Ganesh Jayanti: पौराणिक कथाओं की मानें तो विघ्नहर्ता भगवान गणेश का जन्म जनवरी महीने के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को हुआ था। पूरे भारत में इसे विभिन्न नामों से जाना जाता है। इसे माघ विनायक चतुर्थी, तिल कुंड चतुर्थी, और वरद चतुर्थी के नाम से भी जाना जाता है। सनातन धर्म में इसका विशेष महत्व होता है। माना जाता है कि इस दिन भगवान गणेश की पूजा-अर्चना करने से सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है। तो आज की इस खबर में हम आपको बताते हैं कि इस बार गणेश जयंती कब है? और इस दिन गणपति बप्पा की कैसे पूजा अर्चना करनी होती है। इसके साथ ही आपको गणेश जयंती के महत्व के बारे में भी बताएंगे। आइए जानते हैं।
कब है गणेश जयंती?
पंचांग कैलेंडर की मानें तो इस बार गणेश जयंती 1 फरवरी को है। इस दिन यह 11 बजकर 38 मिनट से शुरू होगी और यह 2 फरवरी तक रहेगा। यानी कि गणेश जयंती 2 फरवरी को 9 बजकर 14 मिनट पर समाप्त होगी। ऐसे में आपको बिल्कुल भी कंफ्यूज होने की जरूरत नहीं है क्योंकि गणेश जयंती 1 फरवरी को ही मनाई जाएगी और आप अभी से ही पूजा सामग्री की तैयारी कर सकते हैं। इसे माघ विनायक चतुर्थी के नाम से भी जाना जाता है।
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कब है शुभ मुहूर्त?
अब बात करें पूजा मुहूर्त की तो आप गणेश जयंती की पूजा सुबह दिन में 11 बजकर 38 मिनट से दोपहर 1 बजकर 40 मिनट तक है। आपको यह बात जानकर खुशी होगा कि इस दिन दो घंटे दो मिनट का शुभ समय मिलेगा। इसमें आप आराम से अपनी पूजा-अर्चना को पूरा समय दे सकते हैं।
कौन से योग बन रहे हैं?
इस बार गणेश जयंती पर रवि का योग बन रहा है। यह सुबह 7 बजकर 9 मिनट से लेकर अगले दिन यानी 2 फरवरी को सुबह 2 बजकर 33 मिनट तक चलेगा। इस दिन भगवान सूर्य अपना विशेष आशीर्वाद भी मिलेगा। गणेश जयंती पर परिघ और शिव योग भी बन रहे हैं, उस दिन उस दिन पूर्व भाद्रपद नक्षत्र दिनभर रहेगा। बात करें भद्रा की तो 1 फरवरी को भद्रा रात में 10 बजकर 26 मिनट पर लगेगी, और 2 फरवरी को सुबह 7 बजकर 9 मिनट तक रहेगी।
डिस्क्लेमर (अस्वीकरण): यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं, ज्योतिष, पंचांग, धार्मिक ग्रंथों आदि पर आधारित है। यहां दी गई सूचना और तथ्यों की सटीकता, संपूर्णता के लिए अमर उजाला उत्तरदायी नहीं है।
कब है गणेश जयंती?
पंचांग कैलेंडर की मानें तो इस बार गणेश जयंती 1 फरवरी को है। इस दिन यह 11 बजकर 38 मिनट से शुरू होगी और यह 2 फरवरी तक रहेगा। यानी कि गणेश जयंती 2 फरवरी को 9 बजकर 14 मिनट पर समाप्त होगी। ऐसे में आपको बिल्कुल भी कंफ्यूज होने की जरूरत नहीं है क्योंकि गणेश जयंती 1 फरवरी को ही मनाई जाएगी और आप अभी से ही पूजा सामग्री की तैयारी कर सकते हैं। इसे माघ विनायक चतुर्थी के नाम से भी जाना जाता है।
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कब है शुभ मुहूर्त?
अब बात करें पूजा मुहूर्त की तो आप गणेश जयंती की पूजा सुबह दिन में 11 बजकर 38 मिनट से दोपहर 1 बजकर 40 मिनट तक है। आपको यह बात जानकर खुशी होगा कि इस दिन दो घंटे दो मिनट का शुभ समय मिलेगा। इसमें आप आराम से अपनी पूजा-अर्चना को पूरा समय दे सकते हैं।
कौन से योग बन रहे हैं?
इस बार गणेश जयंती पर रवि का योग बन रहा है। यह सुबह 7 बजकर 9 मिनट से लेकर अगले दिन यानी 2 फरवरी को सुबह 2 बजकर 33 मिनट तक चलेगा। इस दिन भगवान सूर्य अपना विशेष आशीर्वाद भी मिलेगा। गणेश जयंती पर परिघ और शिव योग भी बन रहे हैं, उस दिन उस दिन पूर्व भाद्रपद नक्षत्र दिनभर रहेगा। बात करें भद्रा की तो 1 फरवरी को भद्रा रात में 10 बजकर 26 मिनट पर लगेगी, और 2 फरवरी को सुबह 7 बजकर 9 मिनट तक रहेगी।
डिस्क्लेमर (अस्वीकरण): यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं, ज्योतिष, पंचांग, धार्मिक ग्रंथों आदि पर आधारित है। यहां दी गई सूचना और तथ्यों की सटीकता, संपूर्णता के लिए अमर उजाला उत्तरदायी नहीं है।