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आसमान में लहराने वाली पहली ऑटोनोमस 'स्काई ट्रेन' चीन ने बनाई
न्यूज डेस्क,अमर उजाला
Updated Fri, 03 Aug 2018 02:44 PM IST
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चीन स्काइ ट्रेन

हाई स्पीड बुलेट ट्रेन बनाने के लिए चीन दुनिया में जाना जाता है। दो सौ किलोमीटर प्रति घंटे से भी ज्यादा की स्पीड से जमीन पर चलने वाली बुलेट रेल गाड़ियां चीन की रफ्तार को काफी बढा चुकी हैं और यहां के लोगों की ये जीवन रेखा बन चुकी है। लेकिन अब चीन ने एक और रिकॉर्ड बनाया है ऑटोनोमस 'स्काई ट्रेन' बना कर।नई तकनीक पर आधारित उच्च स्तरीय परिवहन प्रणाली को तैयार कर एक नया रिकॉर्ड कायम कर दिया है जो दुनिया में पहली और एकदम नई तकनीक से बनी है।
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चीन स्काइ ट्रेन
चीन ने पहली ऑटोनोमस ऑल्ट 147 स्काइ ट्रेन और ऑल्ट 148 को तैयार कर लिया है जो जमीन पर नहीं बल्कि हवा में चलेगी। स्काई ट्रेन को बिल्कुल नई टैक्नोलॉजी द सस्पैंशन रेलवे पर आधारित तैयार किया गया है यानी यह जमीन पर नहीं बल्कि हवा में बिछाई गई रेल लाइन्स से लटकती हुई आगे बढ़ेगी। एक साथ काफी यात्रियों को सफर कराने की क्षमता इस स्काई ट्रेन में होगी। अब बात करते हैं इलकी डिजाइन और स्पीड के बारे में,दरअसल इसकी डिजाइन चीनी लोगों को कुछ ज्यादा ही पसंद आ रही है क्योंकि इस ट्रेन के डिब्बों को काफी हद तक जॉयंट पांडा का रूप दिया गया है। यानि की ये ना सिर्फ आकर्षक टॉय लुक की वजह से लोगों को अपनी ओर खींचेगा बल्कि काफी स्पेशियस भी होगा। तो अगर जॉयंट पंडा हवा में लहरायेगा तो चीनी यात्रियों की सवारी कमाल की होगी ।
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चीन स्काइ ट्रेन
ऑटोनोमस 'स्काई ट्रेन' को बनाने में 2.18 बिलियन युआन का खर्च आया है जो 80 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलेगी। सबसे खास बात ये है कि स्काई ट्रेन होने के बावजूद भी ये एक बार में 200 लोगों को उनके गन्तव्य स्थान तक ले जा सकेगी। नई स्काई ट्रेन का परीक्षण चीन के एक शहर चेंगदू में मोनो रेल ट्रैक पर किया गया है। इस दौरान इसने 80 किलोमीटर प्रति घंटा की टॉप स्पीड पकड़ी है और लॉन्च के समय इसे पूरी तरह से बैटरी पर बिना ड्राइवर के स्वचालित तरीके से चलाया गया।

चीन स्काइ ट्रेन
टेस्ट से पहले 11.3 किलोमीटर की लाइन बिछाई गई थी जिसपर परीक्षण किया गया। इसके बाद इस मोनो रेल ट्रैक के नीचे इस ट्रेन को फिट कर चलाया गया। खासबात ये है कि चीन ने इस नई तकनीक के ट्रेन को तैयार करने में सिर्फ 17 महीने का समय लिया।