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रायकोट एसडीएम रिश्वतकांड: स्टेनो नीटा नूरपुरा को हाईकोर्ट से जमानत
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-एसडीएम कोहली की अग्रिम जमानत पर 10 फरवरी को सुनवाई
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हलवारा। रायकोट एसडीएम कार्यालय में सामने आए बहुचर्चित रिश्वतकांड में आरोपी एसडीएम गुरबीर सिंह कोहली के स्टेनो जतिंदर सिंह उर्फ नीटा नूरपुरा को पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय से बड़ी राहत मिली है। न्यायमूर्ति अमन चौधरी ने 24 लाख छह हजार रुपये की रिश्वत बरामदगी के मामले में छह माह से अधिक समय तक जेल में रहने के बाद नीटा नूरपुरा को शर्तों के साथ नियमित जमानत प्रदान करने के आदेश दिए हैं।
मामले के मुख्य आरोपी एवं निलंबित एसडीएम गुरबीर सिंह कोहली की गिरफ्तारी पर पहले ही उच्च न्यायालय ने रोक लगा रखी है। उनकी अग्रिम जमानत याचिका पर 10 फरवरी को सुनवाई तय की गई है। तीसरे आरोपी यूथ अकाली दल के सीनियर उपाध्यक्ष सुखजीत सिंह बग्गी झोरडां को उच्च न्यायालय 28 नवंबर को जमानत दे चुका है। स्टेनो नीटा नूरपुरा की ओर से दलील दी गई कि एसडीएम कार्यालय की अलमारी से बरामद 24.06 लाख रुपये के संबंध में उन्हें गलत तरीके से फंसाया गया है। कार्यालय में उनके अलावा दो अन्य कर्मचारी भी बैठते हैं और उनका राजस्व मामलों से कोई सीधा संबंध नहीं है। राजस्व मामलों की जिम्मेदारी वरिष्ठ सहायक करमजीत कौर के पास है, इसके बावजूद किसी अन्य कर्मचारी को नामजद नहीं किया गया।
यह है मामला
मामला 12 जून को सामने आया था जब डीएसपी शिवचंद की अगुवाई में लुधियाना विजिलेंस ने रायकोट एसडीएम कार्यालय में छापा मारकर स्टेनो नीटा नूरपुरा को रिश्वत की रकम सहित गिरफ्तार किया था। 14 जून को पूछताछ के बहाने सुखजीत सिंह बग्गी झोरडां की गिरफ्तारी हुई थी जबकि रेड की भनक लगते ही एसडीएम कोहली सरकारी वाहन में बैठकर भाग गया था। शिकायतकर्ता करमजीत सिंह कमल सूखाणा ने विजिलेंस पर ढिलाई और अंदरूनी सूचना लीक होने का आरोप लगाया है।
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मामले के मुख्य आरोपी एवं निलंबित एसडीएम गुरबीर सिंह कोहली की गिरफ्तारी पर पहले ही उच्च न्यायालय ने रोक लगा रखी है। उनकी अग्रिम जमानत याचिका पर 10 फरवरी को सुनवाई तय की गई है। तीसरे आरोपी यूथ अकाली दल के सीनियर उपाध्यक्ष सुखजीत सिंह बग्गी झोरडां को उच्च न्यायालय 28 नवंबर को जमानत दे चुका है। स्टेनो नीटा नूरपुरा की ओर से दलील दी गई कि एसडीएम कार्यालय की अलमारी से बरामद 24.06 लाख रुपये के संबंध में उन्हें गलत तरीके से फंसाया गया है। कार्यालय में उनके अलावा दो अन्य कर्मचारी भी बैठते हैं और उनका राजस्व मामलों से कोई सीधा संबंध नहीं है। राजस्व मामलों की जिम्मेदारी वरिष्ठ सहायक करमजीत कौर के पास है, इसके बावजूद किसी अन्य कर्मचारी को नामजद नहीं किया गया।
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यह है मामला
मामला 12 जून को सामने आया था जब डीएसपी शिवचंद की अगुवाई में लुधियाना विजिलेंस ने रायकोट एसडीएम कार्यालय में छापा मारकर स्टेनो नीटा नूरपुरा को रिश्वत की रकम सहित गिरफ्तार किया था। 14 जून को पूछताछ के बहाने सुखजीत सिंह बग्गी झोरडां की गिरफ्तारी हुई थी जबकि रेड की भनक लगते ही एसडीएम कोहली सरकारी वाहन में बैठकर भाग गया था। शिकायतकर्ता करमजीत सिंह कमल सूखाणा ने विजिलेंस पर ढिलाई और अंदरूनी सूचना लीक होने का आरोप लगाया है।