Rajasthan Exam Scam: SOG का बड़ा खुलासा; हाईकोर्ट लिपिक भर्ती में ब्लूटूथ से नकल, स्पेन से मंगवाया स्पाई कैमरा
Rajasthan Exam Scam: राजस्थान एसओजी ने हाईकोर्ट लिपिक परीक्षा में हाई-टेक नकल के चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। जांच में सामने आया कि आरोपियों ने नकल के लिए ब्लूटूथ व स्पाई कैमरा इस्तेमाल किया था।
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राजस्थान पुलिस की स्पेशल ऑपरेशन्स ग्रुप (SOG) ने हाईकोर्ट की 2022 की लिपिक भर्ती परीक्षा में हाई-टेक नकल कराने वाले नेटवर्क का बड़ा खुलासा किया है। एसओजी ने चार चयनित और वर्तमान में कार्यरत कनिष्ठ लिपिकों को गिरफ्तार किया है, जिन्होंने ब्लूटूथ और स्पाई कैमरे की मदद से पेपर हल करवाकर नौकरी हासिल की थी। एडीजी एसओजी विशाल बंसल ने बताया कि यह खुलासा उस समय हुआ जब SOG ईओ-आरओ परीक्षा में नकल की जांच कर रही थी। तकनीकी जांच में पता चला कि पौरव कालेर और तुलसाराम कालेर लाखों रुप लेकर अभ्यर्थियों को ब्लूटूथ से उत्तर उपलब्ध करवाते थे। पौरव कालेर को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है।
इसके बाद DIG परिस देशमुख के नेतृत्व में स्पेशल टीम ने हाईकोर्ट लिपिक परीक्षा (12 और 19 मार्च 2023) का विश्लेषण किया और पाया कि इसी गैंग द्वारा यहां भी नकल करवाई गई। जांच के आधार पर SOG थाना जयपुर में मुकदमा दर्ज कर आगे की कार्रवाई की गई।
गिरफ्तार आरोपी और उनकी नियुक्ति
ASP प्रकाश कुमार शर्मा की टीम ने जिन चार अभ्यर्थियों को पकड़ा, वे सभी वर्तमान में न्यायालयों में लिपिक पद पर कार्यरत थे। इनमें दिनेश कुमार - न्यायालय सलूम्बर, मनोज कुमार बोरान - राजस्थान राज्य न्यायिक अकादमी, जोधपुर, रमेश कुमार- न्यायालय राजगढ़, चूरू व मनीष बुडिया - न्यायालय मारवाड़ जंक्शन, पाली में पदस्थापित थे।
नकल का तरीका था हाई-टेक
सरगना पौरव कालेर ने अभ्यर्थियों से 3 से 5 लाख रुपए तक लिए थे। नकल के लिए स्पेन से 90,000 का Innova Chem Drop Box Spy Camera मंगाया गया था। गिरोह के दो सदस्य फर्जी अभ्यर्थी बनकर परीक्षा में बैठते, पेपर मिलते ही स्पाई कैमरे से फोटो लेकर तुरंत व्हाट्सऐप के जरिए पौरव तक पहुंचा देते थे, जहां से ब्लूटूथ डिवाइस के माध्यम से चयनित अभ्यर्थियों को उत्तर भेजे जाते थे। एसओजी पूरी नकल चेन को खंगाल रही है और आने वाले दिनों में और गिरफ्तारियां संभव हैं।