Nagaur News: NSUI प्रवक्ता पारस गुर्जर का नागौर दौरा, बेरोजगारी और छात्रसंघ चुनाव पर केंद्र सरकार को घेरा
NSUI के राष्ट्रीय प्रवक्ता पारस गुर्जर ने नागौर के खींवसर में छात्रों से संवाद कर नई शिक्षा नीति, बेरोजगारी और छात्रसंघ चुनाव पर सरकार की नीतियों की आलोचना की। उन्होंने सरकार पर पेपर लीक और युवाओं की उपेक्षा का आरोप लगाते हुए प्रदेशभर में आंदोलन की चेतावनी दी।

विस्तार
एक दिवसीय NSUI के राष्ट्रीय प्रवक्ता पारस गुर्जर नागौर के दौरे पर आए और खींवसर में युवाओं से बातचीत की। छात्र हितों को लेकर युवाओं से चर्चा की। देश में नई शिक्षा नीति विफल साबित हो रही है। छात्रों को बिना किसी भेदभाव मान सम्मान का सरकार अवसर नहीं दे रही है। देश में आए दिन पेपर लीक हो रहे हैं। युवाओं के भविष्य दांव पर है, लेकिन सरकार चुप्पी साध रखी थी। सरकार के पास कोई बेरोजगारी पर काबू पाने के लेकर कोई ठोस प्लान नहीं है। युवाओं को सरकार ने फॉर्म भरने की मशीन बना दी। अभी आपने देखा होगा रेलवे के ग्रुप डी के 32 हजार पदों पर भर्ती निकली थी। उसमें एक करोड़ 8 लाख से अधिक आवेदन प्राप्त हैं। बढ़ती बेरोजगारी को लेकर युवा वर्ग आत्महत्या कर रहा है। अब एनएसयूआई अब प्रदेश में बड़ा आंदोलन करेंगी। सरकार अलग-अलग राज्यों में छात्रसंघ चुनाव को खत्म करने की साजिश रच रही है।

दरअसल, नागौर के एक दिवसीय दौरे पर NSUI के राष्ट्रीय प्रवक्ता पारस गुर्जर गुरुवार नागौर जिले के दौरे पर आए। खींवसर इलाके में युवाओं से बातचीत के चर्चा की। इस दौरान गुर्जर बोले कि राज्य सरकार अब यदि छात्र संघ चुनाव प्रदेश में वापिस शुरू नहीं करवाती हैं तो nsui पूरे राजस्थान में प्रदेश स्तर पर बड़ा आंदोलन करेगी। इस दौरान गुर्जर ने युवाओं से कहा कि NSUI युवाओं के सामने आ रही समस्याओं को प्रदेश स्तर आगे रखने का वादा भी किया।
NSUI के राष्ट्रीय प्रवक्ता पारस गुर्जर मीडिया से रूबरू होते हुए कहा कि राजस्थान ही नहीं बल्कि पूरे प्रदेश में जो नई शिक्षा नीति विफल साबित हो रही है। जब तक राजस्थान की सरकार छात्र को बिना किसी भेदभाव के मान सम्मान के साथ सुरक्षा और आगे बढ़ाने के समान अवसर नहीं दिए जाएंगे तब तक शिक्षा व्यवस्था सभी के लिए पूर्ण रूप से सही नहीं हैं
सरकार खामोश मूकदर्शक बनकर बैठी
NSUI के देश आए दिन पेपर लीक हो रहे हैं करोड़ छात्र-छात्राओं का भविष्य दांव पर है, लेकिन सरकार पूरी तरीके से खामोश बनकर मूकदर्शक बनकर बैठी हुई हैं। सरकार की इस खामोशी के चलते लगातार छात्र आत्महत्याएं बढ़ रही हैं। छात्र-छात्राओं के द्वारा बेरोजगारी के चलते आत्महत्या करना सरकारी नीति की पूरी तरीके से विफलता है। बेरोजगारी से पर पानी हेतु सरकार के पास कोई ठोस रणनीति या कोई प्लान नहीं है। इस देश में छात्र और युवा वर्ग सिर्फ और सिर्फ फॉर्म भरने की मशीन बन गई है। अभी हाल ही में आपने देखा होगा कि रेलवे के ग्रुप डी के 32 हजार पदों पर भर्ती निकली थी, जिसमें बेरोजगार युवाओं ने करीब एक करोड़ 8 लाख से अधिक आवेदन किए थे। बेरोजगारी इतनी बढ़ गई है, जिसके कारण पेपर लीक और आए दिन आत्महत्या की घटना बढ़ रही हैं। इसको लेकर अब एन एस यू आई चुप नहीं बैठेगी और पेपर लीक जैसी हर गड़बड़ी का सरकार से जवाब मांगा जाएगा।
पूरे देश के लिए चिंताजनक विषय
अलग-अलग राज्यों में छात्र संघ चुनाव को खत्म करके जो साजिश रची जा रही है। ये पूरे देश के लिए चिंताजनक विषय है, देशभर में छात्र संघ चुनाव को हो सरकार को बहाल करना चाहिए। कैंपस लोकतंत्र की रक्षा के लिए छात्र संघ चुनाव विधेयक लया जाए। यह सिर्फ एक मांग नहीं आंदोलन है युवाओं की आवाज को बचाने हुए लोकतंत्र को मजबूत करने का है। खींवसर में युवाओं ने भव्य स्वागत किया। इस दौरान पुखराज मेघवाल छात्र नेता खींवसर महाविद्यालय, रामकरण प्रजापत, राजवीर, मुकेश खोजा, प्रेम मौर्या, गुमानाराम, बलदेव हेम्सा कंटिया, तिलोक, रोहित, रोहित सहित अनेक छात्र नेता मौजूद रहे।