Rajsamand: ‘मेवाड़वासियों से विनती करुंगा कि वे अरुणाचल आएं’...नाथद्वारा दौरे पर बोले अरुणाचल के गृहमंत्री
Rajsamand: अरुणाचल प्रदेश के गृह व पीएचडी मंत्री मामा नातुंग ने बुधवार को प्रभु श्रीनाथजी के दर्शन किए। उन्होंने कहा कि अरुणाचल प्रदेश के भीष्मक नगर की राजकुमारी रुक्मणिजी से श्रीकृष्ण का विवाह हुआ था, इसलिए मेवाड़वासियों से विनती करुंगा कि वे अरुणाचल प्रदेश आएं।
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अरुणाचल प्रदेश के गृह मंत्री मामा नातुंग ने नाथद्वारा पहुंचकर प्रभु श्रीनाथजी के दर्शन किए और सभी मेवाड़वासियों को अरुणाचल प्रदेश आने का न्योता दिया। उन्होंने विशेष रूप से भीष्मक नगर, जो राजकुमारी रुक्मिणी जी का जन्मस्थान है, का उल्लेख करते हुए कहा कि कृष्ण नगरी नाथद्वारा, मेवाड़ और द्वारिका के वासियों को एक बार अवश्य रुक्मिणी जी के घर आना चाहिए।
मंत्री मामा नातुंग अखिल भारतीय राज्य मंत्रियों के दूसरे सम्मेलन में भाग लेने के लिए उदयपुर पहुंचे थे। इस अवसर पर उन्होंने 'जल विजन 2047' के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि यह पहल भारत को 2047 तक जल-सुरक्षित और विकसित बनाने के प्रधानमंत्री के दृष्टिकोण के अनुरूप है।
इस योजना का उद्देश्य सभी नागरिकों को सुरक्षित और पर्याप्त जल आपूर्ति सुनिश्चित करना है। सम्मेलन में जल प्रशासन को सशक्त बनाने, जल भंडारण अवसंरचना और आपूर्ति को बढ़ाने, सिंचाई और अन्य आवश्यकताओं पर ध्यान केंद्रित करने तथा एकीकृत नदी और तटीय प्रबंधन पर विस्तृत चर्चा की गई।
नाथद्वारा पहुंचने पर गृह मंत्री नातुंग का स्वागत सीआई मोहनसिंह, शिला चौधरी, तहसीलदार भानुप्रताप सिंह और अन्य गणमान्य व्यक्तियों द्वारा किया गया। मंदिर परंपरा के अनुसार, सुधाकर शास्त्री ने उन्हें उपरना ओढ़ाकर और श्रीजी का प्रसाद भेंट कर सम्मानित किया। उन्होंने श्रीनाथजी की ग्वाल झांकी के दर्शन किए और इसके बाद विश्व की सबसे ऊंची शिव प्रतिमा 'विश्वस्वरूपम' का अवलोकन करने के बाद एकलिंगजी मंदिर के दर्शन के लिए रवाना हुए।